बाड़मेर पेयजल योजनाओ को निर्धारित समयावधि में पूरा करवाएंः शर्मा
बाड़मेर, 29 जुलाई। पेयजल परियोजनाआंे की निर्धारित समयावधि मंे पूर्ण करवाने के प्रयास किए जाएं। इसके लिए संबंधित अधिकारी नियमित रूप से मोनेटरिंग करें। भूमि अवाप्ति संबंधित प्रकरणांे को चिन्हित करें, ताकि ऐसे प्रकरणांे को निस्तारित करवाया जा सके। जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर पेयजल परियोजनाआंे की समीक्षा संबंधित बैठक के दौरान यह बात कही।
जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने कहा कि प्रगतिरत पेयजल परियोजनाआंे को पूरा करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से यथासंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा। उन्हांेने प्रत्येक पेयजल परियोजना की प्रगति के बारे मंे संबंधित अधिकारियांे से विस्तार से जानकारी लेते हुए कहा कि यह राज्य सरकार के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। इससे सैकड़ांे गांव में पेयजल संबंधित समस्या दूर होगी। ऐसे मंे इनकी प्रगति की नियमित रूप से समीक्षा करने के साथ संबंधित फर्म को प्रोत्साहित एवं निर्देशित किया जाए,ताकि समय पर कार्य पूर्ण हो सके। इस दौरान जलदाय विभाग के अधिकारियांे ने बताया कि बाड़मेर जिले मंे पांच पेयजल परियोजनाआंे का काम चल रहा है। इसमंे बाड़मेर लिफ्ट के दो प्रोजेक्ट प्रगतिरत है। इसमंे पार्ट-ए से 171 एवं पार्ट बी से 67 गांव लाभांवित होंगे। जबकि तीसरे पार्ट-सी को लेकर न्यायालय मंे प्रकरण विचाराधीन है। बाड़मेर लिफ्ट पार्ट-ए का कार्य प्रगतिरत है। इसमंे कुछ स्थानांे पर जमीन के अभाव मंे ओवरहेड टैंक बनाने मंे दिक्कत आ रही है। अधिकारियांे ने बताया कि बाड़मेर लिफ्ट पार्ट बी मंे मुख्य लाइन का करीब 11 किमी का कार्य बाकी है। कुछ स्थानांे पर भूमि अवाप्ति की जानी है। इसी तरह पोकरण-फलसूंड पेयजल परियोजना मंे नाचना-पोकरण के मध्य प्रथम फेज का कार्य पूरा हो चुका है। इसमंे बालोतरा तक करीब 60 किमी पाइप लाइन बिछाने का कार्य बाकी है। जिला कलक्टर शर्मा ने इस कार्य को प्राथमिकता से करवाने एवं संबंधित फर्म को कार्य की गति बढाने के लिए निर्देशित करने को कहा। परियोजना से जुड़े अधिकारियांे ने बताया कि उम्मेदसागर धवा पेयजल योजना मंे 855 मंे से 801 किमी पाइप लाइन बिछाने का कार्य पूरा हो चुका है। शेष कार्य आगामी एक-दो माह की अवधि मंे पूरा होने की संभावना है। इसी तरह नर्मदा प्रोजेक्ट के अधिशाषी अभियंता शंकरलाल ने बताया कि इसमंे एचआर प्रथम प्रोजेक्ट से गुड़ामालानी क्षेत्र के 177 गांव लाभांवित हांेगे। इसमंे इस बजट भाषण मंे अतिरिक्त योजना की घोषण करने से अब 308 गांव लाभांवित होंगे। यह कार्य 31 मार्च 2017 तक पूर्ण किया जाना है। उन्हांेने बताया कि इस परियोजना मंे 55 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है।
समीक्षा बैठक के दौरान बताया गया कि नर्मदा नहर परियोजना के एचआर-द्वितीय भाग मंे 2203 किमी मंे से 260 किमी कार्य पूरा हो चुका है। इस परियोजना से कुल 205 गांव इसमंे शिव-गडरारोड़ क्षेत्र के 110 एवं रामसर के 95 गांव शामिल है। इस परियोजना को अप्रैल 2017 मंे पूरा किया जाना है। जिला कलक्टर शर्मा ने इस परियोजना के कार्य की धीमी प्रगति को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियांे को नियमित मोनेटरिंग कर अपेक्षित प्रगति लाने के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक के दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने कहा कि भूमि अवाप्ति संबंधित प्रकरणांे मंे महात्मा गांधी नरेगा मंे बनने वाली ग्रेवल सड़कांे की तर्ज पर समझाइश करके भूमि सरेंडर करवाई जा सकती है। जिला कलक्टर शर्मा ने जलदाय विभाग के अधिकारियांे को ऐसे प्रकरणांे की सूची बनाकर सोमवार तक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक के दौरान इन पेयजल परियोजनाआंे के लिए आधारभूत सुविधाआंे पानी का होद, एमबीआर, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण पर विस्तार से विचार-विमर्श करते हुए संबंधित अधिकारियांे को अपेक्षित प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। इस समीक्षात्मक बैठक मंे जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता नेमाराम परिहार, पेयजल परियोजनाआंे के अधीक्षण अभियंता ओ.के.पुरोहित, विनोद भारती, मेहाराम चैधरी, एस.डी.सोनी, जे.सी.व्यास, हजारीराम, लिच्छूराम चैधरी, एस.एम.सुथार समेत विभिन्न अधिकारी उपस्थित रहे।

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