सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम योजना से वंचित गावों का हो विकास -सांसद
बाडमेर
जैसलमेर- सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी ने लोकसभा में प्रषनकाल में सीमावर्ती क्षेत्र के गावों के विकास में हो रहे भेदभाव को खत्म कर वंचित रहे गावों में विकास कार्यो की मांग रखी एवं सीमा पर 0 से 20किमी स्थिति तक के गावों में कार्य करवाने की मांग की गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि बीएडीपी के तहत तैयार दिषा निर्देषों के अनुरूप कार्यो की समीक्षा कर आगामी वितिय वर्षो में वंचित ग्रामों में विकास कार्यो को प्राथमिकता हेतु कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। अतारांकित प्रष्न 1538 में सांसद ने देष में रासायनिक उर्वरकों और किटनाषकेा केा अंधाधुंध उपयोग केा रोकने और जैविक तथा जैव-उर्वरकेां का उपयोग करने हेतु किसानो ंकेा प्रोत्साहित करने एवं जैव ग्राम स्थापित करने की मांग रखी सांसद ने बताया कि रासायनिक उर्वरकों और किटनाषकेा केा अंधाधुंध उपयोग से देष के नागरीक के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड रहा है जो चिन्ता जनक है। कृषि राज्य मन्त्री मोहनभाई कुंडारीया ने जवाब में बताया कि राष्ट्रीय जैविक उत्पादन कार्यक्रम, राष्ट्रीय सतत कृषि मिषन , समेकित बागवानी विकास मिषन , राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, जैव कृषि विकास येाजनाओ के तहत जैविक खेती पर जोर दिया जा रहा है। इन कार्यक्रमों के तहत किसानों केा जागृत कर प्रषिक्षित एवं जैवीक एवं जैविक उर्वरकेां के उपयोग हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है। एनएमएसए के तहत सरकार समूहों/एसएचजी आदि के माध्यम से समेकित खाद प्रबंधन केा अपनाने, मेढ पर उर्वरक वृक्षों के रेापण और फली अंतरफसल के प्रोन्नयन के लिए प्रति ग्राम 10लाख और खाद प्रबंधन करने हेतु जैविक ग्राम अपनाने हेतु वितिय सहायता दे रही है। किसानों केा गुणवता जैव उर्वरकों एवं जैविक उर्वरकेां केा उत्पादन और आपूर्ति सुनिष्चित करने के लिए भारत सरका ने तरल और कैरियर आधारित कंसोर्टियम एवं उर्वरक नियंत्रण आदेष 1985 मे ंचार जैविक उर्वरकेां सही 10जैव उर्वरकेां केा ष्षामिल किया है। 

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top