''एकीकृत विश्वविद्यालय प्रबंध संस्थान का किया उद्घाटन और छात्राओं के लिए छात्रावास की नई विंग की रखी आधारशिला

जयपुर। राज्यपाल कल्याण सिंह ने कहा है कि वेटरनरी विश्वविद्यालय ने कम समय में उच्च शिक्षा को आधुनिक तकनीक से चलाने के कदम उठाए है। राज्यपाल ने कहा कि यह वेटनरी विश्वविद्यालय पशुपालक और कृषि के क्षेत्र में एक अग्रणी विश्वविद्यालय बनेगा। राज्यपाल ने कहा कि उनका प्रयास है कि राज्य में विश्वविद्यालय की परीक्षाएं नकल मुक्त हो जाए। शिक्षक और विद्यार्थी समय से कक्षाओं में पहुँचे। उन्होंने कहा कि छात्रों को समय से उपाब्धियां मिले क्योंकि यह उनकी जिंदगी का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। इसके लिए सभी विश्वविद्यालयों में प्रत्येक वर्ष के दिसम्बर तक दीक्षांत समारोह हो जाए।
राज्यपाल एवं कुलाधिपति मंगलवार को बीकानेर में पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के तकनीकी म्यूजियम, ई-शासन के ''एकीकृत विश्वविद्यालय प्रबंध संस्थान के उद्घाटन और छात्राओं के लिए छात्रवास की नई विंग के शिलान्यास समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
राज्यपाल एवं कुलाधिपति कल्याण सिंह ने राज्य में अपनी किस्म के पहले तकनीकी संग्रहालय का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि राजुवास द्वारा नवनिर्मित संग्रहालय में पशुपालकों सहित राज्य के आमजन को पशु चिकित्सा तकनीक सहित पशुपालन के क्षेत्र में नवाचारों, अनुसंधानों और पशुओं की चिकित्सा कार्य प्रणाली का दिग्दर्शन हो सकेगा।
वेटनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ए.के. गहलोत ने बताया कि विशेष आकर्षण के रूप मे देशी गौ-नस्ल की आंतरिक संरचना के अलावा देशी गौ नस्लों के रंगीन मॉडल यहां देखे जा सकते हंै। म्यूजियम में पशु आहार की ईंटें, विभिन्न पशु चारे की किस्में पर पशु चिकित्सा के लिए तैयार अडग़डे (ट्रेविस), लकवाग्रस्त श्वानों की साईकिल भी प्रदर्शित की गई है। यहां पशु चिकित्सा के लिए लेजर यूनिट, एंडोस्कोपी के उपकरणों को भी रखा गया है। संग्रहालय में पशुचिकित्सा विश्वविद्यालय की तमाम गतिविधियों और तकनीकों को मॉडल, रंगीन चार्ट, पैनल और छाया चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है।

इससे पूर्व राज्यपाल और कुलाधिपति ने विश्वविद्यालय के परिसर में छात्राओं के लिए बने छात्रावास परिसर में छात्रावास की नई विंग का शिलान्यास किया। नए छात्रावास के निर्माण पर विश्वविद्यालय द्वारा अर्जित संसाधनों से 86 लाख रुपये की राशि व्यय कर 56 छात्राओं के लिए आवासीय सुविधा मुहैय्या करवाई जाएगी। पूर्व में यहां 72 छात्राओं के लिए आवास सुविधा उपलब्ध थी। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में नवनिर्मित ''एकीकृत विश्वविद्यालय प्रबंधन केन्द्रÓÓ का भी उद्घाटन किया। विश्वविद्यालय द्वारा संपूर्ण कार्यप्रणाली को पेपरलैस बनाने की मुहिम और ई-शासन के तहत इस केन्द्र का निर्माण करवाया गया है। इस अवसर पर राज्यपाल एवं कुलधिपति ने विश्वविद्यालय में ई-गर्वनेन्स के तहत किये गए कार्यों के पूरे प्रजेन्टेशन को देखा और सराहा।
कुलपति प्रो. गहलोत ने बताया कि विश्वविद्यालय के सभी छात्र/छात्राओं, शिक्षकों एवं कर्मचारियों के सभी डाटा ऑन-लाईन करके प्रवेश व परीक्षा जैसा कार्य कम्प्यूटरीकृत किया गया है। विश्वविद्यालय में अनुसंधान और विभागीय कार्यों के साथ ही पूरी कार्य पद्घति को ई-शासन पद्घति के तहत लाया जा रहा है।
आई.यू.एम.एस. के प्रभारी डॉ. अशोक डांगी ने ई-गर्वनेन्स से किये जा रहे कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर प्रबंधन मण्डल के सदस्य प्रो. जे.एस. भाटिया, कुलसचिव प्रेमसुख बिश्नोई, अधिष्ठाता प्रो. त्रिभुवन शर्मा, वित्त नियंत्रक अरविन्द बिश्नोई, निदेशक कार्य इंजि. बसन्त आचार्य, प्रसार शिक्षा निदेशक प्रो. राजेश कुमार धूडिय़ा सहित डीन-डायरेक्टर तथा जिला प्रशासन के अधिकारीगण मौजूद थे।

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