बाड़मेर में मूसलाधार बारिश में भी 9 वें दिन भी महापड़ाव जारी रहा, एससी आयोग के राष्ट्रीय चेयरमेन से हुई वार्ता
बाड़मेर।
दलित समुदाय के उत्पीड़न के मामलों मे कलक्टर कार्यालय के बाहर चल रहा महापड़ाव एवं आंदोलन 9वें दिन भी जारी रहा। इस बीच अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के अध्यक्ष पीएल पुनिया ने समिति के संयोजक उदाराम मेघवाल से बातचीत कर सभी 28 प्रकरणों की विस्तार से जानकारी मांगी। उन्होने तुरंत ही बाड़मेर दौरा करने का आष्वासन भी दिया।
यह जानकारी देते हुए दलित अत्याचार निवारण समिति के संयोजक उदाराम मेघवाल ने बताया कि जिला कलक्ट्रेट के बाहर दुष्कर्म, जानलेवा हमले, रहवासी मकान एवं खेतों से बाहर धकेल कब्जे करने जैसे गंभीर अपराध तथा अत्याचारों से दुखी दलित समुदाय के लोगों को इंसाफ दिलाने के लिए महापड़ाव चल रहा हैं लेकिन स्थानीय पुलिस एवं प्रषासन इसे गंभीरता से नही ले रहा हैं। आंदोलन को तेज करने की रणनीति बनाई जा रही हैं।
दलित अत्याचार निवारण समिति के संयोजक उदाराम मेघवाल ने बताया कि गुरूवार को भारी बारिष के चलते आसमां तले महापड़ाव पर बैठे दलितों ने प्रषासन एवं पुलिस के ढीले रवैये पर रोष जताया कि उन्हें इंसाफ नही मिलने तक वे आंदोलन पर रहेंगे। महापड़ाव स्थल पर बड़ी संख्या मे ग्रामीण दलित पहुंचे और समर्थन का विष्वास दिलाया हैं। मुख्यमंत्री को सीधा ज्ञापन ईमेल से भेजा गया।
धरना स्थल पर सम्बोधन मे समिति के संयोजक उदाराम मेघवाल ने कहा प्रदेष भर के विभिन्न दलित संगठनों के प्रतिनिधियों से बातचीत कर आंदोलन मे सहयोग करने की गुहार की गई हैं। सभी ने दलित उत्पीड़न के संगीन मामलों मे पुलिस की ओर से लीपापोती किए जाने पर आक्रोष जताया हैं। धरने को चेनाराम कानासर, आरटीआई कार्यकर्ता मंगलाराम बामणोर, षिक्षाविद धर्माराम पंवार, आचार्य रूपाराम नामा, भील समाज के अध्यक्ष भूराराम भील, लोजपा के हरखाराम मेघवाल, मजदुर नेता रामदास सांगेला ने सम्बोधित कर सरकार को चेतावनी दी कि समय रहते शासन और प्रषासन समस्त दर्ज प्रकरणों में नामजद मुल्जिमों, घटनाओं को अंजाम देने के लिए कार्य में लिये गये वाहनों एवं हथियार बरामद कर गिरफ्तार करें। अन्यथा यह आन्दोलन सरकार और प्रषासन को भारी पड़ेगा। धरनास्थल पर मेघवाल परिषद् के जिलाध्यक्ष मुलाराम मेघवाल, प्रधान पदमाराम मेघवाल, पार्षद सोहनलाल मंसुरिया, पुर्व सरपंच बांकाराम नामा, हीराराम बामणोर, सवाईराम मेघवाल, आम्बाराम मंसुरिया उण्डखा, ताराराम पंवार, मुलाराम पुनड़, खेतेष कोचरा, महेन्द्राराम मठाराणी, राउराम पंवार, इतियोदेवी, भंवर अणखिया, खेताराम, गाजीराम, मुलाराम गांधव, गणेष एडवोकेट, पुरखाराम पुनड़, मांगाराम मंसुरिया, विरधाराम सोेखरू, करनाराम मारूड़ी, चेलाराम मंसुरिया सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहें।

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