चिकित्सा मंत्री ने किया आरोग्य मेले का उद्घाटन
जयपुर
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने शुक्रवार को आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा विभाग के तत्वावधान में आयोजित आरोग्य मेले का उद्घाटन किया। उन्होंने विभाग द्वारा प्रारम्भ की गयी ई-परामर्श सेवा का भी शुभारम्भ किया। उन्होंने प्रताप नगर में नवनिर्मित आयुष भवन का भी लोकार्पण किया। 
राठौड़ ने आरोग्य मेले में लगाये गये विभिन्न स्टॉल्स का अवलोकन किया। उन्होंने इस अवसर पर प्रदर्शित किये जा रहे योगासनों का अवलोकन किया एवं कुशल योग कराने वाले योगाचार्यों को बधाई दी। उन्होंने आरोग्य मेले में आयुर्वेद, यूनानी, होम्यापैथी, सिद्घ एवं प्राकृतिक चिकित्सा से संबंधित सभी स्टॉल्स का अवलोकन किया।
चिकित्सा मंत्री ने आरोग्य मेले में आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, सिद्घ, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के विशेषज्ञों द्वारा चिकित्सा परामर्श स्वास्थ्य परीक्षण एवं नि:शुल्क औषध वितरण कार्य का जायजा लिया। उन्होंने आयुष औषधियों, जड़ी-बूटी उत्पादों व औषध पादपों का प्रदर्शन एवं बिक्री, सामान्य रोगों के घरेलू उपचार की जानकारी तथा आयुष पुस्तकों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
अतिरिक्त मुख्य सचिव आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा विभाग सुश्री गुरजोत कौर ने बताया कि 3 मार्च तक स्थानीय बी.एम.बिड़ला सभागार में आयोजित किये गये इस आरोग्य मेले का समापन 3 मार्च को सायं 4 बजे किया जायेगा। आरोग्य मेला मार्च तक प्रात: 10 बजे से रात्रि 9 बजे तक खुला रहेगा एवं मेले में प्रवेश नि:शुल्क रहेगा।

आयुष भवन का लोकार्पण
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने मध्याह्न एक बजे प्रताप नगर में 8 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित आयुष भवन का लोकार्पण भी किया।
राठौड़ ने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग राजस्थान को बीमारू प्रदेशों की श्रेणी से निकालकर एक स्वस्थ प्रदेश बनाने के संकल्प के साथ कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हम स्वास्थ्य मापदण्डों के अनुसार पिछड़े हुये माने जाते हैं एवं मिलेनियम डवलपमेंट गोल अर्जित करना हमारे समक्ष बड़ी चुनौती है। उन्होंने बताया कि आयुष पद्घतियों का व्यापक प्रचार-प्रसार कर स्वस्थ प्रदेश के लक्ष्य को अर्जित करने के प्रयास किये जायेंगे।
योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा में डिग्री कोर्स
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में शीघ्र ही योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा में डिग्री पाठ्यक्रम की व्यापक स्तर पर शुरूआत की जायेगाी एवं प्रदेश में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के बारे में जनचेतना जाग्रत की जायेगी। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा व अन्य आयुष चिकित्सा पद्घतियों का विस्तार कर प्रदेश में मेडिकल ट्यूरिज्म को भी बढ़ावा दिये जाने का प्रयास किया जायेगा।

स्थानीय विधायक कैलाश वर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
अतिरिक्त मुख्य सचिव आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा विभाग सुश्री गुरजोत कौर ने बताया कि इस भवन में आयुष भवन में जयपुर स्थित होम्योपैथिक चिकित्सा, निदेशालय यूनानी चिकित्सा, निदेशालय आयुर्वेद कैम्प कार्यालय जयपुर, उप निदेशक आयुर्वेद, राजस्थान आयुर्वेद नर्सिंग कौंसिल एवं राजस्थान राज्य प्राकृतिक चिकित्सा विकास बोर्ड के कार्यालय को स्थानांतरित किया जायेगा। निदेशक होम्योपैथी एवं नोडल अधिकारी डॉ. मोहनसिंह शेखावत ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर संयुक्त सचिव आयुर्वेद ताराचंद मीणा, अतिरिक्त निदेशक आयुर्वेद रेणु जयपाल, निदेशक यूनानी सैयद मोहम्मद नजम सहित संबंधित अधिकारीगण एवं जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे।

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