डाॅ. मीना जांगिड को राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया
बाड़मेर 
शिक्षक दिवस 5 सितम्बर 2014 को नई दिल्ली में महामहिम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने डाॅ. मीना जांगिड़, अध्यापिका जोधपुर को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया। इस अवसर पर मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी भी उपस्थित थीं। 5 सितम्बर को सायंकाल प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी ने पुरस्कृत शिक्षकों को अल्पाहार कराया तथा उनको अच्छे कार्यों में लगे रहने की सीख दी
महासभा दिल्ली के भूतपूर्व कर्मठ कार्यकर्ता बाड़मेर के शिक्षाविद् तेजराजजी जांगिड की सुपौत्री व वर्तमान में महासभा दिल्ली के संगठन मंत्री लाजपतराज जांगिड की भतीजी डाॅ. मीना जांगिड वर्तमान में जोधपुर में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, शास्त्री नगर, जोधपुर (राज.) में कार्यरत हैं।
डाॅ. मीना जांगिड अपने बाल्यकाल से ही प्रतिभावान छात्रा रहीं। अपने अध्यापन कार्य में पूर्ण निष्ठावान, ईमानदार, विनम्र एवं परिश्रमी अध्यापिका के रूप मंे जानी जाती हैं। वे कुशल अध्यापिका के साथ श्रेष्ठ शोधकर्ता भी हैं, उनके शोध राष्ट्रीय स्तर की पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते आए हैं। उनके जन सहयोग से लाखों रूपये के निर्माण एवं संसाधन जुटाने के कार्य हुए हैं। साथ ही विद्यालय में भौतिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान करवाने के लिए भामाशाहों को विद्यालय विकास के लिए प्रेरित किया।
उन्होनें सदैव उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम देकर नाम कमाया तथा शिक्षण कार्य के अतिरिक्त विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रमों में उनकी सक्रिय भागीदारी रही जिसके लिए वे कई बार पुरस्कृत हुईं।
डाॅ. जांगिड अध्यापिका मंच, जोधपुर शहर की संयोजिका हैं। मंच के माध्यम से बालिका शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए। उन्होनें नामांकन अभियान सी.टी.एस. में उत्कृष्ट कार्य करते हुए अनामांकित एवं ड्राॅप आउट बच्चों को मुख्य धारा से जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य किया।
डाॅ. मीना जांगिड को सेवा की प्रेरणा अपने दादा शिक्षाविद् स्व. तेजराज जांगिड से मिली, जिन्होनें महासभा को अपनी करीब 60 वर्ष तक सेवाएं दी तथा अपने क्षेत्र पश्चिमी राजस्थान जोधपुर, बाड़मेर व जैसलमेर में शिक्षा की अलख जगाई, जीवन पर्यन्त शिक्षा तथा सेवा के प्रति समर्पित रहे। डाॅ. मीना जांगिड के परिवार में उनके श्वसुर श्री मदनलालजी कई विदेशी भाषाओं के ज्ञाता हैं तथा उनकी सासुजी भी सेवानिवृत शिक्षिका हैं।
डाॅ. मीना के परिवार में ताऊजी ई. हजारीलालजी, भागवतलालजी, पिताजी व चाचा नारायणलालजी (गोपाल गौशाला, बाड़मेर), चाचा ई. मधुकर, चाचा लाजपतराज जांगिड (जोन चेयरमैन, लाॅयन्स क्लब बाड़मेर) सामाजिक कार्यों में हमेशा अग्रणी रहते हैं। इनके अलावा बहिन डाॅ. नलिनी डण्ठण्ठण्ैण् ;डण्ैण्द्ध हैं। डाॅ. मीना के परिवार में भाई ई. गिरीश जांगिड गोवा में कार्यरत हैं, भाई रूचितकुमार डण्ठण्।ण् मुम्बई में कार्यरत हैं, भाई ई. गजेन्द्र प्ण्प्ण्ज्ण् अमेरिकी कम्पनी में कार्यरत हैं, भाई ई. रोहित प्ण्प्ण्ज्ण् वर्तमान में प्ण्प्ण्डण् में पढ़ाई कर रहे हैं। पूरे परिवार ने शिक्षा की अधिकतम ऊंचाईयों को छूआ है।
उल्लेखनीय है कि डाॅ. मीना जांगिड के दादाजी स्व. तेजराजजी जांगिड को भी स्काउटिंग में दीर्घकालीन सेवा देने के लिए भारत सरकार ने स्काउटिंग का सर्वोच्च पुरस्कार ‘सिल्वर स्टार’ देकर सम्मानित किया था।
डाॅ. मीना जांगिड की इस सफलता से परिवारजन ही नहीं अपितु जांगिड ब्राह्मण समाज गौरवान्वित महसूस कर रहा है।

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