हाई अलर्ट, पश्चिमी राजस्थान की सरहद सील, छुट्टियां रद्द
बाड़मेर/जैसलमेर.
भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बाड़मेर-जैसलमेर से सटी पश्चिमी सरहद पूरी तरह सील कर दी गई है। हालांकि सीमा से सटे गांवों से अभी ग्रामीणों को हटाने की यहां नौबत नहीं आई है, लेकिन सीमा सुरक्षा बल के साथ जैसलमेर और बाड़मेर क्षेत्र में भारतीय सेना और वायुसेना भी हाई अलर्ट मोड पर है। बाड़मेर जैसलमेर के साथ बीकानेर व गंगानगर में भी बॉर्डर को सील कर दिया गया है और पेट्रोलिंग कई गुना बढ़ा दी गई है। इस बीच केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह आगामी 7 अक्टूबर को जैसलमेर के सीमा क्षेत्र का जायजा लेने के लिए आ सकते हैं। 
केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथसिंह के जैसलमेर आने की खबर है। सूत्रों के मुताबिक वे आगामी 7 अक्टूबर को विशेष विमान से जैसलमेर आएंगे और पाक से सटी जैसलमेर की सीमा का जायजा लेंगे। इस दौरान वे सुरक्षा एजेंसियों व सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। सूत्रों के मुताबिक सरहद पार पाकिस्तानी सेना की ओर से युद्धाभ्यास किए जाने की सूचनाएं सामने आने के बाद गृहमंत्री का ये दौरा बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इधर, बाड़मेर जिला कलक्टर ने सभी सरकारी कर्मचारियों को मुख्यालय नहीं छोडऩे और अवकाश नहीं लेने के निर्देश दिए हैं। बाड़मेर से सटे सीमावर्ती क्षेत्र में धारा 144 की पालना सुनिश्चित करने का कहा है। शाम सात बजे से सुबह पांच बजे तक सीमावर्ती गांवों में कफ्र्यू की सख्ती से पालना करने के निर्देश दिए हैं।

रात में अफसर बॉर्डर पर

जैसलमेर से लगते बॉर्डर क्षेत्र में सीमा चौकियों पर बल के अधिकारी रात में जवानों के साथ मुस्तैद हैं। अधिकारियों की मौजूदगी से किसी भी तरह की परिस्थिति में निर्णय लेने और जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिहाज से यह व्यवस्था की गई है।

पड़ोसी के हर मूवमेंट पर चौकस निगाहें

भारत-पाक के बीच बढ़ते तनाव का असर जैसलमेर सरहद पर साफ तौर पर देखा जा सकता है। रेड अलर्ट के बाद चौकसी बढ़ा दी गई है। बोर्डर के उस पार युद्धाभ्यास की सूचनाओं के बाद बढ़ाए गए सुरक्षा पहरे के बीच हर मूवमेन्ट पर नजर रखी जा रही है। जवान हर गतिविधि की सूचना उच्चाधिकारियों को दे रहे हैं। हालांकि फिरोजपुर, पठानकोट, अटारी से सटे गांवों को खाली कराने की कवायद के बीच सीसुब ने फिलहाल जैसलमेर और बाड़मेर सरहद से सटे गांवों को खाली कराने सबंधी अटकलों को नकार दिया है।

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