स्वाइन फ्लू को लेकर टीमें गठित
बाड़मेर। 
राज्य के अन्य जिलों में संभावित स्वाइन फ्लू के चलते बाड़मेर में स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात बरतनी शुरू की है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने इस संबंध में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए विभागीय अधिकारियों को स्वाइन फ्लू को लेकर उचित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. फूसाराम बिश्नोई ने सभी बीसीएमओ को ब्लाॅक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर टीमें गठित कर घर-घर जाकर स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए हैं। जिला मुख्यालय पर भी टीमें गठित की गई हैं, जो पूरे जिले में भ्रमण करेगी। वहीं जिलास्तरीय नियंत्रण कक्ष स्थापित कर मोनिटरिंग शुरू की गई है। सीएमएचओ डाॅ. बिश्नोई ने बताया कि उक्त सभी टीमें स्वाइन फ्लू के साथ-साथ अन्य मौसमी बीमारियों पर भी नजर रखते हुए मोनिटरिंग करेंगी। 
जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिश्नोई ने बताया कि वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने सभी सीएमएचओ को निर्देशित किया है कि वे सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें। खासकर स्वाइल फ्लू व मौसमी बीमारियों की दवाओं की कहीं कोई कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने पीएचसी स्तर पर टीमें गठित कर घर-घर जाकर स्क्रीनिंग करने के निर्देश देते हुए कहा कि इस मामले में यदि किसी भी चिकित्सक या कार्मिक द्वारा लापरवाही बरती जाती है तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। वहीं आयुर्वेद विभाग के चिकित्सकों की टीमें बनाकर गांवों में भ्रमण करने के निर्देश भी चिकित्सा मंत्री ने दिए। इसके अलावा जिला चिकित्सालय में सैंपल कलेक्शन की सुविधा सुनिश्चित करने तथा ब्लाॅक, पीएचसी व सीएचसी पर स्क्रीनिंग कर जिला मुख्यालय या मेडिकल काॅलेज स्तर पर मरीज को रैफर करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही संबंधित चिकित्सा अधिकारी को उक्त मरीज की नियमित ट्रेकिंग भी करनी होगी। बहरहाल सीएमएचओ डाॅ. फूसाराम बिश्नोई के निर्देशों पर खण्ड अधिकारियों ने सीएचसी व पीएचसी स्तर पर मेडिकल टीमें गठित कर कार्रवाई शुरू कर दी है। टीमें कस्बों व गांवों में घर-घर जाकर स्वाइन फ्लू व अन्य मौसमी बीमारियों की स्क्रीनिंग कर रही हैं। साथ ही आमजन को आईईसी के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। चिकित्सक स्क्रीनिंग के दौरान स्वाइल फ्लू व मौसमी बीमारियों की जानकारी दे रहे हैं। 

तीन वर्गों में बांटा स्वाइन फ्लू
जिलास्तरीय टीम प्रभारी जान पदिप रोग विशेषज्ञ डाॅ. मुकेश गर्ग ने बताया कि स्वाइन फलू को तीन वर्ग में विभाजित कर उसके अनुसार स्क्रीनिंग व उपचार किया जा रहा है। वर्ग ए में साधारण सर्दी व जुखाम के मरीज, वर्ग बी में पांच वर्ष से कम आयु के बच्चे, गर्भवती महिलाएं, 65 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग, ह्दय रोग व अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित रोगी के स्वाइन फलू लक्षण पाए जाने पर और वर्ग सी में ए एवं बी के लक्षण वाले मरीज जिन्हें सांस लेने में तकलीफ, खांसी में खून आना, तेज बुखार के साथ सिर दर्द व अन्य लक्षणों वाले मरीज रखे गए हैं। चिकित्सा अधिकारियों को ऐसे मरीजों को तुरंत प्रभाव से टेमी फ्लू व अन्य उपचार देने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही इसकी रिपोर्ट जिलास्तर पर भेजी जाएगी, जहां से संभाग व राज्यस्तर पर रिपोर्ट जाएगी। उल्लेखनीय है कि सीएमएचओ डाॅ. बिश्नोई ने मौसमी बीमारियों के चलते सभी कर्मचारियों व अधिकारियों की छुट्टियों पर पाबंदी लगा दी है। 

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