सरकार मंहगाई पर नियंत्रण के लिए उठाये कारगर कदम - पूर्व सांसद चौधरी
बाड़मेर
पूर्व सांसद हरीश चौधरी ने केन्द्र व राज्य सरकार पर खाद्यानों के भावों में हो रही बढ़ोतरी रोकने में नाकामयाब रहने का आरोप लगाया है। पूर्व सांसद ने कहा कि गांवों में गरीब व्यक्ति को खाने के लिए दाल चावल और बाजरा चाहिए जबकि इनके भाव पिछले कुछ समय में ही डेढ़ से दो गुना तक बढ़ गये हैं। पूर्व सांसद ने कहा कि पश्चिमी राजस्थान में मानसून अभी तक नहीं आया है और बाजरे का उत्पादन इस क्षेत्र में सबसे अधिक होने के बावजूद बाजरे के भाव अभी से 20-22 रूपये प्रति किलो तक पहुंच गये हैं। ऐसे में सरकार इन खाद्यान्नों के स्टाॅक करने पर अंकुश लगाये तो आम आदमी को कुछ राहत मिल सकेगी। पूर्व सांसद चौधरी ने कहा कि किसान ने बाजरा की फसल के बाद व्यापारियों को 13-14 रूपये प्रति किलो के भाव में बाजरा दिया था आज आम आदमी और वही किसान उससे दुगुने भाव में बाजरा खरीदने को मजबूर हैं। पूर्व सांसद ने कहा कि चुनावों से पूर्व भारतीय जनता पार्टी ने मंहगाई खतम करने का चुनावी वादा किया था लेकिन मंहगाई खतम होने के बजाय लगातार बढ़ती जा रही है।
पूर्व सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों को जो अच्छे दिन का सपना दिखाकर वोट लिये थे। उन्हीं लोगों को अब दो समय की रोटी के लिए सोचना पड़ रहा है। सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं। हम हर आदमी के खाद्य सुरक्षा की गारण्टी की बात कर रहे हैं इन पूर्व सांसद ने सरकार से मांग की है कि खाद्य पदार्थों की कालाबाजारी पर अंकुश लगाये और आम आदमी की रोजमर्रा की आवश्यक खाद्य पदार्थों में बढ़ रही मंहगाई को कम करने के लिए कारगर कदम उठाये जाये।
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