बाड़मेर प्रोत्साहन से प्रतिभाओं में आता है निखार:- प्रमोद जैन
जैन विद्यार्थियों का मेडल सम्मान समारोह सम्पन्न
बाड़मेर।
श्री जैन जागृति मंच, बाड़मेर की ओर से हर वर्ष होने वाले जैन मेधावी विद्यार्थियों का 16 वां मेडल सम्मान समारोह रविवार को स्थानीय गोलेच्छा-डूंगरवाल ग्राउंड राजस्थान सरकार के पूर्व सार्वजनिक निर्माण मंत्री प्रमोद जैन भाया के मुख्य आतिथ्य व बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। 
मंच के सचिव मुकेश बोहरा ‘अमन’ ने बताया कि कार्यक्रम का आगाज पुरूषोतम ‘परम’ द्वारा नवकार मंत्र से मंगलाचरण से किया गया एवं रूचि व श्रद्धा मालू द्वारा ‘सूरज की लाली लेकर, चंदा की रोशनी लेकर करते स्वागत है’ स्वागत गीत की प्रस्तुति दी गई। मंच अध्यक्ष बाबूलाल वडेरा द्वारा संस्था के विकासशील गतिविधियों की जानकारी देते हुए अतिथियों एवं गणमान्य नागरिकों का स्वागत किया । समारोह में जैन समाज के प्रतिभावान विद्यार्थियों का अतिथियों ने मेडल व प्रमाण-पत्र देकर सम्मान किया । वहीं समारोह में डाॅ. बी.डी. तातेड़ एवं एडवोकेट जेठमल जैन का उल्लेखनीय सेवाओं के लिए अभिनन्दन व सम्मान किया गया।
समाारोह मेंविशिष्ट अतिथि अमृतलाल जैन अध्यक्ष नाकोड़ा जैन तीर्थ ने संबोधित करते हुए कहा कि आज के विज्ञान के युग में अंग्रेजी भाषा का ज्ञान आवश्यक हो गई हमारा क्षेत्र इस संबंध मंे पिछड़ा हुआ है जिसके लिए हमारे समाज के बच्चो को इस भाषा के अध्ययन में आगे बढ़ना है तथा जैन जागृति मंच द्वारा इंग्लिश स्पोकन क्लासेस प्रारंभ करना एक सराहनीय प्रयास है। समारोह में विशिष्ट अतिथि लूणकरण बोथरा सभापति नगर परिषद बाड़मेर ने उद्बोधित करते हुए कहा कि आज के समय में शिक्षा का अत्यधिक महत्व है इसलिए सभी विद्यार्थियों से निवेदन है कि अधिक से अधिक शैक्षणिक योग्यता प्राप्त कर समाज व परिवार का नाम रोशन करे।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए मेवाराम जैन विधायक बाड़मेर ने कहा कि बाड़मेर आज तेल, खनिज, कोयला आदि क्षेत्र में उन्नति कर रहा है, आने वाले समय में बाड़मेर दुबई जैसा शहर बन जायेगा व भविष्य में रिफाइनरी का निर्माण होगा। अगर हमारे बच्चे शैक्षणिक योग्यता में पिछड़ गये तो हमारा समाज हर क्षेत्र में पिछड़ जायेगा। युवा पीढ़ी को शिक्षा व संस्कार देने की जरूरत है उन्हें संस्कारित करना अति आवश्यक है। 
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रमोद जैन ‘‘भाया’’ ने संबोधित करते हुए कहा कि जीयो ओर जीने दो का सिद्धांत मात्र जैन समाज के लिए ही नहीं अपितु सकल मानव मात्र के लिए है। हमें समाज के युवाओं के लिए एक ऐसा शैक्षणिक फंड बनाना चाहिए जिसमें समाज के छात्र-छात्राओं को शैक्षणिक क्षेत्र मे आगे बढ़ने के लिए संबल मिल सके। हमारी कथनी ओर करनी में कोई अंतर नहीं आना चाहिए चाहे हम किसी भी क्षेत्र में हो। आने वाली पीढ़ी के लिए मंच ने स्थान दिया वो सराहनीय कार्य किया है। 
मंच का संचालन बी.डी. तातेड़ एवं मुकेश बोहरा अमन ने किया। मंच की ओर से सलाहकार एडवोकेट जेठमल जैन ने अतिथियों एवं आगन्तुक समस्त नागरिकों का आभार व धन्यवाद व्यक्त किया ।
समारोह में रिखबदास मालू, किशनलाल वड़ेरा, मोहनलाल बोहरा, वीरचन्द वडेरा, वीरचन्द भंसाली, मंागीलाल गोठी, प्रो. सम्पतराज सिंघवीं, भूरचन्द, इन्द्रमल सिंघवी, चन्द्रप्रकाश छाजेड़, सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के सैंकड़ों महिला-पुरूष एव विद्यार्थीगण उपस्थित रहे ।

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top