J&K Govt formation: BJP keeps all its options open , talks continue with PDP, NCसरकार बनाने के लिए भाजपा ने खोले सारे रास्ते, पीडीपी और एनसी से बातचीत जारी
श्रीनगर। 
भारतीय जनता पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने को लेकर अपने सारे ऑप्शन खोल दिए हैं। भाजपा जहां एक ओर पीडीपी से बात कर रही हैं तो वहीं द ूसरी ओर नेशनल कॉन्फ्रेंस के संपर्क में भी है। भाजपा नेता राम माधव ने कहा कि हमें जम्मू-कश्मीर में अहम जनादेश मिला है। हमारी सरकार बनाने में भूमिका होगी। पीडीपी और एनसी दोनों के पास जनादेश है। दोनों से चर्चा जारी है। 

राज्यपाल ने पीडीपी और भाजपा को बुलाया
प्रदेश के राज्यपाल एनएन वोहरा ने सरकार बनाने पर बातचीत करने के लिए पीडीपी और भाजपा को आमंत्रित किया है। राजभवन के मुताबिक पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती और राज्य भाजपा प्रमुख जुगल किशोर को सरकार बनाने पर बातचीत करने के लिए अलग-अलग पत्र भेजे गए हैं। पत्र में पीडीपी प्रमुख को एक जनवरी को सुबह मिलने के लिए कहा है, जबकि भाजपा प्रमुख को उनके बाद दोपहर में मिलने के लिए कहा गया है। साथ ही पत्र में कहा गया है कि पिछली विधानसभा का कार्यकाल 18 जनवरी को खत्म होने वाला है। ऎसे में दोनों पार्टियों को आना चाहिए और सरकार बनाने पर चर्चा करनी चाहिए। 

गौरतलब है कि 28 सीटों के साथ पीडीपी चुनावों में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और भाजपा 25 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रही है। यहां सरकार बनाने के लिए 44 सीटें होना जरूरी है। ऎसे में 15 सीटों के साथ तीसरे नंबर पर रहनी वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार बनाने में अहम भूमिका निभा सकती है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पीडीपी को अपना समर्थन पत्र भेजा था लेकिन पीडीपी ने उसे खारिज कर दिया। हालांकि, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ऎसे किसी पत्र की खबर का खंडन किया है। उमर ने टि्वटर पर बताया कि भाजपा से मौखिक बातचीत हुई है। ऎसे में अभी सरकार बनने का रास्ता आसान नहीं दिख रहा है।

कहां अटकी है बात ?
1. मीडिया रिपोट्र्स की मानें तो भाजपा हिंदू मुख्यमंत्री जम्मू से देना चाहती है।
2. इस रेस में पीएम कार्यालय में केंद्रीय राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह का नाम चल रहा है।
3. जितेंद्र इसलिए क्योंकि उनके भाई और नेकां विधायक देवेंद्र सिंह राणा उमर संग बातचीत में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं।
3. घाटी में भाजपा को सिर्फ 3 फीसदी वोट मिले हैं, यानी वहां लोगों ने उसे ठुकराया है।
4. मुफ्ती मुहम्मद सईद बुजुर्ग नेता हैं। वे जानते हैं कि बिना केंद्रीय मदद के सरकार चलाना पीडीपी को मुश्किल होगा।
5. नेकां सरकार में बने रहना चाहती है। वो पीडीपी के साथ रहे या फिर भाजपा के।
6. राम माधव ने स्पष्ट किया है कि भाजपा विकल्प नहीं स्थिर सरकार पर जोर दे रही है। 
7. उन्होंने कहा कि बातचीत चल रही है। सरकार कब बनेगी, ऎसे मसलों पर डेडलाइन तय नहीं की जा सकती।

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