प्रदेश को 2017 तक खुले में शौच से मुक्त बनाएंगे-मुख्यमंत्री
जयपुर
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि राज्य सरकार सभी के सहयोग से प्रदेश को वर्ष 2017 तक खुले में शौच के अभिशाप से मुक्त करने के लिए प्रतिबद्घ है। सरकार ने आगामी तीन वर्ष में प्रत्येक वर्ष 2500 ग्राम पंचायतों को खुले में शौच से मुक्त करने की योजना बनाई है। प्रदेश में 300 पंचायतें खुल में शौच से मुक्त घोषित हो भी गई हंै और अन्य 300 पंचायतें खुले में शौच से मुक्त घोषित होने वाली हंै।
श्रीमती राजे मंगलवार को बस्सी तहसील के माधोगढ़ में पूर्व सरपंच ठाकुर भवानी सिंह की प्रतिमा अनावरण के बाद समारोह को सम्बोधित कर ही थीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरूआत की है। हमें खुद को घर, गली, मौहल्ले, गांव, शहर व प्रदेश को साफ रखना चाहिए। उन्होंने ग्राम पंचायत माधोगढ़ में स्वच्छता संबंधी कार्यों के लिए 50 लाख रुपये देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता के कार्यों के लिए प्रशासन के निचले स्तर तक सभी को सजग करने के लिए Óसरकार आपके द्वारÓ जैसे महत्वाकांक्षी कार्यक्रम का बीड़ा उठाया है। हमारा प्रयास है कि निचले स्तर से उपर तक चुस्ती, फुर्ती व जागरूकता आए ताकि गांव के लोगों को अपने कामों के लिए जयपुर के चक्कर नहीं लगाने पड़ें, उनके सभी काम स्थानीय स्तर पर ही हो जाएं।
श्रीमती राजे ने कहा कि गांव की महिलाओं को भी अब कीचड़ में नहीं चलना पड़ेगा। राज्य सरकार ने शहरों की तरह यहां गौरव पथ बनाने का काम हाथ में लिया है। इसके लिए निविदाएं जारी हो चुकी हंै और एक दिसम्बर से काम शुरू हो जाएगा।
इससे पहले विभिन्न समाज के गणमान्य नागरिकों ने मुख्यमंत्री का माल्यार्पण एवं चुनरी ओढ़ाकर स्वागत किया व उन्हें तलवार भी भेंट की। इस अवसर पर सांसद हरीश मीणा, विधायक शंकर लाल शर्मा, पूर्व विधायक कन्हैयालाल मीणा, सरपंच शिवप्रताप सिंह सहित अन्य अधिकारी व गणमान्यजन उपस्थित थे।
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