"टेट" परीक्षा का हल जरूर निकालेंगे : राजे

जयपुर। 
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि जनता से किए हर वादे को उनकी सरकार पूरा करेगी, लेकिन इसके लिए धैर्य रखना होगा। 
राजे ने करौली से सवाई माधोपुर में "सरकारआपके द्वार" कार्यक्रम में कहा कि उनकी सरकार टेट की परीक्षा का हल निकालने के लिए प्रतिबद्घ है, लेकिन इसमें कुछ समय लगेगा। हमारी सरकार ने टेट की परीक्षा का हल निकालने का जो वादा किया था उसे हम निश्चितरूप से पूरा करेंगे। राजे ने कहा कि लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है कि हमारी सरकार पिछली सरकार की योजनाओं को बंद करेगी। 

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के समय हमने 2003 में चम्बल-नौदोती-सवाई माधोपुर योजना शुरू की थी। पिछली सरकार ने इस काम को रोक दिया। सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान हमारे अधिकारियों ने इस परियोजना को मंडरायल जाकर देखा है। हम इस योजना को आगे बढ़ाएंगे ताकि सवाईमाधोपुर-करौली जिले को इस योजना का लाभ मिल सके। 

राजे ने कहा कि भरतपुर संभाग के चारों जिलों में मुख्यमंत्री, मंत्री और अधिकारी दस दिन का दौरा कर रहे हैं। इसके बावजूद भी जो पंचायतें दौरे से वंचित रह जाएंगी, उनमें संबंधित जिला कलेक्टर जाएंगे और वहां की समस्याओं को सरकार तक पहुंचाएंगे, जिसका समाधान निश्चित समयावधि में किया जाएगा। 

सीएम राजे का औचक दौरा

मुख्यमंत्री करौली और सवाई माधोपुर जिले के कई इलाकों में अचानक पहुंची। राजे कई स्थानों पर अव्यवस्था को देखकर नाराज हुई, तो कई स्थानों पर संतोषजनक हालात देखकर संतुष्ट हुई। करौली से रवाना होकर राजे सबसे पहले करौली के ऎतिहासिक स्थल रणगमां ताल गई। इस खूबसूरत तालाब के पीछे खनन कार्यो को देखकर उन्होंने नाराजगी जताई और कहा कि ये खनन आगे नहीं बढे। खनन से इस तालाब का सौन्दर्यकरण समाप्त होने के साथ खनन कार्य शहर की तरफ बढेगा, जो सभी के लिए परेशानी का कारण बन सकता है। 

मेरा ब्लडप्रेशर चैक करो

राजे शाम को गंगापुर सिटी से कुछ दूर राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अमरगढ़ में अचानक पहुंची जहां उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया। चिकित्सक से मौसमी बीमारियों के बारे में पूछताछ करने के बाद उन्होंने डॉक्टर से पूछा ब्लड प्रेशर उपकरण है या नहीं। डॉक्टर ने कहा है, तो मुख्यमंत्री ने कहा मेरा ब्लड प्रेशर चैक करो। उन्होंने लोहे के गोल स्टूल पर बैठकर आमजन की तरह अपना ब्लड प्रेशर चैक करवाया,जो सामान्य था। मुख्यमंत्री ने रोगी रजिस्टर में अपना नाम भी दर्ज करवाया। 

औषधि भंडार का निरीक्षण

उन्होंने जिला औषधि भण्डार का भी निरीक्षण किया। यहां से जिले के 488 अस्पताल एवं अन्य स्वास्थ्य केन्द्रों को मुफ्त दवा योजना के अन्तर्गत दवाइयों का ब्लॉक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से वितरण किया जाता है। मुख्यमंत्री ने औषधि भण्डार केन्द्र में दवाओं के भण्डारण एवं इसकी ऑनलाइन वितरण व्यवस्था की सराहना की। उन्होंने दवाओं के कार्टन खुलवाकर उसमें रखी हुई दवाइयां तथा उनकी एक्सपायरी डेट को भी जांचा। उन्होंने औषधि भण्डार में उपलव्ध दवाइयों की गुणवत्ता एवं किन किन कम्पनियों से दवाइयां सप्लाई हो रही है, इसके बारे में भी जानकारी ली। 

तीन साल से सूने भवन के दिन फिरे

राजे ने पिछले तीन वर्षो से सूने पड़े सिविल लाइन, पुलिसलाइन एवं जेल भवन का भी निरीक्षण किया तथा इनका बिजली-पानी के अभाव में उपयोग नहीं होने पर गहरी नाराजगी जताते हुए अधिकारियों को तुरंत आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। इनका निर्माण कार्य 2008 से शुरू हुआ तथा 2011 में पूर्ण हो गया। इन कार्यो पर करीब 6.5 करोड़ रूपए खर्च हुए जो किसी उपयोग में नहीं आ रहे है। 

मुख्यमंत्री ने करौली के निकट डांग क्षेत्र के दुरस्त पहाड़ी क्षेत्र में स्थित ससेडी गांव में उपस्वास्थ्य केन्द्र का भी औचक निरीक्षण किया। इस स्वास्थ्य केन्द्र पर ताले लगे हुए थे। उन्होंने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए जिला कलेक्टर को यहां कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों के विरूद्घ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने यहां आंगनबाडी केन्द्र का भी निरीक्षण किया।

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