बाड़मेर को आखातीज पर यशवंतपुरम रेल का मिला तोहफा बालोतरा। 
बाड़मेर- यशवंतपुरम के बीच गुरूवार आधी रात बाद शुरू होने वाली रेल का इंजन उद्घाटन से पहले ही हांफ गया। बालोतरा रेलवे स्टेशन से गुरूवार सुबह रवाना होते ही तकनीकी खराबी के बाद इसके पहिए थम गए। चालक ने काफी प्रयास किए, लेकिन रेल आगे नहीं बढ़ी। आखिर इसे वापिस बालोतरा प्लेटफार्म पर लाया गया।
गुरूवार सुबह समदड़ी से रवाना हो यह एक्सप्रेस रेलगाड़ी 6.25 बजे बालोतरा स्टेशन पहुंची। यहां पर स्वागत दस्तूरी के बाद जैसे ही बाड़मेर के लिए रवाना हुई तो प्रथम रेलवे क्रॉसिंग से थोड़ा आगे जाते ही पहिए थम गए। इंजन मे आई तकनीकी खराबी के कारण रेल आगे नहीं बढ़ सकी। आखिरकार इसे वापिस प्लेटफार्म पर लाया गया। तकरीबन दो घंटे तक यह रेल इंजन के पहुंचने के इंतजार में यहां खड़ी रही। जोधपुर से इंजन आने के बाद सुबह करीब साढ़े आठ बजे बाड़मेर के लिए रवाना हो सकी।

किया स्वागत
बाड़मेर की ओर जा रही यशवंतपुरम एक्सपे्रस के गुरूवार सुबह बालोतरा स्टेशन पहुंचने पर चालक व स्टाफ का साफा बंधवाकर व माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। मरूधरा विकास मंच के अध्यक्ष धनराज तातेड़, जैन तीर्थ नाकोड़ा ट्रस्टी हुलास बाफना, शांतिलाल बाफना, रामस्वरूप गर्ग, हनुमान चौपड़ा आदि ने रेलगाड़ी चालक श्रीकांत पाण्डे, निरीक्षक धर्मेन्द्र पंवार का साफा बंधवाकर स्वागत किया।
बाड़मेर को मिला आखातीज पर तोहफा
. आखातीज के शुभदिन बाड़मेर को बड़ा तोहफा मिला। यहां से लंबीदूरी की पूर्णत: वातानुकूलित रेल यशवंतपुरम की रवानगी की तैयारियां तय हो चुकी थी। समाचार लिखे जाने तक यात्री रेल में बैठ चुके थे। अब तक अहमदाबाद तक चलने वाली यह गाड़ी गुरूवार सुबह दस बजकर पांच मिनट पर बाड़मेर पहुंची। निर्घारित समय आठ बजे से दो घण्टे से ज्यादा देरी से पहुंची गाड़ी को देखने लोग पहुंचे। यहां पहुंचने पर परम्परागत तरीके से अगवानी की गई। इसके बाद गाड़ी की देखरेख का जिम्मा अनुरक्षण महकमे को दिया गया। दिन में गाड़ी की धुलाई व रख-रखाव का काम चला।
यह ट्रेन दोनों दिशाओं में उतरलाई, बायतू, बालोतरा, समदड़ी, मोकलसर, जालोर, मोदरान, मारवाड़ भीनमाल, रानीवाड़ा, धनेरा, भीलड़ी, दीसा, पालनुपर, सिद्धपुर, ऊंझा, मेहसाना, साबरमती, अहमदाबाद, आनंद, वड़ोदरा, अंकलेश्वर, सूरत, वापी, वसई रोड, कल्याण, लोनावाला, पुणे, शोलापुर, बीजापुर, बागलकोट, बादामी, गेदग, हुबली, देवानगेरे और अरसीकेरे स्टेशनों पर ठहराव करेगी। ट्रेन में एक फर्स्ट एसी, तीन सेकण्ड एसी व नौ थर्ड एसी समेत कुल 15 डिब्बे होंगे।

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