बाड़मेर के भुरटिया गांव के लोगो ने उठाया बीड़ा 
माधुसिंह गोरा 
एक समय ऐसा आया कि जब बाड़मेर के युवा अचानक नशे की आड़ में आ गए थे पिछले दो तीन वर्षो में बाड़मेर के 18से 30 साल के उम्र के युवा डोडा-अफीम,शराब सहित अन्य नशेली वस्तुओ के सेवन करने की लत में जकड़ गए थे !यहां के लोग जिसका मुख्य कारण तेल के क्षेत्र में काम कर रही केयर्न इंडिया कम्पनी को मानते है ,लोग मानते है कि स्थानीय युवाओं को रोजगार के साधन मिल गए जिसके चलते अचानक बढ़ी लोगो की आय ने नशे की लत में जकड़ दिया ! वेसे बाड़मेर सहित पुरे मारवाड़ में जब शादी समारोह व अन्य सामाजिक कार्यक्रमो में यहां के लोगों का नाता डोडा-अफीम ,भौंग सहित अन्य नशेली वस्तुओं की मनुहार करने को रहा है ,लेकिन इस दौर में धीरे -धीरे लोगो में जागरुकता आई है और आज वे लोग नशा छोड़ने की मुहीम से जुड़ रहे है ! लम्बे समय से नशे की लत से जुड़े लोगो के लिए नशा छोड़ना भी आसान नही है लेकिन इस नामुमकिन काम को करने का फैसला बाड़मेर के भुरटिया ग्रामवासियो ने करके दिखाया है ! 
भुरटिया गााव की 36 कौम के लोगो ने एक जाजम पर बैठे करीब 200लोगों ने एक साथ हुंकार भरी कि "न नशा करेगें और न ही करने देंगे "उन्होंने फैसला सुनाया कि ख़ुशी व गम जेसे सामाजिक कार्यक्रमो में डोडा -अफीम व शराब की मनुहार नही करेगे और न किसी को करने देंगे और जिस किसी परिवार ने सेवन किया तो उससे समाज में हिन भावना से देखा जाएगा !
जुर्माने का रखा प्रावधान 
-जस्टिस फॉर छाबड़ा की टीम आई आगे
इस सभा मे प्रदेश में शराबबन्दी को लेकर अभियान चलाने वाले स्व.गुरुशरण छाबड़ा की टीम जस्टिक फॉर छाबड़ा के सदस्यों ने भी नशे से होने वाले कुप्रभावो के बारे में जानकारी दी !और शराब बन्दी मुहीम से जुड़ने का आह्वान किया !इस दौरान ग्रामीणों ने टीम के सदस्यो का स्वागत किया गया !
इस सभा के सयोजक व समाजसेवी सोनाराम पोटलिया,मनोज थोरी ने ग्रामीणों का आभार जताया !
इस पहल से जुड़कर भलाराम भूंकर, दिनेश डऊकिया,भीखाराम डउकिया,हिन्दुसिह ,ऊतमाराम खोथ ,रुपाराम खोथ ,तिलाराम परिहार,गजेसिह राठोड ,देवाराम गोदारा,तगाराम गोदारा,जेठाराम गोरा, नगाराम मेगवाल,दिपाराम भील, रिडमलराम देवासी, गोरधनसिह, राणाराम राजपुत,सादाराम गर्ग,आसुराम मेगवाल सहित कई लोगो ने नशा मुक्ति का सङ्कल्प लिया !

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