अफसरों को नहीं पता अपनी हैसियत?जयपुर.केन्द्र और राज्य सेवा के ज्यादातर अफसरों को यह पता नहीं है कि उनकी संपत्ति की मौजूदा बाजार कीमत क्या है? ऊपर से सरकार ने अब उनसे निर्माण लागत की भी जानकारी मांगी है। इससे वे कशमकश में हैं कि क्या करें। इन अफसरों ने पिछले साल जो रिटर्न भरी है, उसमें कुछ ने वर्तमान मूल्य का कॉलम खाली छोड़ दिया तो कुछ ने पता नहीं, लिखा। काफी अफसर ऐसे भी हैं जिन्होंने वर्तमान मूल्य में खरीद मूल्य ही लिखा है।
सूत्रों के अनुसार केन्द्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग भी संपत्ति का वर्तमान मूल्य पता करने का मैकेनिज्म खोजने में लगा है। प्रॉपर्टी रिटर्न के लिए केन्द्रीय कार्मिक विभाग ने निर्धारित प्रपत्र में मामूली संशोधन भी किया है। इसमें कहा गया है कि यदि किसी अधिकारी के लिए संपत्ति का वास्तविक मूल्य बताना संभव नहीं हो तो वे अनुमानित कीमत तो लिख ही सकते हैं।
इसमें यह भी कहा गया है कि ऑल इंडिया सर्विसेज (कंडक्ट) रूल्स 1968 के नियम 16(2) के तहत प्रत्येक अधिकारी के लिए वार्षिक विवरणी में अचल संपत्ति के बारे में पूरी जानकारी देना अनिवार्य है। भले संपत्ति स्वयं के नाम या परिवार के सदस्य के नाम हो। यह भी बताना होगा कि वह संपत्ति पैतृक, खरीदी, लीज, या रहन रखी हुई है। यह विवरण हर साल देना होगा, संपत्ति की स्थिति में चाहे बदलाव हुआ हो या नहीं।
पूर्व मुख्य सचिव एम.एल. मेहता का मानना है कि अधिकारियों से उनकी संपत्ति का वर्तमान पूछना ही गलत है। वर्तमान मूल्य लिखने से ईमानदार अफसर भी बेईमान नजर आएगा, जबकि सर्वविदित है कि संपत्ति का मूल्य आसपास होने वाले विकास के आधार पर बढ़ता रहता है।
कॉलम ही बदल दिया
जीएडी में प्रमुख सचिव आर.पी. जैन ने वर्तमान मूल्य के कॉलम को बदलकर गिफ्ट या वसीयत के समय की कीमत कर दिया। बीआईपी कमिश्नर पुरुषोत्तम अग्रवाल ने भी वर्तमान मूल्य के कॉलम को अधिग्रहण की कीमत में बदलकर उसी के अनुरूप संपत्ति की कीमत लिख दी। आईपीएस संजय अग्रवाल, मालिनी अग्रवाल और मोहनलाल लाठर ने वर्तमान मूल्य के कॉलम में बाजार मूल्य लिखकर छोड़ दिया। ऐसा ही आरएएस, आरपीएस और लेखा सेवा के अधिकारियों ने किया है।
डीएलसी रेट पर करें वर्तमान मूल्य की गणना
"संपत्ति के वर्तमान मूल्य की गणना उस क्षेत्र की डीएलसी रेट के आधार पर की जा सकती है। इस बारे में कार्मिक विभाग परिपत्र भी जारी कर चुका है।"
खेमराज, प्रमुख सचिव, कार्मिक विभाग
इन्हें नहीं पता अपनी संपत्ति का मूल्य
आईएएस : पी.के. आनंद, रवि माथुर, नीलिमा जौहरी, अशोक संपतराम, ओ.पी. मीणा, तपेन्द्र कुमार, अशोक जैन, राजहंस उपाध्याय, आशीष बहुगुणा, डी.बी. गुप्ता, सी.एस. राजन, वी.एस. सिंह, राजीव महर्षि, संगीता गैरोला, पी.के. देब, एल.पी. कोठारी, आशा सिंह, मुकेश कुमार शर्मा, सीमा बहुगुणा, ललित मेहरा, सुदर्शन सेठी, अपर्णा अरोड़ा, कुलदीप रांका, आनंद कुमार, अखिल अरोड़ा, डॉ. आर. वेंकटेश्वरन, गिरिराज सिंह, दीपक उप्रेती, संजय दीक्षित, डॉ. मंजीतसिंह, राजेन्द्र भाणावत, रोहित कुमार सिंह, वी. श्रीनिवास, राजेश्वरसिंह, कुंजीलाल मीणा, अजिताभ शर्मा, आलोक गुप्ता, नवीन महाजन, गायत्री राठौड़, भवानीसिंह, मुग्धा सिन्हा, भानुप्रकाश येटरू, रवि कुमार सुरपुर, जोगाराम, गिरिराजसिंह कुशवाह, अभिमन्युसिंह।
आईएफएस : आर.एन.मेहरोत्रा, अरुण सेन, राहुल कुमार, ओमप्रकाश मेहता, सविता आनंद, सिद्धनाथ सिंह, डॉ. सुरेश चंद, जी.पी. सक्सेना, टी.सी. वर्मा, अरुणकांत सक्सेना, वी.एस. बोहरा।
आईपीएस : डॉ. हेमंत पुरोहित, नंदकिशोर, सुधीर प्रतापसिंह, सत्यनारायण जैन, अरविंद कुमार जैन, कन्हैयालाल, हरिश्चंद्र मीणा, गिरधारीलाल शर्मा, गिर्राजलाल मीणा, रणजीतसिंह, निसार अहमद फारुकी, मालिनी अग्रवाल, अशोक राठौड़, के.बी. वंदना, गौरव श्रीवास्तव, कर्नल बी.एस. कपूर, बिपिन कुमार यादव, संजय अग्रवाल, जंगा श्रीनिवासराव, उमेश मिश्रा, भूपेन्द्र कुमार दक, मोहनलाल लाठर।
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