घर में सोने की जगह बैंक में रखें पैसा: मोदी
मुंबई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों से सोना खरीदने की बजाय बैंकों में पैसा जमा कराने का आ±वान करते हुए कहा कि भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के समक्ष यह बहुत बड़ी चुनौती है कि वह लोगों के मन में सोने के स्थान पर नकद जमा करने की भावना पैदा करे।
मोदी ने निजी क्षेत्र के सबसे बडे बैंक आईसीआईसीआई बैंक के डिजिटल ग्राम को राष्ट्र को समर्पित करने के दौरान यहां कहा कि लोग मानते हैं कि वे सोना बेचकर कभी भी रूपए की व्यवस्था कर सकते हैं लेकिन ऎसे बहुत कम लोग होंगें जो कभी आधी रात में सोना बेचकर कहीं गए हों।
आईसीआईसीआई बैंक ने गुजरात के साबर कांठा जिले के अक्रोदा गांव को गोद लिया है जहां सभी ग्रामवासियों को कैशलेस सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
ग्रामवासियों को ऎसी प्रौद्योगिकी से जोड़ा गया है जहां वे बैçंकंग भुगतान शिक्षा और स्वास्थ्य सहित विभिन्न सेवाओं और सुविधाओं का लाभ उठा सकते है।
उन्होंने लोगों सेे बैंक में धनराशि जमा कराने का आ±वान करते हुए कहा कि यह बैंकिंग क्षेत्र का सबसे बड़ा दायित्व होगा कि वह लोगों में ऎसा भाव पैदा करें कि उनकी धनराशि सुरक्षित है ताकि उनके मन में सोना खरीदने का भाव पैदा न हो।
गांवों में बैंक की शाखा होने एमटीएम होने पर लोंगो को यह एहसास होगा कि उसे पैसों के लिए अब कभी संकट नहीं होगा। सारी व्यवस्था मौजूद है और अब उसे सोना खरीदकर घर में रखने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि इससे भारत की अर्थव्यवस्था में बहुत बड़ा बदलाव आ सकता है। बहुत बड़ा वर्ग है जो आवश्यकता से अधिक होड़ रखता है।
उसका मूल कारण उसके दिमाग मेंं सुरक्षा संरक्षा और भविष्य होता है। अगर बैंक उसे यह आश्वासन देता है तो उसमें विश्वास पैदा होता है कि इसके साथ अब मेरा नाता जुड़ गया यानि अब मेरे संकट काल में भी ये मेरा साथी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि बैंकिंग क्षेत्र यह विश्वास पैदा करने में सफल रहता है तो मैं समझता हूं कि यह स्वर्ण हब का विकल्प हो सकता है और इस क्षेत्र के लिए यह बहुत बड़ा अवसर होगा।
उन्होंने बैंकों से कैशलेस के लिए प्रतिस्पर्धा करने का आ± वान करते हुए कहा कि भारत में भी आर्थिक व्यवस्था विकसित होनी चाहिए और हिंदुस्तान के बैंकिंग क्षेत्र में इसके लिए प्र्रतिस्पर्धा होनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि देश में तेल के बाद सोने का आयात बिल सर्वाधिक है और देश के व्यापार घाटे को बढाने में इसकी महती भूमिका होती है। इसके आयात में बढोतरी होने पर चालू खाता घाटा भी बढ़ जाता है। हालांकि पिछले वर्ष सरकार और रिजर्व बैंक द्वारा किए गए उपायों से इसके आयात में बहुत कमी दर्ज की गयी है, लेकिन हाल के महीने में फिर से बढ़ोतरी होने लगी है।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें