अन्तरराष्ट्रीय ओजोन दिवस पर हुए कार्यक्रम, प्रतियोगिताएं
जैसलमेर।
जिला पर्यावरण समिति जैसलमेर की ओर से बुधवार को उप वन संरक्षक, जैसलमेर कार्यालय में अन्तरराष्ट्रीय ओजोन दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। 
प्रातःकाल कार्यालय उप वन संरक्षक, जैसलमेर से गड़ीसर चैराहे होेते हुए गोपा चैक तक छात्र-छात्राओं, स्काउट एंव गाइड द्वारा प्रभात फेरी निकाली गई जिसे सहायक वन संरक्षक बी. एम. गुप्ता द्वारा हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। 
तत्पश्चात कार्यालय प्रागंण में मुख्य समारोह का आयोजन किया गया जिसमें सहायक वन संरक्षक बी. एम. गुप्ता ने अध्यक्षीय उद्बोधन में बताया कि पृथ्वी की सतह से 8000 किलोमीटर तक वायुमण्डल फैला है। वायु मण्डल को पांच समकेन्द्री परतों में बांटा गया है। पृथ्वी की सतह से 16 किलोमीटर तक की परत को क्षोभ मण्डल तथा उसके बाद 48 किलोमीटर तक की परत को समताप मण्डल कहते हंै। ओजोन इन्ही दो परतों में पाई जाती है। ओजोन का अधिकांष भाग समताप मण्डल में 20 किलोमीटर से 32 किलोमीटर तक उपस्थित होता है। इसे ही ओजोन मण्डल या ओजोन छतरी कहते है। कार्बनिक एंव जहरीली गैसे विशेष तौर से सी.एफ.सी. आदि के भारी मात्रा में उत्सर्जन से वायु मण्डल की ओजोन परत में बड़ा छेद रिकाॅर्ड किया गया है। ओजोन परत के नष्ट होने पर हानिकारक पराबैंगनी किरणें पृथ्वी की सतह पर पहंुचने लगेगी। इससे मानव में त्वचा के रोग, अन्धापन, कैंसर आदि की आषंका बहुत बढ जायेगी। 
इस अवसर पर क्षेत्रीय वन अधिकारी पंकज कुमार गुप्ता ने पृथ्वी के बढते हुये औसत तापमान एवं उससे मानवीय जीव-जन्तुओं पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव के विषय मंे विस्तार से जानकारी दी और कहा कि अगर इसे नियंत्रित नहीं किया गया तो बढते तापमान स्तर से एवं भारी मात्रा मंे जहरीली कार्बनिक गैसों से पृथ्वी पर कई प्रजातियों का अस्तित्व समाप्त हो जायेगा। कुछ प्रजातियां नष्ट होने की स्थिति में है। बढते तापमान से ग्लेशियर का पिघलना एवं समुद्र के जल स्तर के बढने से पृथ्वीवासियों पर भारी संकट खड़ा हो जायेगा। इसलिये ओजोन परत के बचाव की ओर गम्भीर प्रयासों की आवश्यकता है। 
कार्यक्रम में सी. ओ. गाइड मोनिका यादव ने बताया कि पृथ्वी पर सजीव सृष्टि के निर्माण से लेकर आज तक उपरी वायुमण्डल में उपस्थित ओजोन गैंस एक छतरी की तरह, सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी किरणों से जीव मात्र की रक्षा करती आ रही है। कार्यक्रम में क्षेत्रीय वन अधिकारी जैसलमेर जगदीश राम विश्नोई ने पृथ्वी के तापमान नियंत्रण एंव कार्बनिक गैसों के प्रभाव को कम करने के लिए अधिकाधिक वृक्षारोपण करने एवं ग्रीन बेल्ट तैयार करने की ओर ध्यान आकर्षित किया। 
कार्यक्रम के समापन में श्याम सुन्दर नागौरा सहायक वनपाल द्वारा पर्यावरण कविता के माध्यम से पर्यावरण बचाने का संदेश दिया गया। जेठाराम सहायक वनपाल ने प्रभात फेरी के संचालन में सक्रिय भागीदारी निभाई। इस अवसर पर निबन्ध एंव चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। निबन्ध प्रतियोगिता में वरिष्ठ वर्ग में विक्रम सिंह प्रथम, दिलिप सिंह भाटी द्वितीय, हुकमाराम राईका तृतीय स्थान पर रहे। कनिष्ठ वर्ग में मयुरिका सिंह तंवर एवं सोनू जैन प्रथम, मोहम्मद फरमान एवं सपना शर्मा द्वितीय, आदित्य एंव पूजा जयपाल तृतीय स्थान पर रहे। चित्रकला प्रतियोगिता में वरिष्ठ वर्ग में रौनक शर्मा प्रथम, सुप्रिया अंसारी द्वितीय, शिवानी पाठक तृतीय स्थान पर रहे। कनिष्ठ वर्ग में हितेश जैन एंव नीलम प्रथम, बिनेश एवं इतिया परमार द्वितीय रहे। सुरेन्द्र सिंह एवं निर्मल स्वर्णकार तृतीय रहे।

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