जातरुओं ने श्रृद्धा भावना के साथ किए बाबा की समाधी के दर्षन
रामदेवरा
जग विख्यात अंतर प्रांतीय बाबा रामदेव के 630 वें रामदेवरा मेला के अवसर पर पदयात्रियों के जत्थे भादवासुदी अष्ठमी को भी पैदलयात्री संघ के जत्थे रामसापीर के दर्षनार्थ बाबा के दरबार पहुंचे। अधिकांष जातरू नाचते-गाते एवं ढ़ोल बजाते हुए बाबे के जयकारें लगाते हुए सीधे ही लम्बी-लम्ब कतारों में लग कर अपने ईष्टदेव बाबा रामसापीर की समाधी के दर्षन कर रहे है। मंगलवार को सवेरे-सवेरे संतोषी संघ नौखा -बीकानेर से 300 पैदलयात्री संघ , विष्वकर्मा पैदलयात्री संघ बीकानेर केे 500 , स्वर्णकार पैदलयात्री संघ बीकानेर के 400 ,बज्जू तेजपुरा बीकानेर के 325 , मित्र मण्डली संघ पीपली चैक नोखा-बीकानेर के 525 , लूणी जोधपुर से 200 पैदलयात्री ,भगवासीया पैदलयात्री संघ में 250 तथा मुख्य समाज हजूर जैसलमेर से 225 पदयात्री संघों के साथ ही देषनोख - बीकानेर एवं सरदार शहर श्रीगंगानगर से भी अच्छी संख्या में श्रृद्धालू रुणैचा पहुंचे। इन पदयात्री संघों ने पुलिस की निगरानी में शांतिपूर्वक लाईनों में लग कर बाबा की समाधी के दर्षन किए।
मेलाधिकारी रामदेवरा एवं उपखण्ड अधिकारी पोकरण वीरेन्द्रसिंह यादव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि भादवासुदी अष्ठमी को भी हजारो पदयात्री श्रृद्धालुओं ने बाबा की समाधी के दर्षन किए और बाबा से मन्नतें मांगी। मेले में अब तक शांति व्यवस्था बनी हुई है। मेलार्थी सुगमतापर्वक अपनी-अपनी बारीनुसार बाबा की समाधी के दर्षन कर रहे है। उल्लेखनीय है कि मेले में पुलिस जाब्ते की मुस्तैदी कारण अब तक कोई ऐसी अप्रिय घटना घटित नहीं हुई है।
मेलाधिकारी रामदेवरा श्री यादव ने बताया कि मंदिर समिति द्वारा प्रतिदिन 22 घण्टे मंदिर को खुला रखा जा रहा है ताकि दर्षनार्थी सुगमतापूर्वक दर्षन कर सकें। पुलिस उप अधीक्षक धर्माराम तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रमेष मोर्य ने बताया कि मेले के दौरान कानून एवं शान्ति व्यवस्था बनी हुई है एवं पदयात्रियों को निर्धारित समय आवंटित किया जाकर उन्हें बारी-बारी से बाबा की समाधी के सुगमतापूर्वक दर्षन करने के लिए भेजा जा रहा है। मेले के अवसर पर सहायक मेलाधिकारी सुभाष हेमानी ,विकास अधिकारी नारायणलाल सुथार , सरपंच रामदेवरा भोमाराम तहसीलदार पुखराज भार्गव मेला व्यवस्थओं को बेहतर ढंग से बनाए रखने के लिये पर्यवेक्षण कर रहे है।
मेले के दौरान सफाई व्यवस्था पर विषेष ध्यान दिया जा रहा है एवं दिन में दो बार मेला परिसर की सफाई कराई जा रही है एवं कचरे व चम्पलों को समय-समय पर उठवाया जाकर निर्धारित स्थल पर डलवाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि मेलार्थियों को सुगमतापूर्वक दर्षन व्यवस्था कराने के लिए मेला चैक में स्थापित मेलाधिकारी कार्यालय को चैबीसों घण्टे खुला रखा गया है। जिसमें कार्यालय प्रभारी उपखण्ड कार्यालय पोकरण के.के.शर्मा , रा.मा.वि.गोमट के कनिष्ठ लिपिक इकरामुदीन तथा रा.उ.मा.वि.पोकरण के वरिष्ठ लिपिक नारायणलाल पालीवाल मेला कार्यालय में राउण्ड दी क्लौक अपनी सेवाएँ पूर्ण संवदेनषीलता के साथ दे रहे है।
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