आपत्तिजनक किताबें फेंक रहे हैं कायरः प्रियंका
अमेठी
कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को उनकी चुनावी सभाओं से ऐन पहले आधी रात को आयोजन स्थल के पास उनके परिवार को लेकर निहायत आपत्तिजनक बातों से भरी किताबें फेंके जाने का सनसनीखेज आरोप लगाते हुए ऐसा करने वालों को सामने आकर बात करने की चुनौती दी।
प्रियंका ने गौरीगंज विधानसभा क्षेत्र के शाहगढ़ स्थित शहीद चौक पर आयोजित जनसभा में आरोप लगाया मुझे मालूम हुआ है कि जहां मेरी जनसभाओं का आयोजन होना होता, वहां उससे ऐन पहले की आधी रात को मेरे परिवार के बारे में फिजूल बातें लिखी किताबें फेंकी जाती हैं।
उन्होंने कहा उस किताब में बहुत ही गंदी और झूठी बातें लिखी हैं। ये हरकत करने वाले लोग बहुत ही कायर हैं। वे अगर कुछ कहना चाहते हैं तो मुंह पर कहें, मेरे सामने आकर बात करें। यह विचारधारा की लड़ाई है। आधी-आधी रात को ऐसी हरकतें करना उचित नहीं है।
गौरतलब है कि राहुल की रावणलीला शीर्षक वाली उस किताब में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल और उनके परिवार की निजी जिंदगी के बारे में तमाम दावों को अश्लीलतापूर्ण तरीके से पेश किया गया है। इस किताब में प्रकाशक के स्थान पर संस्कृति रक्षक दल, शास्त्री नगर, नई दिल्ली लिखा है।
प्रियंका ने कहा देश में चुनाव प्रचार का स्तर बहुत गिर चुका है। राजनीति को सेवा भावना की नजर से देखा जाता है, लेकिन देश के कुछ नेता इस बारे में नहीं सोचते। राहुल जी की राजनीति मांगने की नहीं बल्कि सेवाभावना की है। वह आपको ताकत देना चाहते हैं। सत्ता भी आपको ही देना चाहते हैं।
उन्होंने बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा देश में एक ऐसे नेता हैं जो सत्ता खुद चाहते हैं। वह मांगते रहते हैं कि हमें ताकतवर बनाइए, हम सब ठीक कर देंगे।
उन्होंने कहा मैं वोट नहीं मांगूंगी। जो देश के लिए और आपके लिए सोचता हो, जो आपको ताकत दे रहा हो, उसे वोट दीजिए।
अमेठी में बिजली के मुद्दे पर पूर्ववर्ती मायावती सरकार की आलोचना करते हुए प्रियंका ने कहा कि एसपी से पहले की सरकार से उन्हें कोई सहयोग नहीं मिलता था, लेकिन जब एसपी की सरकार आई तो सोनिया और राहुल ने पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव से बात की। इस पर अमेठी को 24 घंटे बिजली मिलने लगी।
उन्होंने अमेठी से बीजेपी प्रत्याशी स्मृति ईरानी का नाम लिए बगैर कहा कहा एक प्रत्याशी यहां आई हैं। उनकी पार्टी के लोगों ने मुकदमा करके यहां 24 घंटे बिजली आपूर्ति को रुकवा दिया।
प्रियंका के साथ एसपीजी सुरक्षा चक्र मौजूद था, लेकिन आम जनता के प्रति उसके अधिकारियों के रवैये में थोड़ी नरमी जरूर थी।
गौरतलब है कि कथित रूप से एसपीजी अधिकारियों के जनता के प्रति बेहद रूखे रुख से नाराज प्रियंका ने कल एसपीजी सुरक्षा को खुद से अलग कर दिया था।
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