राजस्थान: IAS के ठिकानों पर छापे, एक दलाल गिरफ्तार
जयपुर।

एसीबी ने बुधवार सुबह आईएएस अधिकारी नीरज के पवन के प्रताप नगर एनआरआई कॉलोनी स्थित आवास पर सर्च की कार्रवाई शुरू की। पवन के खिलाफ एसीबी में नेशनल हेल्थ मिशन के एडिशनल डायरेक्टर पद पर रहते हुए टेंडर में गड़बड़ी को लेकर शिकायत दर्ज हुई थी। मामला डेढ़ करोड़ की लेन-देन का बताया जा रहा है।
एसीबी अधिकारियों की एक टीम बुधवार सुबह करीब साढ़े छह बजे पवन के आवास पर जांच के लिए पहुंची। घर पर काम करने पहुंचे कर्मचारियों को भी बाहर निकाल दिया गया। आरोप है कि एनएचएम में अधिकारी रहते हुए पवन पर आईईसी के टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ के साथ दवाओं के खरीद के टेंडर अपने परिचितों व रिश्तेदारों को दिए। इससे जहां सरकार को नुकसान हुआ। यह मामला एसीबी तक पहुंचा था। 
इस पर एसीबी ने जांच करने के बाद आज कार्रवाई की। आलाधिकारी पवन से पूछताछ कर रहे हैं। जिन जिलों में पवन कलक्टर रहे वहां भी एसीबी ने कार्रवाई की। भरतपुर, पाली और करौली के साथ जयपुर स्थित आवास और एक फार्म हाउस पर जांच की जा रही है। साथ ही दलाल एवं रिश्तेदारों के आवास पर कार्रवाई चल रही है। माना जा रहा है कि करीब बीस टीमें एक साथ विभिन्न स्थानों पर कार्रवाई कर रही हैं।

ऐसे आवंटित करवाया बंगला

पवन एनआरआई कॉलोनी स्थित जिस आवास में रह रहे हैं वह हाउसिंग बोर्ड का गेस्ट हाउस था, जिसमें पवन २०१२ से रह रहे हैं। यह गेस्ट हाउस उन्हें हाउसिंग बोर्ड का कमिश्नर रहते हुए मिला था, लेकिन उन्होंने यहां से तबादले के चार साल बाद भी इसे खाली नहीं किया और इसे खुद के बंगले के रूप में आवंटित करवा लिया। 

डीजी ने रखी मॉनिटरिंग 

एसीबी ने मंगलवार को ही टीमें बना ली थीं। कार्यवाहक डीजी भूपेंद्र दक के साथ आईजी दिनेश एमएन और आईजी वीके सिंह ने कार्य योजना बनाई। सुबह छह बजे आईजी एमएन एवं सिंह एसीबी कार्यालय पहुंचे और टीमों को दिशा निर्देश दिए। डीजी दक भी जल्दी ही कार्यालय पहुंचे।

मिली थीं शिकायतें 

डीजी दक ने बताया कि एनएचएम के टेंडर गड़बड़ी सहित दूसरी शिकायतों को लेकर मामले दर्ज हुए थे। इस आधार पर हम नीरज के पवन, अनिल अग्रवाल, दीपा गुप्ता, जोयोजी वर्गिस और दलाल अजीत सोनी के खिलाफ जांच कर रहे हैं।

पहले भी लगे हैं आरोप

आईएएस अधिकारी पवन के खिलाफ पहले भी कई आरोप लग चुके हैं। पवन पर मनरेगा की राशि से कंप्यूटर खरीद के भी आरोप लगे थे। मिली जानकारी के मुताबिक एसीबी कार्रवाई के दौरान ही पवन का पक्ष रखने के लिए वकील को भी मौके पर बुलाया गया, लेकिन एसीबी अधिकारियों ने कागजी कार्रवाई एवं प्रक्रिया पूरी होने से पहले वकील से मिलाने को लेकर इनकार कर दिया। इस पर आवास पर पहुंचे वकील वापस लौट गए।

कुछ को किया गिरफ्तार 

एसीबी ने कार्रवाई से पहले दलाल एवं रिश्तेदारों के खिलाफ भी जांच की। इसके बाद अजीत सोनी नाम के एक दलाल को हिरासत में लेने की बात सामने आई है। जानकारों की मानें तो सोनी खरीद व टेंडर देने में मध्यस्थ की भूमिका में रहता था।

भाजपा पदाधिकारी भी है सोनी 

एसीबी जांच के दौरान जिस दलाल अजीत सोनी को दबोचा है वह भारतीय जनता पार्टी में पदाधिकारी भी है। सोनी भाजपा मीडिया प्रकोष्ठ की प्रदेश कार्यकारिणी में सदस्य के तौर पर शामिल है।

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