पटना भगदड़ : मृतकों की संख्या हुई 33, पीड़ित परिजनों ने किया प्रदर्शनपटना भगदड़ : मृतकों की संख्या हुई 33, पीड़ित परिजनों ने किया प्रदर्शन
पटना :
पटना में रावण दहन के बाद मची भगदड़ में मरने वाली की संख्या 33 पहुंच गई है। केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद और राम विलास पासवान स्थिति का जायजा लेने के लिए आज पटना जाएंगे। कल दोनों मंत्रियों ने इस त्रासद घटना के लिए बिहार सरकार को जिम्मदार ठहराया। मंत्रियों ने कहा कि बिहार सरकार ने पिछली घटनाओं से सबक नहीं सीखा है और इस तरह के हादसों को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। पीड़ित परिजनों ने गांधी मैदान के पास मांझी सरकार के खिलाफ नारे लगाए और विरोध-प्रदर्शन किया।
वहीं, घायलों का हालचाल जानने के लिए पीएमसीएच पहुंचे बिहार के स्वास्थ्य मंत्री को पीड़ित परिजनों के गुस्से का सामना करना पड़ा है। मंत्री को देखकर अस्पताल के बाहर एकत्र भीड़ भड़क गई। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री को बैरंग लौटना पड़ा। पीड़ित परिजनों का कहना है कि यह हादसा प्रशासनिक लापरवाही की वजह से हुआ। लोगों का कहना है कि यदि सड़क पर बिजली की व्यवस्था होती और वहां प्रशासन के लोग होते तो यह हादसा टल सकता था।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि भगदड़ कैसे मची इसका पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है।
दशहरा उत्सव संपन्न होने के बाद गांधी मैदान में मची भगदड़ में शुक्रवार को कम से कम 33 लोग मारे गए जिनमें 20 महिलाएं और दस बच्चे शामिल हैं। सैकड़ों लोगों के घायल होने की भी खबर है। प्रत्यक्षदर्शियों और अधिकारियों ने बताया कि हादसा एग्जीबिशन रोड के समीप स्थित गांधी मैदान के दक्षिण पूर्वी कोने की ओर शाम को करीब सात बजे हुआ जब लोग रावण वध देखने के बाद लौट रहे थे। विशाल गांधी मैदान में इस समारोह को देखने के लिए लाखों की संख्या में लोग मौजूद थे। बताया जाता है कि हादसे के समय मैदान के कई कोने ऐसे थे जहां प्रकाश की मामूली व्यवस्था थी।
पटना मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के उपाधीक्षक सुधांशु सिंह ने बताया कि भगदड़ में 33 लोग मारे गए हैं जिनमें 20 महिलाएं, 10 बच्चे और दो पुरूष शामिल हैं। हादसे के शिकार हुए दस बच्चों में सात लड़कियां हैं। उन्होंने बताया कि 26 घायलों का उपचार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने गृह सचिव आमिर सुबहानी और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) गुप्तेश्वर पांडे को घटना की जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजन को तीन-तीन लाख रूपये के मुआवजे की भी घोषणा की। हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पीड़ितों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बिजली का तार मैदान में गिरने की अफवाह फैलने के बाद भगदड़ मची। हालांकि भगदड़ के कारण को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है। हादसे के बाद घटनास्थल का दृश्य बेहद भयावह था। घटनास्थल पर वहां से भागने का प्रयास कर रहे लोगों के जूते चप्पल करीब एक किलोमीटर तक के रास्ते में बिखरे पड़े थे।

सुरक्षा बलों ने पीएमसीएच की घेराबंदी कर दी थी। सैंकड़ों लोग पीएमसीएच के चारों ओर बदहवास घूम रहे थे। इनमें से कुछ दहाड़ें मार-मारकर रो रहे थे, तो कुछ अपने लापता परिजनों को तलाशने में जुटे थे। भगदड़ के शिकार लोगों को लेकर कई एम्बुलेंस पीएमसीएच की ओर आ जा रही थीं।

पटना के जिला मजिस्ट्रेट मनीष कुमार वर्मा ने बताया, ‘निकासी द्वार की ओर भारी भीड़ थी जहां भगदड़ में कई महिलाएं और बच्चे कुचले गए।’ बिहार के मुख्यमंत्री गांधी मैदान में मौजूद थे जहां लोगों ने 60 फुट ऊंचे रावण को लपटों में घिरते हुए देखा। पुलिस महानिरीक्षक (पटना जोन) कुंदन कृष्णन को पीएमसीएच के प्रवेश द्वार पर लोगों की आवाजाही को नियंत्रित करते देखा गया।

राज्यपाल डी वाई पाटिल ने हादसे पर शोक जताया है और साथ ही घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है । राज भवन ने एक बयान में यह जानकारी दी। अभिनेता, नेता तथा पटना के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने घटना पर दुख जताया और आयोजन के लिए उचित प्रबंध नहीं करने को लेकर जिला प्रशासन की आलोचना की।

पटना साहिब से भाजपा के लोकसभा सदस्य सिन्हा ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि पटना में दो साल पहले छठ पर मची भगदड़ और गांधी मैदान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली में हुए बम विस्फोटों से हमने कोई सबक नहीं सीखा।’ सिन्हा दोपहर बाद ही पटना से मुंबई गए थे। उन्होंने मुंबई से बताया कि वह शोक की इस घड़ी में लोगों का दुख बांटने के लिए पटना लौटने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को सजा दी जानी चाहिए ।

जिला प्रशासन ने हादसे के संबंध में जानकारी हासिल करने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं जो इस प्रकार हैं : 0612-22219810 और 9431800675। पटना की आयुक्त एन विजयलक्ष्मी ने बताया कि पीड़ितों की पहचान के प्रयास जारी हैं। पीएमसीएच में मौजूद विजयलक्ष्मी ने बताया कि पीड़ितों के फोटो लिए गए हैं।

भगदड़ के कारणों के बारे में पूछे जाने पर मुख्य सचिव (गृह) आमिर सुबहानी ने बताया कि यह जांच के बाद ही पता चल सकेगा। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने पीडितों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर की है । राजद की राज्य मीडिया प्रभारी प्रगति मेहता ने लालू के हवाले से बताया, ‘मैं स्वास्थ्य संबंधी कारणों से पटना आ पाने में अक्षम हूं लेकिन मैं घटना पर करीब से नजर रख रहा हूं।’ लालू ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह प्रशासन की खामी का मामला दिखता है। उन्होंने इसके लिए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

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