मंत्री पद नहीं, पार्टी छोड़ेंगे दिनेश त्रिवेदी? 
नई दिल्ली।। रेल बजट के बाद तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी के तेवरों को देखते हुए समाजवादी पार्टी को यूपीए में लाने के लिए स्टेज अब पूरी तरह तैयार है। कांग्रेस की तरफ से अब इसके खुले संकेत मिल रहे हैं। कांग्रेस के दो बड़े नेताओं दिग्विजय सिंह और रीता बहुगुणा जोशी ने साफ-साफ इसका इशारा कर दिया है।
त्रिवेदी तृणमूल को छोड़ेंगे?
वहीं इस बीच ममता बनर्जी ने रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी को हटाने के लिए सरकार को 24 घंटे का अल्टिमेटम दिया है। ममता ने सरकार से त्रिवेदी पर सोमवार तक फैसला लेने को कहा है। वहीं दूसरी त्रिवेदी के बागी तेवर बरकरार हैं। उन्होंने रविवार को कहा कि रेलवे किसी की जागीर नहीं है। किसी एक पार्टी की वजह से रेलवे की नीति नहीं बदलनी चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि जब हम किसी पार्टी के दबाव में अपनी रक्षा व विदेश नीति नहीं बदलते, तो फिर रेलवे की पॉलिसी क्यों बदली जानी चाहिए? त्रिवेदी ने तृणमूल कांग्रेस के संसदीय दल के नेता सुदीप बंदोपाध्याय पर गलफहमी पैदा करने का आरोप लगाया है। खबर यह भी है कि दिनेश त्रिवेदी तृणमूल कांग्रेस को छोड़ सकते हैं।
समाजवादी पार्टी पर ऐतराज नहीं
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय ने कहा कि अगर समाजवादी पार्टी (एसपी) सरकार में शामिल होती है, तो उन्हें कोई ऐतराज नहीं है। वहीं यूपी में कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुकीं रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि इस बारे में फैसला सोनिया गांधी और पीएम को लेना है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में कोई किसी का दुश्मन नहीं होता। हमने भले ही एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ा है, लेकिन हमारे बीच दुश्मनी नहीं है। वहीं समाजवादी पार्टी की ओर से शाहिद सिद्दीकी ने कहा कि सरकार में शामिल होना है या नहीं, इसका फैसला पार्टी के नेता करेंगे।
यूपी में चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी के खिलाफ प्रचार की कमान संभाले दिग्विजय का अब कहना है कि एसपी यूपीए में आती है तो उन्हें कोई ऐतराज नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र में एसपी-कांग्रेस के गठबंधन से 2014 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की संभावनाओं पर असर नहीं पड़ेगा।दिग्विजय ने कहा, 'एसपी के सरकार के शामिल में होने को लेकर उन्हें कोई ऐतराज नहीं है। इस बारे में सरकार को फैसला लेना है। 2014 में कांग्रेस की संभावनाओं पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। हम तब अलग ही चुनाव लड़ेंगे। विधानसभा चुनावों में लोगों ने बीएसपी को हटाने के लिए एसपी को वोट दिया, जबकि लोकसभा चुनावों में लोग राष्ट्रीय पार्टी को वोट देंगे।'
ममता मुझे लिखकर दें :त्रिवेदी
दिनेश त्रिवेदी ने शनिवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के रेल मंत्री के पद से इस्तीफा देने के फरमान को दरकिनार कर दिया था। त्रिवेदी ने कहा, वह तब तक इस्तीफा नहीं देंगे जब तक उन्हें इस बारे में लिखित में नहीं कहा जाता। त्रिवेदी के बारे में सरकार सोमवार को कई फैसला ले सकती है। यात्री किरायों में बढ़ोतरी के बाद अपनी पार्टी टीएमसी की ओर से आलोचनाएं झेल रहे 61 वर्षीय त्रिवेदी ने कहा कि जो रेल बजट उन्होंने तैयार किया, उसे संसद में पारित कराना उनकी संवैधानिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, मैंने संसद में रेल बजट पेश कर दिया है। सोमवार को उस पर चर्चा होगी। मुझे रेल बजट पर चर्चा का जवाब देना होगा। इससे पहले लोकसभा में टीएमसी के मुख्य सचेतक कल्याण बनर्जी ने उन्हें फोन किया और इस्तीफा देने को कहा।
कोलकाता में ममता ने कहा कि उन्हें जो कहना था वह कह चुकी हैं और उन्होंने गेंद प्रधानमंत्री के पाले में डाल दी। उन्होंने कहा कि अब सरकार को फैसला करना है। रेल मंत्रालय के लिए मुकुल रॉय हमारे उम्मीदवार होंगे। त्रिवेदी के तेवरों ने प्रधानमंत्रीऔर कांग्रेस नेतृत्व को मुश्किल में डाल दिया है। अब उन्हें त्रिवेदी को रेल मंत्री के पदसे हटाने या उन्हें बरकरार रख कर टीएमसी की ओर से समर्थन वापस लिए जाने केसंभावित खतरे में से किसी एक पर फैसला करना होगा।
19 सांसदों के साथ टीएमसी यूपीए का दूसरा सबसे बड़ा घटक दल है। इससे पहलेकोलकाता में उच्चपदस्थ सूत्रों ने दावा किया था कि कांग्रेस नेतृत्व ने भरोसा दिलायाथा कि आम बजट पेश किए जाने के बाद त्रिवेदी को हटा दिया जाएगा। टीएमसी केसंसदीय दल के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने त्रिवेदी के उस दावे को खारिज कर दियाकि उन्हें बजट पर होने वाली चर्चा का जवाब देना है।

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