भारतीय नव वर्ष 2071 का आमजन ने रंगोली और दीप मालिकाओं से किया स्वागत
बाड़मेर। 
भारतीय नव वर्ष का आधार प्राकृतिक एवं वैज्ञानिक है। सभी प्रकार की रीति ओर नीति इसी काल क्रम पर ही आधारित है। बाड़मेर शहर सहित जिलेभर में सोमवार को आमजन ने हिंदू नव वर्ष विक्रम संवत 2071 एवं युगाब्द 5116 का स्वागत किया। अलसुबह ही लोगों ने स्नानादि कर घरों की छतों पर शंख, थाली आदि बजाकर नई सुबह का आगाज किया। अंग्रेजों के भारत आने से पहले तक भारत का जन-समुदाय इन्हीं संवतों को मानता था। समाज की व्यवस्था ऐसी थी कि बिना किसी प्रचार के हर व्यक्ति को तिथि, मास व वर्ष का ज्ञान हो जाता था। आज भी अमावस्या को अपने-आप ही बाजार व अन्य काम-काज बंद रखे जाते हैं। 

कई भारतीय संवत् का हुआ आगाज-

सोमवार से एक अरब 97 करोड़ 29 लाख 49 हजार 116़ वां कल्पाब्द शुरु हुआ। इसी के साथ श्रीराम संवत, श्रीकृष्ण संवत, बौद्ध संवत, महावीर संवत, श्री शंकराचार्य संवत, शालिवाहन शक संवत, बंगला संवत, हर्षाब्द आदि वर्ष शुरु हुए। इन सभी का आधार सूर्य और चंद्रमा से है।

चैराहों पर दिखा उत्सव का माहौल-

नववर्ष पर शहर के विभिन्न चैराहों को सजाया गया और यहां से गुजर रहे राहगीरों को तिलक लगाकर शुभकामनाएं दी गई। चैराहों पर विभिन्न देवी-देवताओं और महापुरुषों का वेश धरे बालक-बालिकाएं नव चेतना का संचार किया। संघ के नगर कार्यवाह दिलीप सिंधी ने बताया कि महावीर सर्किल गडरा चैराहा पर आदर्श विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक, पीपली चैक ढाणी बाजार पर आदर्श विद्या मंदिर ढाणी, गांधी चैक पर बालिका आदर्श विद्या मंदिर, तनसिंह सर्किल पर आदर्श विद्या मंदिर उच्च प्राथमिक, विवेकानंद सर्किल पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्, किसान छात्रावास के आगे भारत विकास परिषद्, डाॅ महानंद शर्मा पांच बत्ती सर्किल पर भारत युवा परिषद् युवा शाखा, अहिंसा सर्किल पर विश्व हिंदू परिषद्, विजय स्मारक सिणधरी चैराहा पर पूर्व सैनिक सेवा परिषद्, अंबेडकर सर्किल पर सेवा भारती, पांच मूर्ति कुएं के सामने सीमाजन कल्याण समिति तथा पुरानी सब्जी मंडी पर संस्कार भारती की ओर से सजावट की गई।

दीप मालिकाएं व रंगोलियां सजाई-

नव वर्ष सहित विभिन्न पर्वों को लेकर मुख्य बाजार स्टेशन रोड सहित कई जगहों पर आकर्षक लाइटिंग की गई। जिससे बाजार रोशनी से जगमग हो गया। वहीं घरों में नव वर्ष की पूर्व संध्या पर रंगोली और दीप मालिकाएं सजाई गई। वहीं पूर्व संध्या पर घी के दीपक जलाने और प्रतिपदा की अलसुबह छत पर थाली, शंख आदि बजाकर नव वर्ष का स्वागत किया। चैराहों पर चेतनानंद बोहरा, जालमसिंह राजपुरोहित, विजय जोशी, रामसिंह, चेतनराम फड़ौदा, देवेंद्र सैन, नारायणदास खत्री, मुकेश लखारा, छत्तुमल सिंधी, जगदीश खत्री, किशोर भार्गव, चेलाराम सिंधी सहित कई कार्यकर्ताओं ने आमजन को नव वर्ष की शुभकामनाएं दी।

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