पशु एंव पक्षियों की लुप्त प्राय प्रजातियों का हो संरक्षण - कर्नल सोनाराम चौधरी 
बाड़मेर 
देश मे पशु पक्षियों की कई प्रजातिया ऐसी है। जो लुप्त प्राय हो चुकि है जिससे प्रकृति का सन्तुलन बिगडता जा रहा है। प्रदुषण की रोकथाम के साथ ही वन्यजीवों का संरक्षण किया जाना नितान्त आवश्यक है। गिद्ध,गोडावन(ग्रेट इण्डियन बर्ड)जैसे पक्षी, शेर,चिता,बाध डेजर्ट फोक्स जैसी पशु दिनों दिन लुप्त होते जा रहे है। जो पश्चिमी राजस्थान मे पाये जाते है। जिस प्रकार महाराष्ट एंव गुजरात में बाधो एंव शेरो के संरक्षण हेतु जो अभ्यारणय बनाये गये है उसी प्रकार पश्चिमी राजस्थान में नेशनल डेजर्ट पार्क को विकसित कर गिद्ध,गोडावन,डेजर्ट फोक्स की संरक्षण की मांग बाड़मेर-जैसलमेर सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी ने बुधवार को लोकसभा प्रश्न काल के प्रथम प्रश्न के जरिये की।
केन्द्रि पर्यावरण मन्त्री प्रकाश जावडेकर ने बताया कि देश में कुछ प्रजातिया के संरक्षण में हमें अच्छी सफलता मीली है। टाईगर्स की संख्या 1600 गुजरात में सिंहो की संख्या 440,वन्चर्रा,बो एनटर्ड, डियर,एडिबलनेस्ट स्वीफेड आदि का भी संरक्षण किया जा रहा है। केन्द्र सरकार ने राज्यों के प्रस्ताव के अनुसार बजट प्रावधान कर अभ्यारणय विकसित करने की स्वीकृति जारी करेगी। सांसद कर्नल चैधरी ने मंत्री एंव केन्द्र सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए मांग रखी की राजस्थान राज्य पशु केमल का यदि संरक्षण नही किया गया तो गिद्ध एंव गोडावण की तरह यह प्रजाति भी लुप्त हो जाएगी। इसलिए समय रहते टाईगर प्रोजेक्ट, एनीमल प्रोजेक्ट बना कर राष्टिय मरू उद्यान क्षेत्र मे उनका संरक्षण किया जान चाहिए। जिस पर मन्त्री ने कहा कि यदि राज्य सरकार प्रोजेक्ट बनाकर भेजती है तो केन्द्र राशी आंवटन करेगा।

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