दुल्हन करती रही इंतजार और दम तोड़ते रहे बाराती

हिसार.चंद पलों में शादी की खुशियां मातम में बदल गईं। सड़क हादसे में एक ही कुनबे के तीन लोग काल का ग्रास बन गए। बाराती बन कर घर से निकले मासूम बच्चों की जान पर आफत बन आई। दूल्हा कुलदीप भी समझ नहीं पा रहा कि आखिर भाग्य ने ऐसा खेल उसके साथ क्यों खेला?नाचते गाते उसकी बारात पंजाबी धर्मशाला पहुंचनी थी, मगर रातभर अस्पतालों के चक्कर काटती रही। उधर, धर्मशाला में दुल्हन बारात का इंतजार कर रही थी। नरवाना के बेलरखां से बारात की सभी गाड़ियां चली थीं। स्पीड पर चलती सूमो ने जैसे ही बरवाला में एंट्री की वह सड़क के साइड में खड़ी ट्राली में जा टकराई।टक्कर इतनी भयंकर थी कि गाड़ी की छत के साथ अंदर बैठे व्यक्ति भी कट गए। अचानक गाड़ी का एक हिस्सा कटा और वह तेजी से उड़ता हुई कई फुट दूर जाकर गिरा। हादसे के बाद हाइवे पर जाम लग गया। सड़क पर चारों तरफ खून बिखरा था। जाम देखकर बारात की गाड़ियां रुकीं तो अपने लोगों को देखकर उनके पैरे तले जमीन खिसक गई।बाराती समझ नहीं पा रहे थे क्या हुआ। दुर्घटनाग्रस्त सूमो से आठ लोगों को निकाला और एक एंबुलेंस में डाल कर उन्हें हिसार सिविल अस्पताल भेजा। दो को बरवाला सीएचसी ले गए, वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया। एक व्यक्ति का शव गाड़ी में था जिसका सिर कटा हुआ था। शुरू में उसकी पहचान ही नहीं हो रही थी कि आखिर वह है कौन।परिजनों ने देखा तो वह दूल्हे कुलदीप के बड़ा भाई राजेंद्र का शव था। बरवाला में कुलदीप की बुआ का लड़का मोहन व राजेंद्र का साला राममेहर मृत पड़े थे। यह सुनकर बारात की गाड़ियां सिविल अस्पताल पहुंच गईं। दूल्हा भी साथ था।रेफर होने के बाद बाराती दूल्हे के साथ कभी सपरा अस्पताल तो कभी सिविल अस्पताल में चक्कर काट रहे थे। देर रात तक कोई समझ नहीं पा रहा था कि आखिर कौन-कौन घायल हुआ है। रात बाहर बजे के बाद गमगीन माहौल में फेरों की रस्म हुई। दूल्हे के चचेरा भाई भादर का बेटा अंकित भी घायल है। उसने बताया कि बारात चली तो सभी बच्चे एक गाड़ी में चढ़ गए। बड़े बुजुर्ग ने रोका भी मगर सब ईश्वर की कृपा है। अंकित अब खतरे से बाहर है।
अचानक आई गाड़ी
ट्राली खड़ी कर होटल पर जा रहे मामन वाली का धूपा और टेकचंद को पता ही नहीं चला कि दुर्घटनाग्रस्त सूमो कब उनसे आकर टकरा गई। टेकचंद ने बताया कि वह दोनों खाना खाने होटल पर जा रहे थे। अचानक गाड़ी की छत उड़ती हुई आई और धूपा की टांग पर टकरा गई।

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