पाक के लिए जासूसी, 4 डाककर्मी गिरफ्तार
बाड़मेर,जोधपुर।
पाक ने फिर सरहदी इलाके में सेंध लगाई। बाड़मेर व जैसलमेर जिलों से पाक के लिए जासूसी के आरोप में सोमवार को डाक विभाग के चार कर्मी पकड़े गए। ये ई-मेल से सामरिक सूचनाएं पाक को भेजते थे। सुरक्षा एजेंसियों ने बाड़मेर के बालोतरा व जैसलमेर के पोकरण से दो-दो डाककर्मी पकड़े, जो मोबाइल के जरिए पाक एजेंसी आईएसआई के संपर्क में थे। बालोतरा से पोस्टमास्टर चिमना राम दईया (लखवारा चौहटन) व डाक सहायक इमामुद्दीन (भीलवाड़ा) तथा पोकरण से पोस्टमास्टर किशनपाल व लिपिक नरेंद्र शर्मा को गिरफ्तार किया गया।
पहले इनसे पूछताछ की गई। बालोतरा से एक अन्य डाक सहायक को घर से बुलाकर पूछताछ की गई लेकिन फिर छोड़ दिया गया। चार डाककार्मिकों के खिलाफ सीके्रट ऑफिशियल एक्ट के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। इन पर बालोतरा व पोकरण थानों में जीरो नंबर की प्राथमिकी दर्ज की गई। चारों आरोपितों को मंगलवार को जयपुर लाया जाएगा, जहां विशेष कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगेंगे।
दिसम्बर में पकड़े थे तीन जासूस
पश्चिमी सरहद से सटे जिलों व सैन्य गतिविधियों पर नजर रखने के लिए आईएसआई नजरें गढ़ाए है। पिछले माह पोकरण से एक और बाप से दो जासूस पकड़े थे।
उत्तरलाई एयरबेस की रैकी करते एक को पकड़ा
बाड़मेर . पुलिस ने सोमवार को जिले में उत्तरलाई एयरफोर्स स्टेशन की रैकी कर रहे एक जने को गिरफ्तार किया। वहीं प्रतिबंधित सीमावर्ती क्षेत्र में घूम रहे तीन जनों को भी पकड़ा है। ग्रामीण थाना पुलिस ने बताया, चांदमल निवासी पुरलिया (संभवतया बांग्लादेशी), सफी, रीवा मुरमु व सुंदराचार्य ( तीनों तमिलनाडू) को सीमावर्ती क्षेत्र में संदिग्धावस्था में घूमते पकड़ा। सूत्रों ने बताया कि स्वयं को पुरलिया निवासी बताने वाले चांदमल एयरफोर्स स्टेशन की रैकी कर रहा था। हालांकि उसकेे पास मोबाइल कैमरा या अन्य संदिग्ध साक्ष्य नहीं मिले। प्रतिबंधित क्षेत्र के ग्राम पंचायत दूदाबेरी की सरहद में घूमते सफी, रीवा व सुंदराचार्य से से भी आपत्तिजनक चीजें नहीं मिली है।



खातों में आए रुपए



जोधपुर जोन के एसपी सीआईडी (बॉर्डर इंटेलीजेंस) संतोष चालके ने पुष्टि की, चार डाककर्मी ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत गिरफ्तार किए गए हैं। सूत्रों ने बताया, चारों सेना मुख्यालय से आने-जाने वाले पत्रों को खोलकर स्कैन करते थे। नवम्बर-दिसम्बर 2015 में दो बार सेना के 10-12 पत्र स्कैन कर पाक भेजे। इसमें बड़े युद्धाभ्यास संबंधी सूचना थी। युद्धाभ्यास के कागज डाक से आते थे। एक कॉपी डाकघर में रहती थी। बदले में दो कार्मिकों के खातों में तीन-तीन हजार रुपए जमा हुए। सरहद में सेना की तैनाती व अभ्यास संबंधी साक्ष्य पाक भिजवाए। आरोपितों के कम्प्यूटर, लैपटॉप से स्कैन किए सैन्य दस्तावेज मिले हैं।

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top