बाड़मेर
राजस्थान के बाड़मेर ज़िले में लोकसभा चुनाव के मतदान के दौरान घटित हुई छुटपुट घटनाओं एवं गांव कानोड़ पुलिस थाना गिड़ा में जाट व राजपूत जाति के बीच हुई मारपीट व उसी के निरन्तर में आज शनिवार को कानोड़ बंद आदि घटनाओं से जिले में जाट व राजपूत समुदाय के बीच फैल रही जातीय वैमनस्यता व अफवाओं को देखते हुए कानून व्यवस्था बनाये रखने हेतु जिला पुलिस व प्रषासन ने पहल कर दोनों जाति के प्रतिष्ठित व्यक्तियों की शांति समिति की बैठक काॅफ्रेन्स हाॅल जिला पुलिस में जिला कलक्टर बाड़मेर की अध्यक्षता में सपं हुई ।
जिला पुलिस अधीक्षक हेमन्त शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि जाट व राजपूत समुदाय के बीच फैल रही जातीय वैमनस्यता व अफवाओं को देखते हुए कानून व्यवस्था बनाये रखने हेतु जिला पुलिस व प्रषासन ने पहल कर दोनों जाति के प्रतिष्ठित व्यक्तियों की शांति समिति की बैठक में जाट समुदाय की तरफ से बायतु विधायक कैलाश चौधरी, बालाराम एवं बायतु पूर्व प्रधान सिमरथाराम आदि कुल 20 व्यक्ति व राजपूत समुदाय से स्वरूपसिंह एडवोकेट, हीरसिंह व राजेन्द्रसिंह भियाड़ कुल 13 व्यक्ति सम्मिलित हुये। जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा दोनों समुदायों को मतदान व उसके दौरान दर्ज हुए प्रकरणों के संबंध में पुलिस द्वारा निष्पक्ष अनुसंधान का विष्वास दिलाते हुए सही कानूनी कार्यवाही करने की बात कही गई। साथ ही दोनों समुदायों को अब तक का मतभेद एंव विवाद भुलाते हुए शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की गई।
दोनों समुदायों की उक्त शांति समिति की बैठक सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई । दोनों समुदायो के व्यक्तियों ने जिले में किसी भी प्रकार की घटना घटित होने पर उसको जातीय वैमनस्यता का रूप नहीं दिये जाने , एक दूसरे से परस्पर व्यक्तिगत अथवा दूरभाष से वार्ता कर उसकी तहकीकात करने व किसी भी प्रकार की जातीय विद्वेष नहीं फैलाने का भरोसा एक दूसरे को तथा प्रशासन को दिया।
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