रमजान को लेकर रामसर पहुंची दिल्ली क्राइम ब्रांच टीम
बाड़मेर।
दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम गुरुवार सुबह पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोपित मौलाना रमजान को लेकर बाड़मेर के रामसर स्थित उसके गांव माणक की ढाणी पहुंची। रमजान मूलत: ग्राम पंचायत सुराली स्थित इस ढाणी का रहने वाला है। टीम ने जैसलमेर से यहां पहुंच उसकी ढाणी में उसके परिवारजनों और आसपास के लोगों से कई अहम जानकारियां जुटाई हैं। आरोपित का गांव भारत-पाक सीमा से सटा होने से टीम ने यहां गहनता से छानबीन की।
दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम में शामिल 8 सदस्य रमजान को लेकर सबसे पहले पुलिस थाना रामसर पहुंचे। जहां उसके बारे में जानकारी जुटानी चाही, लेकिन रामसर पुलिस के पास आरोपित को लेकर कोई मामला दर्ज नहीं होने की बात सामने आई। यहां से कार्यवाहक थानाधिकारी ललित किशोर को साथ लेकर रमजान के गांव माणक की ढाणी गए। उसके परिजनों से करीब एक घण्टे तक बातचीत कर मामले से जुड़ी जानकारी ली।
हालांकि रमजान के परिवार और गांव के लोगों ने टीम को बताया की रमजान पिछले कई वर्षों से नागौर में ही रहता है। किसी त्योहार या बड़े कार्यक्रम में ही वह ढाणी आता था। टीम ने उसके घर की तलाशी ली तथा वीडियो रिकॉर्डिंग भी करवाई। यहां उन्होंने परिवार से संबंधित कई दस्तावेजों की जांच की।
टीम के पहंचुते ही गांव में सन्नाटा
टीम जब ढाणी पहुंची तो अधिकांश ग्रामीण घरों में दुबक गए और देखते ही देखते गांव में सन्नाटा पसर गया। लोगों का कहना है कि जब से यह मामला सामने आया है, उसके बाद से रमजान के घर कोई भी ग्रामीण नहीं जा रहा। उन्हें इस बात का डर है कि कहीं पुलिस उनसे भी पूछताछ न कर लें। सूत्रों के अनुसार टीम को रमजान की बुजुर्ग मां घर पर मिली। रमजान ने अपनी मां से मुलाकात की और भावुक हो गया। मुलाकात के बाद टीम ने रमजान की मां और परिवार के अन्य सदस्यों से भी जानकारी ली।
धूमधाम से की थी बेटी की शादी
जासूसी के आरोप में गिरफ्तार रमजान के कुल पांच संतान हैं। चार पुत्र और एक पुत्री है। ग्रामीणों ने बताया कि डेढ़-दो वर्ष पूर्व रमजान ने बेटी की शादी धूमधाम से की थी।
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