विद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तकें कम दरों एवं निर्धारित समय पर उपलब्ध करवाई जाये: देवनानी
जयपुर।
प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने विद्यार्थियों को पाठ्य पुस्तकें कम दरों एवं निर्धारित समय पर उपलब्ध कराने के साथ पाठ्य पुस्तकों की सामग्री एवं उनकी गुणवत्ता पर पूरा ध्यान देने पर बल दिया।
देवनानी ने आज मंगलवार को यहां आयोजित एक बैठक में राजस्थान राज्य पाठ्य पुस्तक मण्डल के अधिकारियों को यह निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पाठ्य पुस्तक मण्डल के प्रत्येक कार्य में पारदर्शिता होने के साथ मण्डल को समय सारणी तैयार कर अपने कार्यों को निश्चित समय पर सम्पन्न कराने की संपूर्ण व्यवस्था करवानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि अल्प भाषायी विद्यार्थियों को पंजाबी, सिन्धी, उर्दू एवं गुजराती भाषाओं की पाठ्य पुस्तकें समय पर उपलब्ध कराने की सुनिश्चितता की जानी चाहिए ताकि उनके अध्ययन में किसी तरह की कोई बाधा न आए।
देवनानी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि पाठ्य पुस्तकों के मुद्रको को पाबंद किया जाये कि वे नॉडल केन्द्रों पर निर्धारित समय पर पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराएं ताकि विद्यालयों में पुस्तकें समय पर वितरित की जा सके।
इस अवसर पर पाठ्य पुस्तक मण्डल की सचिव श्रीमती रश्मि गुप्ता ने बताया कि पाठ्य पुस्तकों की गत वर्षों की आवश्यकता का आंकलन करते हुए वर्ष 2015-16 के लिए पाठ्य पुस्तकों के मुद्रण का कार्य शुरू हो चुका है ताकि विद्यर्थियों को पुस्तकें शिक्षा सत्र के प्रारम्भ में ही उपलब्ध कराई जा सके।
बैठक में मुख्य लेखाधिकारी ललित वर्मा ने पाठ्य पुस्तकों के प्रकाशन एवं वितरण प्रक्रिया की जानकारी दी।
बैठक के पश्चात् प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने पाठ्य पुस्तक मण्डल के कर्मचारी संघों के सदस्यों से वार्तालाप कर उनकी समस्याओं पर चर्चा की तथा उन्होंने समस्याओं के समाधान का आश्वासन भी दिया।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें