भव्य भजन संध्या सम्पन्न, वाहन रैली रविवार को  

बाड़मेर 
समूचे विष्व में सत्य एवं अहिसा की ज्योति जलाने वाले, जैन धर्म के चैबीसवें तीर्थकर भगवान महावीर स्वामी का 2613 वां जन्म कल्याणक महोत्सव चैत्र सुदी 13, 13 अप्रैल रविवार को पुरे भारत वर्ष में जैन धर्म के अनुयायी बड़ी धूम-धाम एवं हर्षोल्लास से मनायेगे। 
महोत्सव समिति के संयोजक वीरचन्द वडेरा ने बताया कि जैन श्री संघ के तत्वाधान में होने जा रहा जन्म कल्याणक महोत्सव को विराट भव्य एवं ऐतिहासिक एवं बैमिसाल बनाने के लिये सम्पूर्ण जैन समाज एवं जैन समाज की सम्पूर्ण सस्थाऐं भव्य एवं जोर शोर से तैयारिया में जुटा हुआ है, महोत्सव को भव्य रूप देने के लिये तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है ये सभी कार्यक्रम जैन श्री संघ के सयुक्त तत्वाधान में होगे। 
महोत्सव समिति के मीडिया प्रभारी खेतमल तातेड़ ने बताया र्कि ित्रदिवसीय कार्यक्रम के अन्तर्गत आज प्रथम दिवस पर शुक्रवार प्रातः 8ः30 बजे वर्धमान स्वामी जिनालय के पवित्र प्रागण में प.पू. मुनिराज मुक्ति प्रभसागर जी म.सा. के मंगलाचरण से शुरू हुआ। इस अवसर पर जैन श्री संघ के अध्यक्ष नैनमल भंसाली ने कहा कि महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव के सभी कार्यक्रमों में अधिक से अधिक संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज करावे। संयोजक विरचन्द वडेरा ने कहा कि कार्यक्रम महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि उपस्थिति दर्ज करानी महत्वपूर्ण है। आधुनिक युग में बच्चों को सस्कारित करना आवष्यक है। अखिल भारतीय खरतरगच्छ महासंघ के उपाध्यक्ष रिखबदास मालू ने कहा कि अपने अहम को त्यागकर भगवान महावीर के सिद्धान्तों एवं उपदेषों को अपने जीवन में उतार कर अपने जीवन को सफल बनावें। एडवोकेअ सम्पतराज बोथरा ने कहा कि धर्म जब धारण नहीं होता तब लगता है समाज में कुछ करना चाहिए। सहसंयोजक दिनेष सिघवी ने कहा कि महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव के कार्यक्रम इसके सूचक है। इस अवसर पर मुनिराज मनिष प्रभ सागर जी ने धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि श्रमण भगवान महावीर के जन्म के समय तीन ज्ञानों के स्वामी थे। संसार में रहते हुए संसार से विरक्त रहते थे। महावीर ने यह उपदेष दिया कि किसी के संयोग से कर्म का क्षय नहीं होता है कर्मो का स्वयं को भुगतना पड़ता है। बाद में पक्षियों के लिये पानी के परिण्डे का वितरण किया गया। सभा को पारसमल बोहरा, रतनलाल बोहरा ईत्यादि ने सम्बोधित किया, संचालन बाबूलाल छाजेड़ ने किया। चित्रकला प्रतियोगिता में लगभग 100 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया जिसमें प्रथम नेहा बोहरा, द्वितीय रेणुका नाहटा,तृतीय आकाक्षा बोहरा रही विजेताओं एवं भाग लेने वालो को पारितोषिक प्रदान अखिल भारतीय जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक युवक महासंघ द्वारा किये गये। इस अवसर पर विभिन्न चढावें बोले गये। प्रष्नोतरी प्रतियोगिता, गहूली प्रतियोगिता सम्पन्न हुई। रात्रि में भव्य भजन सध्या का आयोजन स्थानीय गोलेच्छा एवं डूंगरवाल मैदान में हुआ। जिसमें ख्याति प्राप्त भजन गायक अस्मिता पटेल एण्ड पार्टी हिम्मत नगर अपनी स्वर लहरिया एवं जैन भजनों की प्रस्तुतीयां दी। जिसमें त्रिषला के लाल कठे, जी वीर मेरे पथ रखीयों सदा महावीर, ढोल बाजे रे, हरसुख और हरदुख काम आवे महावीर इत्यादि भजनों की प्रस्तुती दी। जिससे श्रद्धालु भाव विभोर होकर झुमने लगे। 
