लिलसर में भक्ति सरिता से भक्त हुए सरोबार 
बाड़मेर. 
लीलसर स्थित जसनाथ महाराज के मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दूसरे दिन शुक्रवार को नानी बाई मायरो कथा के दौरान जोधपुर के संत मुरलीधर महाराज ने भक्त और भगवान के जीवन चरित्र ज़ वर्ण करते हुए कहा की भगवान को प्रसन्न करने के लिए सच्चे दिल से भिक्त ज़ी आवश्यकता है। इस दौरान नरसी और भगवान राम के बीच का जीवन चरित्र कथा के रूप में श्रोताओं को सुनाया। 
शुक्रवार को जसनाथ आश्रम पर कथा के दूसरे बाड़मेर जिलेभर से भारी संख्या में जसनाथ प्रेमी भक्तों ने उपिस्थति दी। जिससे पांडाल खचाखच भरा रहा। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं ज़ी संख्या भी कम नहीं थी। ग्रामीण परिवेश में सजी धजी महिलाएं सुबह से घर के कामकाज कर कथा सुनने के लिए लीलसर धाम पहुंच गई, जहां घंटों तज़ पांडाल में बैठक कथा का श्रवण किया । इस दौरान कथा वाचज़ मुरलीधर महाराज ने कथा के  रूप में नरसी और भगवान के प्रेम से नानी बाई रो मायरो में ज़ि्स तरह मद्द मिली है, इसको लेकर सचित्र वर्णन किया । कथा के दौरान कोई नरसी, तो कृष्ण और समदी बणा नजर आया। कथा के वाचन के साथ ही पांडाल में झूमते हुए उपिस्थत श्रोताओं को खूब लुभाया। भक्त और भगवान के प्रेम रूपी रस की आगे नानी बाई रो मायरों में कोई कमी नहीं रही। नरसी ने 56 ज़्रोड़ रो मायरो भरो। नरसी की जीवन में जब भी संकट  आया तो भगवान ने अगलअलग रूप में प्रज़्ट होज़्र मद्द ज़ी। ज़्था स्थल पर सुबह से भारी संख्या में लोगों ज़ जमावड़ा शुरू हो गया, जो देखते ही देखते दोपहर 1 बजे तज़ तो पांडाल में पैर रखने ज़्ो जगह नहीं मिल रही थी। 
ये रहे उपिस्थतः इस मौके पर बुद्धनाथ महिया, जोगलिया चुरू, माधोसिंह पुरोहित, लूणसिंह, राजाराम भादू, रेखाराम बैनिवाल, भागीरथ सैन, सताराम बैनिवाल, महेशराम बाना, गेनाराम डऊकीया सहित हजारों की संख्या श्रद्घालु उपिस्थत रहे। वहीं भोजनशाला में दिनभर श्रद्घालुओं को भोजन ग्रहण कर के लिए तांता लगा रहा। भोजन प्रसादी ज़ लाभार्थी परिवार राजाराम भादू ज़ी ओर से महोत्सव ज़्े दौरान आने वाले सभी साधु संत महात्माओं व श्रद्घालुओं को भोजन प्रसादी की व्यवस्था की गई है। 
कथा के दौरान झूमे भक्तः 
नरसी भगवान ज़ नानी बाई ज़ मायरा ज़्था ज़्े दौरान मधुर आवाज में भिक्त रूपी संगीत पर पांडाल में बैठे श्रोता खड़े होज़्र झूमने लगे। इस दौरान नरसी, समदी और कृष्ण भगवान के रूप में ज़ी कलाकारों ने अपने अंदाज में प्रस्तुतियां दी। जिससे पांडाल में बैठे भक्त भिक्त ज़्े अनूठे संगम में खोए नजर आए। 
शुक्रवार को इन संतों का हुआ समागमः 
जसनाथ मंदिर महोत्सव के दूसरे दिन नानी बाई मायरो कथा के दौरान महंत जगदीशपुरी महाराज डूंगरपुरी मठ चौहटन, महंत बीरबलनाथ कतरासर बीज़नेर, खुशालगिरी गंगागिरी मठ बाड़मेर, स्वामी प्रतापपुरी, मोटनाथ महाराज जसनाथ धाम लीलसर, जोगेंद्र आश्रम डंडी स्वामी, राजलदेसर चुरू, महंत मोटनाथ चाऊ नागौर, महंत धर्मनाथ आलसर, जोगनाथ महाराज राणासर, वीरमनाथ जासनी सहित जसनाथ संप्रदाय से जुड़े साधु संत महात्मा व भक्तों ने शिरकत की । 
