चिकित्सक देंगे गर्भकाल के दौरान विशेष गंभीरता बरतने का संदेश
लापरवाही बरतने पर होगी कार्यवाहीं
बाड़मेर।
प्रदेश में मातृ-शिशु मृत्युदर में कमी लाने के उद्धेश्य से 9 जून से प्रारंभ हुए प्रथम प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में कम उपलब्धि अर्जित करने वाले चिकित्सा अधिकारी गर्भवती महिला को गर्भकाल के दौरान विषेष गंभीरता बरतने का संदेष देंगे। चिकित्सा अधिकारी स्वयं लाभार्थी गर्भवती महिलाओं के घर जाकर उन्हें आगामी 9 जुलाई के प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के दिन जांच-परामर्श हेतु आमंत्रित करेंगे। शनिवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सुनील कुमार सिंह बिष्ट ने यह जानकारी बायतू में एएनएम व चिकित्सा अधिकारियों की बैठक में दी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस अभियान में लापरवाही बरतने वाले चिकित्सा संस्थान के प्रभारी व कार्मिक के खिलाफ गंभीर कार्यवाहीं की जायेगी। इसके बाद सीएमएचओ ने आदर्ष पीएचसी चवा का भी निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में चिकित्साधिकारी गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य देखभाल के कार्याें को विशेष प्राथमिकता के साथ क्रियान्वित करेंगें। आगामी 9 जुलाई को आयोजित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में आवष्यक तैयारी करने के दिशा-निर्देश दिये।
11 जुलाई से होगा जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा
सीएमएचओ ने बताया कि 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस से प्रारंभ होने वाले जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा सहित सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा, हाईरिस्क प्रेगनेंसी के प्रबंधन हेतु संचालित कुशल मंगल कार्यक्रम, सुरक्षित मातृत्व दिवस, प्रसूति नियोजन दिवस एवं बच्चों में टीकाकरण व कुपोषण निवारण में गुणवत्तापूर्ण सेवाएं सुनिश्चित करें।
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