जालोर में बनेंगे पांच टोल रोड!
जालोर।
प्रदेश में सड़कों की सूरत संवारने के लिए राज्य सरकार ने मध्य प्रदेश की तर्ज पर पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड पर टोल रोड बनाने की कवायद शुरू की है। इसके लिए सम्भावित मार्गो को चिह्नित किया गया है। जिले में ऎसे पांच मार्गो को चिह्नित किया गया है। फिलहाल, इनकी डीपीआर बनाने के लिए टेण्डर जारी किए गए हैं।
दरअसल, राज्य सरकार की ओर से सार्वजनिक निर्माण विभाग को प्रदेश में टोल रोड के लिहाज से सम्भावित मार्गो को चिह्नित करने के निर्देश दिए गए थे। इस पर विभाग की ओर से जालोर जिले में पांच मार्ग चिह्नित किए गए। इसमें जालोर-बाड़मेर (165 किलोमीटर), रामसीन-भीनमाल-रानीवाड़ा (63 किलोमीटर), सांचौर-मण्डार-अम्बाजी (123 किलोमीटर), आहोर-बाली-मुण्डारा (60 किलोमीटर) तथा जसवंतपुरा-भीनमाल-चोचवा फांटा (93 किलोमीटर) शामिल है। मुख्यालय की ओर से इनके लिए डीपीआर बनाने के लिए टेण्डर जारी किए गए हैं। जून के अंत तक टेण्डर प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी। इसके बाद तीन माह तक सम्बंधित फर्म की ओर से इन मार्गो पर टे्रफिक सर्वे किया जाएगा। इसमें यहां टोल रोड की सम्भावनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके बाद उपयुक्त मार्ग के लिए टोल रोड की वित्तीय व प्रशासनिक स्वीकृति जारी की जाएगी।
नेशनल हाइवे की तर्ज पर होगा निर्माण
इन टोल रोड का निर्माण केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुरूप किया जाएगा। इसके तहत इनका निर्माण नेशनल हाइवे के समरूप किया जाएगा। रोड की चौड़ाई दस मीटर रखी जाएगी। साथ ही इसके रखरखाव का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा।
केंद्र-राज्य का बीस-बीस फीसदी हिस्सा
इससे पूर्व मध्यप्रदेश में पीपीपी मोड पर इस तरह के टोल रोड बन चुके हैं। इसकी तर्ज पर राज्य सरकार ने प्रदेश में टोल रोड बनाने का निर्णय किया गया है। इसमें कुल लागत का बीस फीसदी हिस्सा केंद्र सरकार की ओर से वहन किया जाएगा, जबकि बीस फीसदी हिस्सा राज्य सरकार का होगा। वहीं साठ फीसदी हिस्सा सम्बंधित फर्म का होगा।
टेण्डर जारी किए
मुख्यालय की ओर से जिले में पांच मार्गो पर टोल रोड की सम्भावनाओं के मद्देनजर डीपीआर बनाने के लिए टेण्डर जारी किए गए हैं। जून तक टेण्डर की प्रक्रिया पूर्ण करने के साथ ही जुलाई से टे्रफिक सर्वे शुरू कर दिया जाएगा।
डी.आर. माधव, अधिशासी अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग, जालोर
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