
आडवाणी कहीं से भी लड़ सकते हैं चुनाव : राजनाथ
नई दिल्ली।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने गुरूवार को कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी कहीं से भी चुनाव लड़ सकते हैं। उन्हें किनारे नहीं किया गया है। भोपाल, गांधीनगर या कोई और सीट, इसका फैसला आडवाणी को करना है।
राजनाथ ने यह बात तमिल नाडु में एनडीए के कुनबे में तीन पार्टियों को शामिल करने के बाद एक संवाददाता सम्मलेन में कही।
इससे पहले, गुजरात की गांधीनगर लोक सभा सीट से टिकट दिए जाने से नाराज चल रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को मनाने के लिए गुरूवार को पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी और लोक सभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज उनके निवास पहुंचे।
मोदी आज सुबह आडवाणी केç नवास पहुंचे और करीब एक घंटा वहां रहे। उन्होंने पार्टी के दिग्गज नेता को संभवत: यह कहते हुए मनाने की कोशिश की कि वह गांधीनगर से ही चुनाव लड़े जिसका उन्होंने संसद मे पांच बार नेतृत्व किया है।
भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति और संसदीय बोर्ड ने बुधवार को आडवाणी को उनकी वर्तमान सीट गांधीनगर से ही टिकट देने का फैसला किया। हालांकि, देश के पूर्व गृहमंत्री मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से टिकट मांग रहे हैं।
हालांकि, अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि मोदी और सुषमा के साथ हुई बैठक में क्या बातचीत हुई, लेकिन सूत्रों का कहना है कि आडवाणी भोपाल से ही चुनाव लड़ने पर अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि जिस तरह से मोदी, अरूण जेटली और पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने चुनाव लड़ने के लिए अपने विचार रखे, उसी तरह उन्हें भी अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाए।
86 वर्षीय नेता ने बुधवार रात को सुषमा स्वराज और पूर्व पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी को अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है। इसके बाद दोनों नेता राजनाथ सिंह के घर पहुंचे और आडवाणी की इच्छा के बारे में बताया।
बुधवार रात को ही मोदी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मिले ताकी मामले को सुलझाया जा सके। कहा जा रहा है कि आरएसएस भी आडवाणी की इस हट से खासा नाराज है।
गौरतलब है कि आडवाणी वर्ष 1991 से लगातार गांधीनगर से लोकसभा के लिए चुने जाते रहे हैं।
बुधवार को हुई भाजपा चुनाव समिति की बैठक मे आडवाणी नहीं पहुंचे थे और उन्होंने गांधीनगर की बजाए मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से आडवाणी की नजदीकी जगजाहिर है और मोदी से अनबन भी।
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