ठगे गए रणजी के शेर!
जयपुर। लागातार दूसरी बार राजस्थान को रणजी का सिरमौर बनाने वाली चैंपियन टीम अपने ही घर में सरेआम ठग ली गई। चैंपियनों के साथ यह धोखा उन्हीं के लिए आयोजित सम्मान समारोह के जलसे में सरेआम ही हुआ।
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन ने गुरूवार शाम जयपुर मेरियट होटल में रणजी चैंपियन टीम के सम्मान में एक भव्य समारोह रखा।
इस सम्मान समारोह के मंच से आरसीए के अध्यक्ष की ओर से रणजी विजेताओं को तीन करोड़ तीस लाख रूपए की इनामी राशि बांटने का ऎलान हुआ। इसमें से दो करोड़ रूपए बीसीसीआई और एक करोड़ 30 लाख रूपए आरसीए ने अपने पेटे से दिए जाने की घोषणा की थी। लेकिन हकीकत ने हैरान ही कर दिया। दरअसल, इन खिलाडियों को करीबडेढ़ करोड़ रूपए ही बांटे गए। बाकी की रकम कहां गई, इसका हिसाब किसी के पास नहीं है।सम्मान समारोह में मौजूद एक रणजी खिलाड़ी ने अपना नाम नहीं छापने की शर्त पर इसका खुलासा करते हुए कहा, "...हमें जो इनाम के पैसे बांटे गए। वह घोçष्ात की गई ईमानी रकम से काफी कम हैं। इससे खिलाडियों में काफी हताशा और नाराजगी है।" प्रोफेशनल्स के समारोह में न आने की वजह को भी इसी से जोड़ कर देखा जा रहा है।
प्रोफेशनल के साथ भी धोखा :
जानकारी के मुताबिक, जो इनामी राशि बांटी गई, उसमें प्रोफेशनल खिलाड़ी ऋçष्ाकेश कानिटकर(राजस्थान रणजी टीम के कप्तान) और आकाश चोपड़ा को बेहद निचले पायदान पर रखा गया। इनको इनामी राशि में से महज 12.50 लाख रूपए दिए गए, जबकि पूरे टूर्नामेंट में एक भी मुकाबला नहीं खेलने वाले गजेंद्र सिंह को करीब 13,84000 रूपए मिले। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आरसीए पदाधिकारियों ने इन प्रोफेशनल्स को कांटे्रक्ट का हवाला देकर इतने कम पैसे दिए, जबकि यह राशि कांटे्रक्ट से अलग मानी जानी चाहिए क्योंकि यह इनाम का पैसा था।
सरकार की ओर से घोçष्ात इनामी राशि का पता नहीं :इधर रणजी चैंपियन बनने के बाद राज्य सरकार की ओर से भी एक करोड़ 11 लाख रूपए की इनामी राशि घोçष्ात की गई थी लेकिन इस राशि का वितरण में कहीं जिक्र तक नहीं हुआ। तो इस पैसे का क्या हुआ? यह भी एक बड़ा सवाल मुंह बाये खड़ा हो गया है। इस बाबत बात में जब पदाधिकारियों से भी दरियाफ्त करने की कोशिश की गई, तो सभी बगलें झांकने लगे।
इनका कहना है :किस को कितना मिला, ये मुझे याद नहीं। मैं अभी घर पर हूं। ऑफिस पहुंच कर ही कुछ बता पाऊंगा। प्रोफेशनल्स को कम ही दिया गया है ,क्योंकि उनसे कांटे्रक्ट है। सरकार की ओर से घोषित इनामी राशि अभी मिली नहीं है। जब मिलेगी तब बांट देंगे।
- केके शर्मा, कार्यवाहक सचिव, राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन।
जयपुर। लागातार दूसरी बार राजस्थान को रणजी का सिरमौर बनाने वाली चैंपियन टीम अपने ही घर में सरेआम ठग ली गई। चैंपियनों के साथ यह धोखा उन्हीं के लिए आयोजित सम्मान समारोह के जलसे में सरेआम ही हुआ।
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन ने गुरूवार शाम जयपुर मेरियट होटल में रणजी चैंपियन टीम के सम्मान में एक भव्य समारोह रखा।
इस सम्मान समारोह के मंच से आरसीए के अध्यक्ष की ओर से रणजी विजेताओं को तीन करोड़ तीस लाख रूपए की इनामी राशि बांटने का ऎलान हुआ। इसमें से दो करोड़ रूपए बीसीसीआई और एक करोड़ 30 लाख रूपए आरसीए ने अपने पेटे से दिए जाने की घोषणा की थी। लेकिन हकीकत ने हैरान ही कर दिया। दरअसल, इन खिलाडियों को करीबडेढ़ करोड़ रूपए ही बांटे गए। बाकी की रकम कहां गई, इसका हिसाब किसी के पास नहीं है।सम्मान समारोह में मौजूद एक रणजी खिलाड़ी ने अपना नाम नहीं छापने की शर्त पर इसका खुलासा करते हुए कहा, "...हमें जो इनाम के पैसे बांटे गए। वह घोçष्ात की गई ईमानी रकम से काफी कम हैं। इससे खिलाडियों में काफी हताशा और नाराजगी है।" प्रोफेशनल्स के समारोह में न आने की वजह को भी इसी से जोड़ कर देखा जा रहा है।
प्रोफेशनल के साथ भी धोखा :
जानकारी के मुताबिक, जो इनामी राशि बांटी गई, उसमें प्रोफेशनल खिलाड़ी ऋçष्ाकेश कानिटकर(राजस्थान रणजी टीम के कप्तान) और आकाश चोपड़ा को बेहद निचले पायदान पर रखा गया। इनको इनामी राशि में से महज 12.50 लाख रूपए दिए गए, जबकि पूरे टूर्नामेंट में एक भी मुकाबला नहीं खेलने वाले गजेंद्र सिंह को करीब 13,84000 रूपए मिले। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आरसीए पदाधिकारियों ने इन प्रोफेशनल्स को कांटे्रक्ट का हवाला देकर इतने कम पैसे दिए, जबकि यह राशि कांटे्रक्ट से अलग मानी जानी चाहिए क्योंकि यह इनाम का पैसा था।
सरकार की ओर से घोçष्ात इनामी राशि का पता नहीं :इधर रणजी चैंपियन बनने के बाद राज्य सरकार की ओर से भी एक करोड़ 11 लाख रूपए की इनामी राशि घोçष्ात की गई थी लेकिन इस राशि का वितरण में कहीं जिक्र तक नहीं हुआ। तो इस पैसे का क्या हुआ? यह भी एक बड़ा सवाल मुंह बाये खड़ा हो गया है। इस बाबत बात में जब पदाधिकारियों से भी दरियाफ्त करने की कोशिश की गई, तो सभी बगलें झांकने लगे।
इनका कहना है :किस को कितना मिला, ये मुझे याद नहीं। मैं अभी घर पर हूं। ऑफिस पहुंच कर ही कुछ बता पाऊंगा। प्रोफेशनल्स को कम ही दिया गया है ,क्योंकि उनसे कांटे्रक्ट है। सरकार की ओर से घोषित इनामी राशि अभी मिली नहीं है। जब मिलेगी तब बांट देंगे।
- केके शर्मा, कार्यवाहक सचिव, राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन।

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