राजस्थान की सभी ग्राम पंचायतो पर बनेंगे अनाज गोदाम
जयपुर।
राज्य की समस्त ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर कन्वर्जेंन्स के माध्यम से 100 मैट्रिक टन क्षमता के अनाज गोदामों का निर्माण कराया जायेगा। इस सम्बंध में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत गोदाम निर्माण कार्य के लिए दिशा-निर्देश जारी किये है।
इस सम्बन्ध में ग्रामीण विकास विभाग के शासन सचिव राजीव सिंह ठाकुर की ओर से जारी परिपत्र के अनुसार अनाज गोदाम निर्माण कार्य ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के महात्मा गंाधी नरेगा योजना के माध्यम से पूरा कराया जायेगा।
ठाकुर ने बताया कि प्रदेश के समस्त जिलों की ग्राम पंचायतों में अनाज गोदाम भवन निर्माण और स्थान चिन्हित करने के लिए सहकारिता विभाग की संस्थाओं और खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग का सहायोग लिया जायेगा क्योंकि गोदाम का उपयोग भी ज्यादातर यही विभाग करेंगे। उन्होंने बताया कि गोदाम के लिए भूमि का चयन आबादी के आस-पास उपयुक्त स्थान पर किया जायेगा। ठाकुर ने बताया कि केन्द्र से प्राप्त मदद राशि सशर्त होने के कारण राज्य के सभी जिलों को गोदाम निर्माण की प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने के निर्देश दे दिये गये है।
उन्होंने बताया कि पंचायती राज विभाग ने प्रोजेक्ट के तहत प्रत्येक गोदाम निर्माण के लिए लगभग 22.39 लाख रुपये की राशि निर्धारित की गयी है। जिसमें 9.67 लाख रुपये श्रम मद एवं 12.72 लाख रुपये सामग्री मद में खर्च किये जायेंगे।
महात्मा गांधी नरेगा योजना में गोदाम निर्माण पर अनुपात 16.10 लाख रुपये तथा पंचायती राज व ग्रामीण विकास विभाग की (टीएफसी, एसएफसी, निबंध, डांग, मगरा विकास योजना) मद से 6.29 लाख रुपये व्यय होंगे।
ठाकुर ने बताया कि अनाज गोदाम निर्माण की नोडल एजेन्सी के रूप में ग्राम पंचायतों की भूमिका निर्धारित की गयी है। निर्माण कार्य की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी जिला कलेक्टर और अन्य सहयोगी संस्थाओं को सौंपी गयी है।
उन्होंने बताया कि सहकारिता विभाग की संस्थाएं और खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग की सहमति से चयनित भूमि विभाग को आवंटित की जायेगी। एक गोदाम के लिए अधिकतम एक एकड़ जमीन आवश्यक होगी जिसमें 40 गुणा 50 साईज के गोदाम का निर्माण होगा।
ठाकुर ने बताया कि सभी ग्राम पंचायतों में अनाज गोदाम निर्माण के कार्य को शीघ्र पूरा कराने का प्रयास किया जायेगा जिससे प्रत्येक ग्राम पंचायत में अतिरिक्त अनाज को सुरक्षित रखा जा सकेगा। क्योंकि गोदामों की कमी के कारण बड़ी मात्रा में अनाज भण्डारण के अभाव में खराब हो जाता है।
उन्होंने बताया कि गोदाम निर्माण में अकुशल श्रम कार्य महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत जॉब कार्डधारी परिवारों से कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि ठेका प्रक्रिया के साथ मानव श्रम के बदले मशीनों का प्रयोग भी पूरी तरह प्रतिबन्धित रहेगा।

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