बाड़मेर समेत 34 सरकारी कॉलेजों में लगेगी लाइव क्लास
बाड़मेर।
नए शिक्षा सत्र से पहली मर्तबा बाड़मेर समेत प्रदेश के 34 सरकारी कॉलेजों में डायनेमिक ई-क्लासरूम योजना के तहत लाइव प्रसारण के जरिए क्लासेज लगेगी। इसके तहत छात्रों को पढ़ाई के लिए सीडी डीवीडी एवं अन्य शैक्षणिक सामग्री भी दी जाएगी, ताकि वे आसानी से पढ़ सके। इन क्लासेज में वीडियो कॉन्फ्रेंस व्यवस्था के तहत छात्र अपने सवाल एक्सपर्ट से पूछ सकेंगे।
प्रथम चरण में चयनित 34 सरकारी कॉलेजों को डायनेमिक ई-क्लास रूम स्थापित किए जाने की प्रक्रिया जारी है। कॉलेज आयुक्तालय ने इसके तहत कक्षाओं के लिए रिसोर्स पर्संस का पेनल तैयार करने की प्रक्रिया शुरु कर दी है। इस तरह की क्लासेज के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा, इस कंट्रोल रूम के माध्यम से सभी 34 कॉलेजों में अलग-अलग कक्ष में कक्षाएं लगेगी। छात्र अपनी-अपनी आपत्तियां अथवा सवाल वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से एक्सपर्ट के समक्ष रखेंगे और वे इसका जवाब समाधान बताएंगे। इसमें गवर्नमेंट कॉलेज बाड़मेर, एसपीसी कॉलेज अजमेर, बीएसआर कॉलेज अलवर, एसजीजी कॉलेज बांसवाड़ा, बारां गवर्नमेंट कॉलेज,एमएसजे कॉलेज भरतपुर, एमएलवी भरतपुर, डूंगर कालेज बीकानेर, गवर्नमेंट कॉलेज बूंदी, एमपी कॉलेज चित्तौडगढ, लोहिया कालेज चूरू, पीएनकेएस कॉलेज दौसा, गवर्नमेंट कॉलेज धौलपुर,एसबीपी कॉलेज डूंगरपुर, एनएम कॉलेज हनुमानगढ़, गवर्नमेंट कॉलेज जयपुर, एसबीके कॉलेज जैसलमेर, गवर्नमेंट कालेज जालौर, झुंझुनूं, जोधपुर, करौली, कोटा, एस बी आर एम नागौर, बागड़ कॉलेज पाली, एसके कॉलेज सीकर, एससीआरसी कॉलेज सवाई माधोपुर, गवर्नमेंट कॉलेज प्रतापगढ़,टोंक,सिरोही के अलावा झालावाड़ उदयपुर का गल्र्स कॉलेज शामिल है। 
इन विषयांे की लगेगी क्लासेजः डायनेमिक ई-क्लासरूम योजना के तहत कला संकाय मंे भूगोल, राजनीति विज्ञान, इतिहास, समाज शास्त्र, अंग्रेजी, हिंदी संस्कृत एवं विज्ञान संकाय में रसायन शास्त्र,प्राणी शास्त्र, भौतिक शास्त्र,गणित तथा प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य ज्ञान एवं सामान्य विज्ञान के विषय भूगोल, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, इतिहास, समाज शास्त्र, पर्यावरण, कम्प्यूटर हिंदी और अंग्रेजी विषय की क्लासेज लगेगी।
सभी कॉलेजों पर लागू होगी यह योजनाः इस योजना को भविष्य में सभी कॉलेजों में लागू करने की योजना है। विभागीय स्तर पर इसके लिए सर्वे, समय सीमा निर्धारण जैसे प्रोसेस फॉलो किया जा रहे हैं। यूजीसी की ई-लाइब्रेरी योजना (इन्फलिबनेट सुविधा) से जोडकर 97000 ई-बुक्स एवं 6000 ई-जर्नल्स की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। इसे सभी कॉलेजों में लागू किया जा रहा है। इससे छात्र ऑनलाइन पढ़कर या डाउनलोड करके ऑनलाइन शिक्षा का फायदा उठा सकेंगे

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