पुष्पवर्षा के साथ धर्ममय हुई लीलसर धरा 
बाड़मेर.
नवनिर्मित जसनाथ मंदिर लीलसर में चल रहे चार दिवसीय महोत्सव का समापन व प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर आस्था के  ज्वार उमड़ पड़ा। भारी संख्या में जसनाथ संप्रदाय से जुड़े भक्त और भाविभक्त महोत्सव में शरीक  हुई। रविवार को सुबह से जसनाथ धाम लीलसर में भारी संख्या में लोगों के लिए पहुंचने का तांता लगा रहा, भव्य पांडाल में लोगों की अपार भीड़ के आगे पूरा लीलसर सतरंगी रोशनी में नहाया नजर आया। प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में रविवार के राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी, राज्य सभा सदस्य ज्ञानप्रज़श पिलानिया, सांसद हरीश चौधरी, जिला प्रमुख मदन ज़ौर, चौहटन विधायज़ पदमाराम मेघवाल, लोकसभा बाड़मेर-जैसलमेर के युथ काग्रेस अध्यक्ष डॉ. रमन चौधरी, जाट समाज तमिलनाडू के अध्यक्ष दुर्गाराम गोदारा सहित साधु संत महात्माओं और लाखों के तादात में श्रद्धालुओं ने शिरकत की । इस दौरान सुबह दस बजे से मंदिर के चढ़ावों के  बोलियों का दौर शुरू हुआ जो दोपहर बारह बजे तज़ जारी रहा। जिसमें मंदिर इंडा, शिखर कलश, ध्वजा, जसनाथ मूर्ति, सति ज़लिदेव मूर्ति, गजानंद व हनुमान भगवान ज़ी मूर्तियों की बोली में समाजसेवी व भामाशाहों ने बढ़कर हिस्सा लिया। 
कमाई का हिस्सा धार्मिक कार्यों में लगाएः 
महोत्सव के दौरान राज्य सभा सदस्य ज्ञान प्रकाश पिलानिया ने संबोधित करते हुए कहा की समाज के लोग अपनी कमाई का कुछ हिस्सा संजोए रखने के साथ ही धार्मिक कार्यों में लगाकर अपना यश व कीर्तिमान स्थापित कर । इससे धन में बढ़ोतरी होती है। वहीं राजस्व मंत्री हेमाराम  चौधरी ने कहा की आज जिस तरह की  अपार भीड़ यहां जुटी है इससे जाहिर होता है की भगवान के प्रति इतनी आस्था व श्रद्धा के साथ बाड़मेर ही नहीं बल्कि  देशभर के लोगों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाया। जब भी समाज में कोई धार्मिक कार्यक्रम हो तो सहयोग दे। सांसद हरीश चौधरी, चौहटन विधायक पदमाराम मेघवाल सहित की वक्ताओं ने भी संबोधित किया। 
आसमान से हुई पुष्प वर्षा और धर्ममय हो गई लीलसर नगरीः 
जैसे ही मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दौरान लाभार्थी परिवार मंदिर में प्रवेश हुए तो आसमान से पुष्प वर्षा के साथ उनका स्वागत किया गया। इस दौरान भगवान जसनाथ की जयघोष के साथ पूरी लीलसर धरा धर्ममय हो गई। दोपहर बारह बजे जैसे ही मंदिर में प्राण प्रतिष्ठाओ के दौर शुरू हुआ करीबन ढाई बजे तक जारी रहा। पंडित गोपाल दवे ने विधिवत मंत्रोच्चार के साथ प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम संपन्न करवाया। जसनाथ महाराज की मूर्ति के  स्थापित करने का लाभ मालाणी धतरवाल परिवार सड़ेचा वालो को प्राप्त हुआ। उन्होंने मंदिर में प्रवेश के  पंडित व महंत मोटनाथ महाराज के सानिध्य में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम संपन्न करवाया। इसी तरह सती ज़लदे मूर्ति स्थापित करने का लाभ खुमाणी धतरवाल परिवार रावतसर को मिला। इसके बाद मंदिर का शिखर पर इंडा चढा़ने का लाभ भागीरथ सैन मांगता को प्राप्त हुआ। जिन्होंने परिवार सहित मंदिर के शिखर पर इंडा चढ़ाया। मंदिर पर ध्वजा चढ़ाने के लाभ पनोणी बैनिवाल नौसर बायतु को मिला। मंदिर में कलश व ध्वजा चढ़ाने के साथ पुष्प वर्षा के साथ लाभार्थी परिवारों का स्वागत किया गया। इसके बाद गजानंद, हनुमान, कृष्ण  भगवान, मंदिर के मंडप का  इंडा, नागाड़ो के बोलियों के अनुसार लाभार्थी परिवारों ने मंदिर में कार्यक्रम संपन्न करवाया। प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान जसनाथ भगवान के जयज़रो से पांडाल गूंज उठा। और मंदिर परिसर में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ज़ी भीड़ उपिस्थत रही। जिससे लोगों को पैर रखने के लिए जगह नहीं मिल रही थी। 
