दलितों ने रेली निकाल कर पुलिस के विरूद्व किया प्रदर्शन
महापड़ाव के चौथे दिन सरकार को दी चेतावनी
बाड़मेर।
अत्याचार एवं उत्पीड़न से पीड़ित दलितों ने पुलिस एवं प्रशासन की शिथिल कार्यवाही से त्रस्त होकर महापड़ाव के चैथे दिन जोरदार रैली निकाल कर सरकार को उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। दलित अत्याचार निवारण समिति के बैनर पर निकाली इस रेली मे जिले भर के हजारों दलित समुदाय के लोग एवं उनके नेता मौजूद रहे जिसमे महिलाएं भी शरीक थी। कलेक्ट्रेट के सामने महापड़ाव स्थल से रवाना हुई इस रेली मे कतारबद्व एवं अनुशासित तरीके से चल रहे इन लोग पुलिस और प्रशासन होश मे आओ, दलितों को अपराधियों से आजाद करो, उत्पीड़न बंद करो लड़ेगंे जीतेगें सहित बाबा साहब के नारों जैसे जोशीले नारे लगाते हुए चल रहे थे। यह रेली महापड़ाव स्थल से अंहिसा सर्किल होते हुए फिर कलेक्ट्रेट पहुंची।
समिति के संयोजक उदाराम मेघवाल ने बताया कि बाड़मेर जिले मे पिछले 3 महिने मे दलित अत्याचार एवं उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ रही हैं। विभिन्न पुलिस थानों मे दर्ज करीबन 28 मामलों मे पुलिस द्वारा नामजद अभियुक्तों के विरूद्व कोई कार्यवाही नही की जाकर उनका बचाव किया जा रहा हैं। उन्होने कहा कि दलित समुदाय की महिलाएं घरों मे सुरक्षित नही हैं तथा दुष्कर्म एवं उत्पीड़न की घटनाओं की शिकार बनाई जा रही हैं। दलितों के खातेदारी खेत हड़पे जा रहे हैं प्रभावशाली उन पर जुल्म ढाह रहे हैं। रहवासी मकान कब्जा एवं रहवासी मकानों के चारो तरफ सरकारी भूमी पर कास्त कब्जा व अतिक्रमण कर दलितो के घरो के सार्वजनिक रास्ते तक बन्द कर दिये हैं। पुलिस व प्रशासन आंखे मूंद कर बैठी हुई हैं। 
उन्होने बताया कि इस विशाल रेली मे कमठा मजदूर यूनियन के अध्यक्ष लक्ष्मण बडेरा, भील समाज के अध्यक्ष भूराराम भील, रामदास खंगेला, प्रधान पदमाराम मेघवाल, उप प्रधान कुटलाराम, सरपंच टीकमाराम भील, जिला परिसद सदस्य किसनलाल भील, भाजपा जिला परिसद सदस्य मुंसीलाल, लोजपा के हरखाराम मेगवाल, सवाईराम मेघवाल, प्रविण ब्रजवाल, सरपंच रणजीत कुमार पूर्व सरपचं जैसाराम, पदमाराम, किसनलाल मंसुरिया फताराम सोखरु, भंवरलाल पंवार, धर्माराम पंवार, सांगाराम, भागूराम मंसूरिया, मूलाराम पूनड़, भैरूसिंह फुलवारिया, मोडाराम कालबेलिया अध्यक्ष, जेसाराम, हेमराज, सोनाराम टांक, वगताराम मंसूरिया, केवला राम रानीगाॅव, ताराराम पंवार, मंगलाराम आरटीआई कार्यक्रता, चाम्पाराम मंसूरिया, पार्षद सोहन लाल, करनाराम मारुड़ी, टाउराम बोस, गिरधारी राम, शेराराम पन्नू, राजूदास माहराज, कालूदास वाघेला, सांगाराम, सोहन पार्षद, लीलाराम सिंगाड़िया, मांगाराम मंसूरिया, नवाराम मंसूरिया, चैनाराम, कानासर एवं छात्र नेता पुखराज वरण, थाना राम लोहिया, जोगराज सिंह, काछबाराम, सहित विभिन्न दलित नेता भी उपस्थित रहे और एकत्रित लोगों को सम्बोधित करते हुए सरकार को चेतावनी दी कि आये दिन बढ रही दलित उत्पीड़न की घटनाएं तानाशाह शासन की याद दिला रही हैं अब दलित न्याय के लिए सड़कों पर उतरने को विवश हैं। 
समिति के संयोजक उदाराम मेघवाल एवं कमठा मजदूर यूनियन के अध्यक्ष लक्ष्मण बडेरा, आदूराम मेघवाल, भूराराम भील, हरखाराम मेघवाल, सहित विभिन्न दलित नेताओं ने दो टूक शब्दों मे प्रशासन एवं पुलिस को चेतावनी दी कि यदि दलितों पर जुल्म की घटनाओं मे लिप्त लोगों को अविलंब गिरफ्तार नही किया गया तो आंदोलन को पूरे प्रदेश मे फैलाया जायेगा। उन्होने कहा कि पुलिस की खामोशी एवं पक्षपातपूर्ण कार्यवाही से अपराधियों के हौंसले बुलंद होते जा रहे हैं।

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