वास्तव में बम नहीं बल्कि आंतरिक सुरक्षा का मौक ड्रिल आॅपरेशन,जिला कलक्टर, एसपी रहे मौजूद
जैसलमेर
जिला कलेक्टेªट परिसर में फैली बम की अफवाह, चारो तरफ फैला सन्नाटा परिसर में नहीं थे लोग। वास्तव में कलेक्टैªट में बम नहीं था बल्कि आंतरिक सुरक्षा की मौक ड्रिल का आॅपरेशन था। जैसे ही पुलिस विभाग एवं प्रशासन को कलेक्टेªट परिसर में बम रखने की सूचना मिली तो तत्काल ही पूरा जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन एकदम सजग हो गया एवं पूरे तामजाम एवं सुरक्षा बंदोबश्त के साथ कलेक्टैªट परिसर को चारो तरफ से घेर लिया। बम की सूचना मिलते ही जिला कलक्टर विश्वमोहन शर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक डाॅ. राजीव पचार, अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ शर्मा, अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक प्रभुदयाल धानिया, पुलिस उपअधीक्षक नरेन्द्र दवे कलेक्टैªट परिसर में तैनात रहें।
एकबारगी इस मौक ड्रिल आॅपरेशन को कलेक्टैªट परिसर के कार्मिक भाप नही पाए एवं वे भी भयभीत हो गए कि वास्तव में कलेक्टैªट परिसर में बम रखा गया है। जब आॅपरेशन मौक ड्रिल की उनको पता लगी तो उनकी धडकने कम हुई एवं मन में शांति की सांस ली। इस आॅपरेशन ड्रिल में सीआईडी की बम डिस्पोजल टीम भी बम को डिस्फ्यूज करने के लिए पहुंच गई एवं उन्होंने पहले कलेक्टैªट परिसर में यंत्र के माध्यम से बम के बारे में सर्च किया तो कलेक्टेªट कार्यालय के नीचे ही सीढियों के पास डस्टबीन में बम रखा पाया गया। फिर इस टीम ने बम को अधिकारियों के समक्ष डिस्फ्यूज किया।
आंतरिक सुरक्षा के आॅपरेशन में पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों ने वास्तव में मुस्तैदी दिखाई एवं बम की सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर कार्यवाहीं की एवं इस आॅपरेशन को सफल बनाया। इसके साथ ही पुलिस बल भी तैनात रहा एवं साथ ही एम्बुलेंस एवं फायरब्रिगेड भी थी। वास्तव में यह आंतरिक रिहर्सल पहले तो लोगों को भयभीत करने वाला था लेकिन जब उनको वास्तविकता पता लगी तो वे चैन की सांस से रहें।

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