दानदाताओं व समाजसेवी लोगों का किया अभिनंदनः 
कार्यक्रम में पहुंचे राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी, राज्य सभा सदस्य ज्ञानप्रकाश पिलानिया, सांसद हरीश चौधरी व चौहटन विधायज़ पदमाराम, महंत मोटनाथ महाराज ने मंदिर के विभिन्न चढ़ावों के बोलियों में भाग लेने वाले भामाशाहो व समाजसेवी लोगों का शॉल ओढा़कर व मंदिर स्मृति चिन्ह व माला पहनाकर स्वागत किया। जिसमें शिखर पर इंडे को लाभार्थी परिवार भागीरथ सैन मांगता, ध्वजा के पनोणी बैनिवाल नौसर बायतु, जसनाथ समाधि सोनीणी परिवार, जसनाथ मूर्ति मालाणी धतरवाल परिवार सडेचा, सति देवी मूर्ति खुमाणी धतरवाल पविर रावतसर, गजानंद सुरेंद्र डऊकीया महावीर नगर बाड़मेर, हनुमान मूर्ति ज़ुम्भाणी सारण परिवार धनाऊ, कृष्ण भगवान की मूर्ति राजाराम भादू सोमरोड, मंदिर में मंडप के इंडा रेखाराम पुत्र ऊदाराम बैनिवाल, मुख्य सिणगार चौकी के  इंडा रायमल नेहरा, नगाड़ो की बोली ज़ुम्भोणी बैनिवाल नोख, चांदी के  छतर दुर्गाराम गोदारा व अखण्ड ज्याति सारण धुड़ोणी परिवार नेहरो की नाड़ी के नाम रही। इन सभी दानदाताओं का अतिथियों ने शॉल ओढ़ाकर  व जसनाथ भगवान का स्मृति चिंह देकर अभिनंदन किया। 
ये संत रहे उपिस्थतः 
जसनाथ महाराज मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के समापन अवसर पर महंत जगदीशपुरी महाराज डूंगरपुरी मठ चौहटन, महंत बीरबलनाथ कतरासर बीकानेर, खुशालगिरी गंगागिरी मठ बाड़मेर, मोहननाथ कतरीयासर, भवरनाथ लीखमा देशर, प्रेमनाथ पुनरासर, मेघनाथ डाड कच्छ, खेताराम महाराज आसोतराख दयाराम महाराज शिंज़रपुरा, स्वामी प्रतापपुरी, मोटनाथ महाराज जसनाथ धाम लीलसर, जोगेंद्र आश्रम डंडी स्वामी, राजलदेसर चुरू, महंत मोटनाथ चाऊ नागौर, महंत धर्मनाथ आलसर, जोगनाथ महाराज राणासर, वीरमनाथ जासनी भारी संख्या में संत महात्मा उपिस्थत रहे। वही इस मौके पर राजाराम भादू, रेखाराम बैनिवाल, भागीरथ सैन, सताराम बैनिवाल, महेशराम बाना, गेनाराम डऊकीया सहित सैकरो कार्यकर्ताओं के सहयोग से चार दिवसीय महोत्सव शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। उमड़ी श्रद्घा व आस्था: मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान अपार जनसमुदाय उमड़ पड़ा। भारी भीड़ के आगे आमजन को  पैर रखने के लिए जमीन नसीब नहीं हो रही थी। स्थिति ये थी की मंदिर परिसर से लेकर  एक कीलोमीटर के दायरे में लोगों के भीड़ ही नजर आ रही थी। चहुंओर लोगों की भीड़ के आगे पूरी लीलसर धरा धर्ममय हुई नजर आई। ज़र्यज़््रम में भाग लेने ज़्े लिए आसपास ज़्े गांवों सहित देशभर से भारी तादात में लोग लीलसर पहुंचे। 

भजनों पर झूमे भक्तः 
शनिवार रात्रि में आयोजित भजन संध्या में भजन गायज़ ज़्लाज़र प्रज़श माली ने एज़ से बढ़ज़्र एज़ मधुर भजनों ज़ी प्रस्तुतियां दी। जिस पर पांडाल में बैठे लोग खड़े होज़्र झूमने पर मजबूर हो गए। भजन संध्या में देर रात तज़ हजारों ज़ी तादात में लोगों ज़ी भीड़ ने भजनों ज़ लुत्फ उठाया। इस दौरान विभिन्न चढ़ावों ज़ी बोलियां लगाए जाने से श्रोताओं में उत्साह व जोश नजर आया। प्रज़श माली ने नारायण नारायण ज़ी धुन ज़्े साथ अपनी प्रस्तुतियां दी। वो महाराणा प्रताप ज़्ठै, भैरूजी सहित ज़ी मधुर भजनों ज़ी प्रस्तुतियां देज़्र श्रोताओं ज़्ो देर रात तज़ पांडाल में जमे रहने पर मजबूर ज़्र दिया। ज़र्यज़््रम ज़ संचालन जसवंत मायला ने िज़्या। चार दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा में नहीं पहुंचने वाले भक्त व भाविज़ओं ने देशभर में संस्ज़र चैनल ज़्े माध्यम से लाइव प्रसारण ज़्े तहत जसनाथ मंदिर प्राण प्रतिष्ठा ज़्ो देखा।

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