उपाध्याय मनोज्ञ सागर का सूरत में हुआ भव्य नगर प्रवेश
बाड़मेर।
परम पूज्य उपाध्याय प्रवर मनोज्ञ सागर जी म.सा.का सिल्क सिटी सूरत में भव्य मंगल प्रवेश धूम-धाम से हुआ।गुरुभक्त कपिल मालू व् नरेश लूणिया ने बताया कि वशी मालानी रत्नशिरोमणि बरमसर तीर्थोद्वारक पूज्य उपाध्याय प्रवर श्री मनोज्ञसागर जी म सा आदि ठाणा-2 का आज 7 मई को सुबह 8.30 बजे इंटरसिटी हाल से मिलन बेंड की मधुर स्वर लहरियों से जैन गीत गाते एव गाजते बाजते, महिला मंडल की बहनो के सौमेया से सकल श्री संघ के साथ मोडल टाउन स्थित शांतिनाथ उपाश्रय में भव्य नगर प्रवेश हुवा।मालू ने बताया कि गुरुदेव का उपाध्याय प्रवर के पद पर आरोहित होने के बाद सूरत नगर पधारने पर बड़े हर्षोलॉस के साथ गुरुदेव का सामैया कराकर स्वागत किया गया।सर्व प्रथम भगवान् महावीर स्वामी जी की तस्वीर के आगे दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का सुभारम्भ किया गया। संघ के कई सदस्यों के गुरुदेव के प्रति स्वागत एव अभिनन्दन के रूप में अपना सम्बोधन दिया। महिला मंडल की बहनो द्वारा गीतिका के माध्यम से स्वागत किया गया। इस अवसर पर बाल मुनि श्री नयज्ञसागर जी ने अपने प्रवचन में कहा कि व्यक्ति में समर्पन होगा तभी ही व्यक्ति आगे बढ़ता है।समर्पण धर्म,गुरु,माता पिता,बड़ो,के प्रति होना चाहिए।धर्म के मार्ग में हमें अच्छे कार्य कर समाज,धर्म,गुरु,के प्रति मान सम्मान करना चाहिए।
प्रवेश महोत्सव के इस पावन अवसर पर उपाध्याय प्रवर श्री मनोज्ञसागर जी म सा ने अपने प्रवचन में कहा कि संघ सर्वोपरि है आप और हम सभी इसी संघ के वैभवशाली अंग है।हम सभी को समाज एव संघ के हित में कार्य करने चाहिए। कार्यक्रम का सफल संचालन गौतम पारख ने किया। कार्यक्रम के बाद गुरु भक्त परिवार की तरफ से संघ स्वामिवत्सल्य रखा गया।
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