मतगणना कल, उम्मीदवारों की धड़कनें बढ़ीं
चडीगढ़।
हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए गत 15 अक्तूबर को हुए चुनाव की रविवार को होने वाली मतगणना की उलटी गिनती शुरू होने के साथ ही चुनाव में उतरे उम्मीदवारों की घड़कनें भी तेज हो गई हैं।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्रीकांत वाल्गद ने बताया कि मतगणना राज्य में 57 स्थानाें पर सुबह आठ बजे शुरू होगी तथा इसके लिए 90 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि मतगणना के लिए सुरक्षा इंतजामाें सहित सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। शुरूआत में बैलेट पेपर की गिनती की जाएगी तथा उसके बाद ही मतगणना शुरू होगी तथा थोड़ी देर में ही रूझान मिलने शुरू हो जाएंगे। अंतिम परिणाम दोपहर बाद तक आने की सम्भावना है।
इस बार चुनाव में 1351 उम्मीदवार मैदान में है इनमें से जिन प्रमुख प्रत्याशियों की राजनीतिक किस्मत का भी फैसला होना है उनमें राज्य के मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रत्याशी भपेंद्र सिंह हुड्डा, उनके मंत्रिमंडलीय सहयोगी रणदीप सिंह सुरजेवाला, गीता भुक्कल, किरण चौधरी, कैप्टन अजय सिंह यादव, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप शर्मा, सावित्री जिंदल,परमवीर सिंह, भाजपा विधायक दल के नेता अनिल विज, प्रदेशाध्यक्ष राम विलास शर्मा, ओम प्रकाश धनकड़, कैप्टन अभिमन्यू, मनोहर लाल खट्टर, इनेलो के वरिष्ठ नेता अभय चौटाला, पार्टी सांसद दुष्यंत चौटाला, नैना चौटाला, प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा और रामपाल माजरा, हजका अध्यक्ष कुलदीप बिश्नोई और उनकी पत्नी रेणुका बिश्नोई, भाई चंद्र मोहन, हरियाणा जनचेतना पार्टी अध्यक्ष विनोद शर्मा और उनकी पत्नी रानी शर्मा,हलोपा अध्यक्ष गोपाल कांडा और उनके भाई गोविंद कांडा, बसपा के अरविंद शर्मा शामिल हैं।
चंडीगढ़, मुंबई, हरियाणा में यह देखने की बात होगी कि पिछले एक लंंबे अर्सेü से हाशिये पर रही भारतीय जनता पार्टी इस बार कोई कमाल दिखाती है या मुख्यमंत्री भूपिन्दर सिंह हुड्डा हैट्रिक बनाते हैं। लोक सभा में भाजपा के शानदार प्रदर्शन और एक्जिट पोल में उसे सबसे बड़ी पार्टी के रूप में दिखाए जाने के बाद वहां भी मुख्यमंत्री पद के लिए कई नामों पर चर्चा शुरू हो गई है। इनमें केन्द्रीय मंत्री सुषमा स्वराज, राव इंद्रजीत सिंह और किशन पाल गुज्जर तथा प्रदेश इकाई के वरिष्ठ नेता राम विलास शर्मा शामिल हैं। इनके अलावा पार्टी में नये जाट नेता के रूप में उभर रहे कैप्टेन अभिमन्यु का नाम भी चल रहा है।
हरियाणा में एक दौर था जब वहां तीन लालों की तूती बोलती थी। ये थे देवी लाल बंसी लाल और भजन लाल। अब वहां स्थिति ऎसी है कि इन तीनों की प्रतिद्वंंद्विता अब उनकी दूसरी पीढ़ी आगे बढ़ा रही है। देवी लाल के बड़े पुत्र ओम प्रकाश चौटाला और उनके बडे पोते अजय चौटाला के शिक्षक भर्ती घोटोले में जेल में होने के कारण अब अजय की पत्नी नैना उनके पुत्र दुष्यंत और अजय के छोटे भाई अभय ने अपनी पार्टी लोक दल को फिर से सत्ता में लाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी।
वहां भजन लाल के दोनों लड़के कुलदीप बिश्नोई और चन्द्र मोहन तथा कुलदीप की पत्नी रेणुका अपनी पार्टी हरियाणा जनहित पार्टी को सत्ता में लाने के बारे पूरी तरह आश्वस्त हैं। एचजेपी और भाजपा ने लोक सभा चुनाव एक साथ मिलकर लडे लेकिन बाद में उनके संबंध बिगड़ गए। यहां भी सीटों के बंटवारे को लेकर देानों पार्टियां अलग हो गई। बंसीलाल के बड़े पुत्र रणवीर सिंह महेन्द्र तथा उनके दूसरे पुत्र की विधवा किरण चौधरी तथा दामाद सोमपाल सिंह कांग्रेस के साथ ही जुड़े हुए हैं। एक्जिट पोल के बावजूद कांग्रेस नेता अभी भी यह कह रहे हैं कि राज्य में सरकार उन्हीं की बन रही है।
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