मुलायम का मुख्यमंत्री बनना तय
लखनऊ। उत्तरप्रदेश विधानसभा की 403 सीटों के सामने आए रूझान में समाजवादी पार्टी तेजी से आगे बढते हुए 194 सीटों तक पहुंच गई है और अब सरकार बनाने के लिए उसे कांग्रेस के मदद की जरूरत नहीं होनी चाहिए। बसपा 97 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर है जबकि भाजपा 47 और कांग्रेस चालीस सीट के साथ क्रमश: तीसरे और चौथे स्थान पर है। इसके साथ ही सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव का मुख्यमंत्री बनना तय मान जा रहा है। उनके पुत्र अखिलेश व पार्ट के अन्य नेता कह चुके हैं कि अगर सपा की सरकार बनी तो मुलायम ही मुख्यमंत्री बनेंगे। शुरूआती रूझान में भाजपा 70 सीटों पर बढ़त बना चुकी थी लेकिन उसकी बढ़त लगातार कम होती गई। शुरूआती रूझान से लग रहा था कि भाजपा दूसरे स्थान पर होगी लेकिन उसकी बढ़त लगातार कम होती गई। पीस पार्टी अपना दल और निर्दलीय सोलह सीटों पर आगे हैं और लगता है कि इनका समर्थन मिले तो सपा को सरकार बनाने में कांग्रेस की जरूरत नहीं होगी। पीस पार्टी ने पहले ही सपा को समर्थन देने की घोषणा कर दी है। पार्टी के पांच प्रत्याशी बढ़त बनाए हुए हैं। सरकार बनती देख प्रदेश सपा मुख्यालय में जश्न का माहौल है और पार्टी कार्यकर्ता ढोल मजीरे बजा रहे हैं। होली के दो दिन पहले ही सपा कार्यालय में होली खेली जा रही है।हालांकि पूरे रूझान में त्रिशंकु विधानसभा के आसार साफ दिखाई दे रहे हैं। सरकार की चाबी कांग्रेस के हाथ से निकल गई है इसीलिए अब नेताओं के बयान भी दो घंटे में ही बदल गए हैं। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति के अध्यक्ष और बाराबंकी से सांसद पीएल पुनिया ने कहा कि सपा यदि समर्थन मांगेगी तो पार्टी उस पर विचार करेगी। सरकार बनाने में समर्थन के लिए सपा को पहल करनी होगी। दूसरी ओर सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि पार्टी को कांग्रेस के समर्थन की जरूरत नहीं है। यदि कांग्रेस समर्थन देना चाहती है तो उसके नेता इसके लिए आगे आएं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी ने हार की जिम्मेवारी लेते हुए कहा कि पार्टी महासचिव राहुल गांधी ने प्रचार में पूरा जोर लगाया लेकिन संगठन मतदाताओं को मतदान केन्द्र तक पहुंचाने में असफल रहा। कांग्रेस के लिए सबसे चौंकाने वाला रूझान पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली और महासचिव राहुल गांधी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अमेठी की दस विधानसभा सीटों पर दिखाई दे रहे हैं जहां पार्टी प्रत्याशी पीछे चल रहे हैं।
पार्टी जनादेश स्वीकार करती है - नकवी
भाजपा के उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि पार्टी जनादेश को स्वीकार करती है। भाजपा बसपा या सपा को समर्थन नहीं देगी और विपक्ष में बैठेगी। मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा उठा कर विवाद खड़ा करने वाले केन्द्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद फर्रूखाबाद सीट पर पांचवें स्थान पर चल रही हैं और मिल रहे रूझान उनकी हार की ओर साफ इशारा कर रहे हैं।
उमा, कलराज ने बनाईबढ़त, रीटा पिछड़ीं
भाजपा उपाध्यक्ष कलराज मिश्र और पार्टी की वरिष्ठ नेता उमा भारती अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे चल रहे हैं जबकि कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी पीछे हैं। मिश्र लखनऊ पूर्व, उमा भारती चरखारी और जोशी लखनऊ कैंट से चुनाव लड़ रही थीं। मिश्र सपा की जूही सिंह से आगे हैं जबकि जोशी भाजपा के सुरेश तिवारी से पीछे चल रही हैं। बांदा सीट से कांग्रेस के विवेक सिंह आगे हैं जबकि चित्रकूट सीट से कुख्यात डकैत ददुआ का बेटा वीर सिंह पीछे है। वीर सिंह सपा का प्रत्याशी है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही देवरिया के पथरदेवा सीट से पीछे चल रहे हैं। बुलंदशहर की डिबाई सीट से जनक्रांति पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह पीछे चल रहे हैं। अमेठी राजघराने की कांग्रेस प्रत्याशी अमिता सिंह अमेठी सीट से पीछे चल रही हैं। रामपुर सीट से सपा के आजम खां आगे चल रहे हैं जबकि आजमगढ़ की दीदारगंज सीट से विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर पीछे चल रहे हैं।
