स्तनपान सुखद मातृत्व का अहसास - डा पंकज अग्रवाल
बाड़मेर
विष्व स्तनपान सप्ताह के मनाने के क्रम में इंडियन ऐकेडेमी आफ पीडियाट्रिक्स की बाडमेर इकाई के सचिव डा पंकज अग्रवाल ने स्थानीय नवजीवन अस्पताल में माताओं, महिलाओं एवं नर्सिंग कर्मियों को संबोधित करते हुए विचार व्यक्त किए कि स्तनपान कराने से मा को सुखद मातृत्व का अहसास होता है । स्तनपान षिषु का एक तरह का प्रथम टीकाकरण होता है । हर मां को अपने नवजात षिषु को जन्म के तुरन्त बाद ही स्तनपान कराना प्रारंभ कर देना चाहिए एवं छः माह तक सिर्फॅ मां का दूध ही पिलाना चाहिए । इस उम्र तक षिषु को पानी पिलाने की भी आवष्यकता नही है । जन्म पर षिषु को जन्मघूंटी, षहद, ग्राइपवाटर आदि चीजे बिल्कुल नहीं देनी चाहिए । नवजात बच्चे को हर आधे घंटे के अन्तराल पर दूध पिलाना चाहिए । डा पंकज ने महिलाओं के सवालों का भी जबाब दिया व उनके द्वारा महसूस की जा रही समस्याओं का भी निराकरण किया । कार्यक्रम में डा लता भी मौजूद थी ।
विष्व स्तनपान सप्ताह की इसी कडी मे स्थानीय षिवम अस्पताल बाडमेर के संचालक डा राहुल बम्बानिया एवं षिषु रोग विषेशज्ञ डा आर आर चैधरी ने नवजात एवं षिषु वार्ड में माताओं को स्तनपान का सही तरीका बताया व साथ ही जन्म के तुरन्त बाद नवजात षिषुओं को वहीं पर स्तनपान प्रारंभ करवाया । डा चैधरी ने बताया कि मां का दूध बच्चों को विभिन्न संक्रामक बिमारियों से बचाता है व बच्चे को चुस्त दुरूस्त रखता है । यही नही इससे मां और बच्चे के मध्य भावनात्मक संबंध स्थापित होता है ।
विष्व स्तनपान सप्ताह के संयोजक डा आर के माहेष्वरी ने बताया कि इस सप्ताह मिलिट्री अस्पताल, बिषाला, षिव, चोहटन, धोरीमन्ना, बालोतरा, समदडी एवं सिणधरी में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाऐगें । यह कार्यक्रम केयर्न इंडिया एवं केयर संस्थान के सहयोग से आयोजित किए जा रहे हैं । कल स्थानीय कैलाष इंटरनेषनल होटल में भी इस संबंध में एक संगोश्ठी रखी गई है जिसे जोधपुर मेडिकल कालेज के डा विकास कटेवा संबोधित करेंगे ।
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