फिल्म 'गली-गली में चोर' है बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा शोर नहीं मचा पाई.
फिल्म गली-गली में चोर है ...अक्षय खन्ना, श्रिया सरन, मुग्धा गोडसे, सतीश कौशिक, विजय राज, राजपाल यादव.
यूं तो बॉलीवुड में भारतीय पॉलिटिक्स पर कई सटायर बनाए जा चुके हैं. इनमें जाने भी दो यारो, वेलकम टू सज्जनपुर जैसी फिल्में शामिल हैं. इन फिल्मों ने जैसा इम्पैक्ट पैदा किया वैसा इम्पैक्ट दिखाने में गली गली चोर है नाकाम है.डायरेक्टर रूमी जाफरी हालांकि उन्होंने अपने स्टार कास्ट से उम्दा अभिनय करवाने की पूरी कोशिश की है जिसमें वे कुछ हद तक ही सफल हो पाएं हैं.रूमी ने आज के समय के सबसे चर्चित मुद्दे भ्रष्टाचार को फिल्म में इतने कमजोर ढ़ंग से उठाया है कि दर्शक इससे खुद को जोड़ ही नहीं पाता है. वीना मलिक का चर्चित आइटम नंबर महंगी हुई है अंगड़ाई से फिल्म को कोई फायदा नहीं हुआ.
फिल्म की कहानी भारत (अक्षय खन्ना) के इर्द-गिर्द घूमती है जो एक आम आदमी, कैशियर और रामलीला में पार्ट टाइम में हनुमान बनता है.
भोपाल में रहने वाला भारत एक आम आदमी है. स्कूटर पर घूमने वाला भारत पार्ट टाइम केशियर और रामलीला में पार्ट टाइम हनुमान है.भारत अपने पिता शिवनारायण के साथ रहता है जिनकी ख्वाहिश है कि अपना देश भ्रष्टाचार मुक्त हो. भारत की पत्नी निशा एक स्कूल टीचर है. भारत का निशा हर तरह से ध्यान रखती है, लेकिन स्वभाव से थोड़ी शक्की है.वह चाहती है कि भारत की तरक्की हो. वह केशियर से मैनेजर बने. इस छोटे और खुशहाल परिवार में अमिता नामक एक मेहमान भी है.खूबसूरत अमिता एक कॉल सेंटर पर काम करती है और चाहती है कि कभी-कभी भारत भी उसे अपने स्कूटर पर उसे ऑफिस छोड़ दिया करे. फिल्म की सारी जिम्मेदारी अक्षय खन्ना के कंधों पर ही है और उन्होंने इसे बखूबी निभाया भी है. श्रिया शरण पर्दे पर जितनी सुंदर दिखीं हैं उतनी ही सुंदर उन्होंने एक्टिंग भी की है. वहीं सहायक भूमिकाओं में सतीश कौशिक, विजयराज, मुरली शर्मा और अन्नू कपूर ने रंग जमाया है.
मीडिया से दूरी पसंद करते हैं अक्षय

अक्षय खन्ना यह स्वीकार करते हैं कि उन्हें मीडिया से दूर रहना पसंद है.अक्षय ने कहा, "मैं लोगों की निगाहों से दूर रहना चाहता हूं. मैं हमेशा सुर्खियों में नहीं छाया रहना चाहता. कुछ लोग ऐसे हैं जो हर कहीं छाए रहना चाहते हैं और हमेशा उपलब्ध रहते हैं. मुझे यह पसंद नहीं है. मुझे अदृश्य रहना पसंद है."फिल्मोद्योग में अक्षय को उनके एकांतवास के लिए जाना जाता है. वैसे अक्षय अपनी नई फिल्म के प्रचार-प्रसार में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं.वह कहते हैं कि जब उनकी फिल्म प्रदर्शित होने जा रही है तो वह जो भी कर सकते हैं वह सब करेंगे.
उन्होंने कहा, "जब मैं अदृश्य रहता हूं तो खूब फिल्में देखता हूं. मैं बहुत पढ़ता हूं, मेरे पास दोस्त और परिवार हैं इसलिए मैं उनके साथ समय बिताता हूं. मैं खूब सोता हूं." अक्षय कहते हैं, "मैं वर्तमान में विश्वास करता हूं, एक बुरी फिल्म करने से बेहतर है कि घर बैठा जाए. मैं अपने करियर से बहुत संतुष्ट हूं. जब मैंने अपना पहला दृश्य दिया था, तब से अब तक 16 साल हो गए हैं. यह बहुत लम्बा समय है.एक अरब लोगों की आबादी में बहुत कम लोगों को फिल्मों में काम करने का अवसर मिलता है. इसलिए मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानता हूं.बतौर एक अभिनेता जीवनयापन करना आसान नहीं है. इसलिए मैं बहुत खुश हूं."

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