लखनऊ। उत्तरप्रदेश विधानसभा की 403 सीटों के सामने आए रूझान में समाजवादी पार्टी तेजी से आगे बढते हुए 194 सीटों तक पहुंच गई है और अब सरकार बनाने के लिए उसे कांग्रेस के मदद की जरूरत नहीं होनी चाहिए। बसपा 97 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर है जबकि भाजपा 47 और कांग्रेस चालीस सीट के साथ क्रमश: तीसरे और चौथे स्थान पर है। इसके साथ ही सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव का मुख्यमंत्री बनना तय मान जा रहा है। उनके पुत्र अखिलेश व पार्ट के अन्य नेता कह चुके हैं कि अगर सपा की सरकार बनी तो मुलायम ही मुख्यमंत्री बनेंगे। शुरूआती रूझान में भाजपा 70 सीटों पर बढ़त बना चुकी थी लेकिन उसकी बढ़त लगातार कम होती गई। शुरूआती रूझान से लग रहा था कि भाजपा दूसरे स्थान पर होगी लेकिन उसकी बढ़त लगातार कम होती गई। पीस पार्टी अपना दल और निर्दलीय सोलह सीटों पर आगे हैं और लगता है कि इनका समर्थन मिले तो सपा को सरकार बनाने में कांग्रेस की जरूरत नहीं होगी। पीस पार्टी ने पहले ही सपा को समर्थन देने की घोषणा कर दी है। पार्टी के पांच प्रत्याशी बढ़त बनाए हुए हैं। सरकार बनती देख प्रदेश सपा मुख्यालय में जश्न का माहौल है और पार्टी कार्यकर्ता ढोल मजीरे बजा रहे हैं। होली के दो दिन पहले ही सपा कार्यालय में होली खेली जा रही है।हालांकि पूरे रूझान में त्रिशंकु विधानसभा के आसार साफ दिखाई दे रहे हैं। सरकार की चाबी कांग्रेस के हाथ से निकल गई है इसीलिए अब नेताओं के बयान भी दो घंटे में ही बदल गए हैं। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति के अध्यक्ष और बाराबंकी से सांसद पीएल पुनिया ने कहा कि सपा यदि समर्थन मांगेगी तो पार्टी उस पर विचार करेगी। सरकार बनाने में समर्थन के लिए सपा को पहल करनी होगी। दूसरी ओर सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि पार्टी को कांग्रेस के समर्थन की जरूरत नहीं है। यदि कांग्रेस समर्थन देना चाहती है तो उसके नेता इसके लिए आगे आएं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी ने हार की जिम्मेवारी लेते हुए कहा कि पार्टी महासचिव राहुल गांधी ने प्रचार में पूरा जोर लगाया लेकिन संगठन मतदाताओं को मतदान केन्द्र तक पहुंचाने में असफल रहा। कांग्रेस के लिए सबसे चौंकाने वाला रूझान पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली और महासचिव राहुल गांधी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र अमेठी की दस विधानसभा सीटों पर दिखाई दे रहे हैं जहां पार्टी प्रत्याशी पीछे चल रहे हैं।
पार्टी जनादेश स्वीकार करती है - नकवी
भाजपा के उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि पार्टी जनादेश को स्वीकार करती है। भाजपा बसपा या सपा को समर्थन नहीं देगी और विपक्ष में बैठेगी। मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा उठा कर विवाद खड़ा करने वाले केन्द्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद फर्रूखाबाद सीट पर पांचवें स्थान पर चल रही हैं और मिल रहे रूझान उनकी हार की ओर साफ इशारा कर रहे हैं।
उमा, कलराज ने बनाईबढ़त, रीटा पिछड़ीं
भाजपा उपाध्यक्ष कलराज मिश्र और पार्टी की वरिष्ठ नेता उमा भारती अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे चल रहे हैं जबकि कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी पीछे हैं। मिश्र लखनऊ पूर्व, उमा भारती चरखारी और जोशी लखनऊ कैंट से चुनाव लड़ रही थीं। मिश्र सपा की जूही सिंह से आगे हैं जबकि जोशी भाजपा के सुरेश तिवारी से पीछे चल रही हैं। बांदा सीट से कांग्रेस के विवेक सिंह आगे हैं जबकि चित्रकूट सीट से कुख्यात डकैत ददुआ का बेटा वीर सिंह पीछे है। वीर सिंह सपा का प्रत्याशी है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सूर्य प्रताप शाही देवरिया के पथरदेवा सीट से पीछे चल रहे हैं। बुलंदशहर की डिबाई सीट से जनक्रांति पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह पीछे चल रहे हैं। अमेठी राजघराने की कांग्रेस प्रत्याशी अमिता सिंह अमेठी सीट से पीछे चल रही हैं। रामपुर सीट से सपा के आजम खां आगे चल रहे हैं जबकि आजमगढ़ की दीदारगंज सीट से विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर पीछे चल रहे हैं।

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