जाटों ने 6 महीने के लिए टाला आंदोलन
हिसार : जाटों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से प्रदेश के हिसार जिले में चल रहा जाट आंदोलन सोमवार को खत्म हो गया। खाप नेताओं और आंदोलनकारी जाट नेताओं के बीच चली लंबी बातचीत के बाद सोमवार को आखिरकार जाट नेताओं ने अपना आंदोलन 13 सितंबर तक स्थगित कर दिया है। आंदोलन खत्म होने के बाद खाप नेता सूबे सिंह समैण ने ऐलान किया कि आंदोलन को 13 सितंबर तक स्थगित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर इसके बाद भी सरकार ने नौकरियों में जाटों को आरक्षण देने की मांगें नहीं मानीं तो फिर से आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद प्रदेश सरकार ने भी राहत की सांस ली है। अपना आंदोलन खत्म करने के बाद जाटों ने चार दिन पहले पुलिस की गोली से मारे गए युवक संदीप की लाश को रेल ट्रैक पर रखकर आंदोलन जारी रखे हुए नेताओं ने सोमवार को गांव मयड़ में उसका अंतिम संस्कार कर दिया। युवक की अंतिम शवयात्रा में हजारों जाट शामिल हुए। अपना आंदोलन खत्म करने के साथ ही जाट आंदोलनकारियों ने रेल ट्रैक को भी खाली कर दिया है। हिसार- दिल्ली नैशनल हाइवे 10 को भी खाली कर दिया है। आंदोलन के दौरान मारे गए युवक संदीप का गांव मयड़ में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
हिसार : जाटों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से प्रदेश के हिसार जिले में चल रहा जाट आंदोलन सोमवार को खत्म हो गया। खाप नेताओं और आंदोलनकारी जाट नेताओं के बीच चली लंबी बातचीत के बाद सोमवार को आखिरकार जाट नेताओं ने अपना आंदोलन 13 सितंबर तक स्थगित कर दिया है। आंदोलन खत्म होने के बाद खाप नेता सूबे सिंह समैण ने ऐलान किया कि आंदोलन को 13 सितंबर तक स्थगित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर इसके बाद भी सरकार ने नौकरियों में जाटों को आरक्षण देने की मांगें नहीं मानीं तो फिर से आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद प्रदेश सरकार ने भी राहत की सांस ली है। अपना आंदोलन खत्म करने के बाद जाटों ने चार दिन पहले पुलिस की गोली से मारे गए युवक संदीप की लाश को रेल ट्रैक पर रखकर आंदोलन जारी रखे हुए नेताओं ने सोमवार को गांव मयड़ में उसका अंतिम संस्कार कर दिया। युवक की अंतिम शवयात्रा में हजारों जाट शामिल हुए। अपना आंदोलन खत्म करने के साथ ही जाट आंदोलनकारियों ने रेल ट्रैक को भी खाली कर दिया है। हिसार- दिल्ली नैशनल हाइवे 10 को भी खाली कर दिया है। आंदोलन के दौरान मारे गए युवक संदीप का गांव मयड़ में अंतिम संस्कार कर दिया गया।

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