खुले में शौच करने के दुष्परिणों की दी जानकारी 
कोटा
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय द्वारा, कोटा जिले के ब्लाॅक सुल्तानपुर के गाॅव तोरण में मिशन इन्द्रधनुष, स्वच्छ भारत अभियान तथा बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं योजना के अन्तर्गत कार्याशाला, मौखिक संवाद, एक प्रश्नोतरी प्रतियोगिता, चित्र प्रदर्शनी , और फिल्म शो कार्यक्रम आयोजित कर दिया जागरूकता का सेदेश। ।
कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में बोलते हुए, ओमप्रकाश गुर्जर सरपंच, ने उपस्थित ग्रामीणों से अपील की हमे हमारे बच्चों को 7 जानलेवा बीमारियो से बचाना है, लोगों से एक भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि वो बेटियों के जीवन की भीख मांगने के लिए एक भिक्षुक के रूप भी भीख मागनी पडे़ तो मांगनी चाहिए। उन्हांेने कहा कि जब तक हमारी मानसिकता 18वीं सदी की रहेगी तब हमारा व्यवहार में परिवर्तन नहीं आ सकता है, इसलिए हमंे खुद को 21 वीं सदीं का नागरिक कहने के योग्य बनना चाहिए, इसके साथ ही बेटे और बेटीओं के बीच के बीच भेदभाव को खत्म होगा ऐसा करके ही कन्या भू्रण हत्या को रोका जा सकता है। 
ब्लाॅक कोर्डिनेटर स्सवच्छ भारत मिशन, समसुदीन ने कहा कि, खुले में शौच करने वाली व्यवस्था को रोकना होगा, सरकारी व निजी शौचालय न केवल बने वरन उनका समुचित प्रयोग कर कई संचारी बीमारियों से मुक्त होना चाहिए, इससे महिला सुरक्षा व स्वास्थ्य दोनों ही सुरक्षित हो सकेगा। हमें अपनी सोच बदलनी होगी, हमें ऐसा माहोैल बनाना होगा कि खुले में शौच न करे, शौचालय में ही शौच जाये जिससे हमारे घर की बहू बेटियों की इज्जत आवरू बरकार रहे और किसी तरह कि उन्हे शर्म महसूस नही हो।
प्रेम सिंह, क्षेत्रीय प्रचार प्रभारी,ने बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओ पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का लक्ष्य बालिकाओं के प्रति लोगों के दृृष्टिकोण में वैचारिक परिवर्तन लाना और बालिकाओं की शिक्षा पर ध्यान केन्द्रित करना है जब हम महिलाओं के प्रति अपरोधें की खबरें सुनते है तो हमारा सिर शर्म से झुक जाता है, साथ ही लडकियों के लिंगानुपात में आयी गिरावट को भी ध्यान में रखना चाहिए, कन्या भू्रण हत्या पर पूर्णतय पाबंदी लगनी चाहिए ,जिससे सामाजिक अपराधों में वृृद्वि न हो सके । बेटी बचाओ बेटी पढाओं योजना के लिए 100 करोड के आरम्भिक कोष पर जानकारी देते हुए सिंह ने कहा कि इस योजना से बालिकाओं के लिगांनुपात में निष्चित रूप से सुधार होगा और उनका शैक्षणिक स्तर सुधरेगा।
इस अवसर पर श्रीमती लक्ष्मी नारगर स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने टीककारण पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति जरासी लापरवाही उसके जीवन को खतरे में डाल सकती है ं। इसलिए सही समय समय टीकाकारण करवाना चाहिए जिससे 7 जानलेवा बीमारियों से रक्षा हो सकें। 

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top