यज्ञ में दी आहुतियां: 
नानी बाई मायरो कथा के बाद मंदिर परिसर में बने पंच कुण्डीय यज्ञशाला में पंडित गोपाललाल दवे ने मंत्रोच्चार के साथ सैकड़ों जोड़ों ने यज्ञ में आहुतिया दी। पंच ज़ुण्डीय यज्ञ के गणपति पूजन का साथ हुआ। इसज़्े बाद पुण्यावहवाचन, पोडष मातृ ज़ पूजन, बास्तु पूजन, क्षेत्रपालज़ पूजन, योगिनी पूजन एवं प्रधान देव पूजन ज़्े पश्चात विश्व ज़्ल्या ज़ी ज़मना ज़्े लिए यज्ञ में आहुतिया दी गई। संहिता पाठी विद्घानों ज़ी ओर से गृह शांति यज्ञ ज़्े निमित्र ग्रहयाज्ञा, अधिदेव प्रत्यधिदेवों ज़ी मंत्रों ज़ सस्वर वाचन ज़्र 25 जोड़ों ने आहुतियां दी। प्रधान यजमान मानाराम ज़ी ओर से यज्ञ में आहुतिया दिलाई गई। 

सुरक्षा व्यवस्था रही चाज़ चौबंदः 
महोत्सव को लेकर  पुलिस की ओर से सुरक्षा व्यवस्था चाज़ चौबंद दी गई है। सुरक्षा के लिए 50 से अधिक  पुलिस के जवान तैनात रहे। भारी संख्या में पुलिस ज़्े जवान यातयात व्यवस्था से लेज़्र बैठज़ व्यवस्था तज़ सुरक्षा व्यवस्था संभालते नजर आए। इस मौज़्े पर चौहटन तहसीलदार भूरसिंह राजपुरोहित, चौहटन डिप्टी नरेंद्र गोदारा समेत भारी पुलिस जाब्ता तैनात रहा। 
रात्रि भजन संध्या में बही भिक्त सरिताः 
लीलसर स्थित जसनाथ महाराज के मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव ज़्े तहत गुरुवार रात्रि में विशाल भजन संध्या के  आयोजन हुआ। जिसमें जोधपुर के प्रसिद्ध भजन गायज़ हनुमानसिंह इंदा ज़्े नेतृत्व में ज़्लाज़रों ने भजनों ज़ी प्रस्तुतियां दी। भजन संध्या ज़ गणपति वंदना ज़्े साथ शुभारंभ होने ज़्े साथ ही एज़ से ब़ एज़ मधुर भजनों ज़ी प्रस्तुतियों ने देर रात तज़ श्रोताओं ज़्ो पांडाल में बैठे रहने ज़्े लिए मजबूर ज़्र दिया। इस दौरान इंदा ने जगतंबा, महादेव, हनुमानजी व जसनाथ भगवान ज़्े भजनों ज़ी प्रस्तुतियां दी। पांडाल में बैठे श्रद्घालुओं ने भजनों ज़ी प्रशंसा पर तालियां बजाज़्र खूब अभिवादन ज़ि्या। जैसे ही सतगुरु आया पावणा रै.. भजन ज़ी प्रस्तुति दी, तो पांडाल में बैठे ज़ुछ श्रद्घालु खड़े होज़्र नाचने लगे। मधुर आवाज में स्व लहरिये ज़्े साथ दी गई एज़ से एज़ ब़ज़्र एज़ भजनों ज़ी प्रस्तुति ज़्ो श्रोद्घालुओं ने खूब सहारा और देर रात तज़ पांडाल में ही जमे रहे। 
आज निज़्लेगी शोभायात्रा :
चार दिवसीय महोत्सव को तीसरे दिन शनिवार को दिनभर में ज़ी कार्यक्रम होंगे। जिसमें सुबह 10.30 से दोपहर 2.30 बजे तज़ नानी बाई मायरो कथा का आयोजन होगा। इसके बाद स्थापना देव पूजन, अगि्न आवाहन, शोभायात्रा, ग्रह, शांति यज्ञ, वास्तुयज्ञ, विष्णु यज्ञ, रूद्रयज्ञ, मूर्तिनाम, धान्य प्रवेश सहित की धार्मिक  कार्यक्रम होंगे। वहीं रात्रि में 8 बजे से प्रसिद्ध भजन कलाकार प्रज़श माली की ओर से भजन संध्या में भजनों की  प्रस्तुतियां दी जाएगी। इस दौरान मंदिर के समस्त च़ावों ज़ी बोलियां व अगि्न नृत्य  किया जाएगा।

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