आज के कार्यक्रम निम्न प्रकार है - द्वितीय दिवस 12 अप्रैल शनिवार प्रातः 9 बजे चिकित्सालय में फल व बिस्किट वितरण, रंगोली प्रतियोगिता, भजन प्रतियोगिता, प्रष्नोतरी प्रतियोगिता, प्रभाती एवं वाहों की प्रतियोगिता, एवं सायं 4 बजे जैन सोषियल ग्रुप के निर्देषन में विषाल वाहन रैली जैन न्याति नोहरे से प्रारम्भ होगी जो शहर के मुख्य मार्गो से भगवान महावीर के संदेष एवं उपदेष देती हुई वापिस आराधना भवन पर समापन होगा। 
विषाल शौभायात्रा 
तृतीय दिवस 13 अप्रैल रविवार को प्रातः 8 बजे जैन न्याति नोहरे में ध्वजारोहण होगा, उसके बाद भव्य एवं विराट शौभायात्रा का जुलूस को बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन एवं नगरपरिषद सभापति उषा जैन नाकेाड़ा ट्रस्ट के अध्यक्ष अमृतलाल जैन एवं जैन श्री संघ के अध्यक्ष नैनमल भंसाली द्वारा जैन ध्वज दिखाकर शौभायात्रा का जीनषासन के जयकारों के साथ आगाज किया जायेगा। 
उक्त शौभायात्रा में बैनर, उट संवार नगाड़े बजाते, अष्व पर आसन होकर जैन ध्वजा लिये शहर का सुप्रसिद्ध बैण्ड अपनी स्वर लहरिया बिखेरता हुआ ठोल पार्टी हाथी, फुलों से सुसज्जित रथ उसमें विराजित परमात्मा महावीर स्वामी की प्रतिमा, सिर पर मगल कलष धारण किये महिलाओं, भगवान महावीर स्वामी की आकर्षक तस्वीर, परमात्मा का पारणा, भगवान महावीर के जीवन एवं संदेष, उपदेष के बारे में लगभग 25 झांकिया, भजन मण्डली, सहित आकर्षक झांकिया, बालक-बालिकाएं के हाथों में जैन ध्वज एवं महावीर स्वामी के संदेष लिये पटिकाएं सहित हजारों की संख्या में पुरूष वर्ग साफो एवं सफेद पौषाक के साथ गले दुपट्टा धारण किये एवं महिलाये लाल-चुनड़ी में शौभायात्रा में शामिल होगें। 
शौभायात्रा - शहर के जैन न्याति नोहरे से करमूजी की गली, महाबार रोड़, चैहटन रेल्वे क्रांसिग के पास, मोक्ष मार्ग, विद्यापीठ सच्चियाय माता मंदिर रोड़, लक्ष्मी नगर, लक्ष्मी बाजार, पीपली चैक, जवाहर चैक, पुरानी सब्जी मण्डी, चन्द्रप्रभु जिनालय, गांधी चैक, जैन छात्रावास, स्टेषन रोड़, रेल्वे स्टेषन, लक्ष्मी सिनेमा, सुभाष चैक, जगदम्बा माता मंदिर रोड़, रिखबदास जैन ठेकेदार मार्ग, षिवकर रोड़, होती हुई जिन कान्तीसागर सुरि आराधना भवन पहुंचेगी, जहां शौभायात्रा धर्मसभा में परिवर्तित हो जायेगी जहां प. पू. मुनिराज मुक्तिप्रभसागर एवं मनिष प्रभसागर जी म.सा. के मगंलाचरण एवं अतिथियों द्वारा महावीर स्वामी के जीवन पर गुणानुवाद एवं झाकियो का पारितोषिक वितरण किया जायेगा। 
दोहपर में कौन बनेगा जैन जीनीयस, म्युजिकल चैयर प्रतियोगिता, सांयकालीन महा आरती एवं आरती सजावट प्रतियोगिता महावीर जीनालय पादर मोहल्ला में होगी।
अखिल भारतीय विषाल कवि सम्मेलन- रात्रि 8 बजे स्थानीय गोलेच्दा एवं डूंगरवाल मैदान में रात्रि केा अखिल भारतीय विषाल कवि सम्मेलन का आयोजन होगा जिसमें देष के हास्य, वीररस, व्यग्य, श्रृंगाररस कवि रामेन्द्र त्रिपाठी, संजय शुक्ला, विनोद राज जोगी, डाॅ. कृष्णकांत मधुर, संजय सजल कुलदीप ललकार, लटूटी लट, श्याम पारासर, कवियत्री शबाना सबनम, सहित स्थानीय कवि अपनी ओजस्वी रचनाएं कार्यक्रम में प्रस्तुत करेगें। 
महोत्सव समिति के सहसंयोजक मुकेष बोहरा एवं दिनेष सिघवी ने बताया कि प्रत्येक जैन परिवार अपने-अपने घरों पर जैन ध्वज फहराने एवं रात्रि में घी का दीपक जलावें तथा महावीर जन्म कल्याणक के दिवस पर जैन बंधु अपना अपना व्यापार एवं कारोबार आवष्यक .रूप से बंद रखकर जीनषासन की शौभा बढावे सभी जैन बंधुओं से हार्दिक निवेदन है कि महावीर जन्म कल्याण महोत्सव में ओयोजित त्रिदिवसीय कार्यक्रम में अधिक से अधिक पधारे एवं शौभायात्रा में भाग लेकर जीनषासन की शौभा बढावें समस्त प्रतियोगिताओं से संबधित जानकारी संबंधित संयोजकों से प्राप्त कर लेवें। जन्म कल्याणक के दिन शहर को तौरणद्वारों व होर्डिगों से सजाया जायेगा। 

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top