वर्षा जल के संरक्षण तथा पानी की मितव्ययता पर जोर
प्रतापगढ़, 
राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल जागरूक्ता सप्ताह के अंतर्गत सोमवार को प्रतापगढ मिनी सचिवालय सभा कक्ष में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओर से जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इसमें जिला प्रमुख बद्रीलाल पाटीदार, जिला कलक्टर रतन लाहोटी, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती वीना लाहोटी, अतिरिक्त जिला कलक्टर विजयसिंह नाहटा, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी दिनेश पारीक, जिला रसद अधिकारी मणीलाल तीरगर, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिशासी अभियन्ता सुनील मानवताल, जिला परिषद सदस्य राधाकुमारी, चंपालाल, लछूड़ी बाई, एचआरडी सलाहकार नीरज शर्मा, आईईसी सलाहकार कपिल माली, कनिष्ठ रसायनज्ञ चौथमल रैगर सहित जिला स्तरीय अधिकारियों व विभागीय अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
जिला प्रमुख बद्रीलाल पाटीदार एवं जिला कलक्टर रतनलाहोटी ने प्रतापगढ जिले में वर्षा जल संरक्षण पर जोर दिया व कहा कि भूमिगत जल की लगातार कमी की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए अभी से गंभीर प्रयासों पर जोर दिया।

वर्षाजल संरक्षण की अलख जगाएं

जिला प्रमुख पाटीदार नें वर्षा जल संरक्षण के लिए बहुआयामी प्रयासों पर जोर दिया व कहा कि इसके लिए व्यापक लोकचेतना जगाने जनप्रतिनिधिगण,अधिकारीगण व राज्य कर्मचारी मिलकर समन्वित भागीदारी अदा करें तथा प्रतापगढ जिले में वर्षा जल संरक्षण तथा पानी के मितव्ययतापूर्ण उपयोग की अलख जगायें।

जिला प्रमुख ने सिंचाई में मितव्ययतापूर्ण उपयोग की तकनीकि जानकारी आम किसानों तक पहुंचाने में ठोस काम करें। इसके साथ ही उन्होंने बिजली व पानी को संरक्षित रखने के लिए रात्रि की बजाय दिन में सिंचाई पर जोर दिया।

ग्राम्य जन प्रतिनिधियों की भूमिका अहम

जिला कलक्टर रतन लाहोटी ने शहरी क्षेत्रों में जल के समुचित सदुपयोग की आवश्यकता प्रतिपादित करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में वर्षा जल संरक्षण की तमाम गतिविधियों को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए ग्राम्यांचलों में लोकजागरण जरूरी है और इसके लिए ग्रामीण जन प्रतिनिधियों को आगे आना होगा और ग्रामीणों को समझाइश कर प्रेरित करना होगा।

जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती वीना लाहोटी ने ग्रामीण क्षेत्रों में बने विभिन्न समूहों के माध्यम से वर्षा जल संरक्षण तथा जल के मितव्ययी उपयोग के बारे में लोक चेतना विस्तार की जरूरत बतायी।

प्रजेंटेशन के माध्यम से दी जानकारी

कार्यशाला में ‘जल ही जीवन’ विषयक प्रजेन्टेशन एवं फिल्म का प्रदर्शन कर पानी के संरक्षण से लेकर मितव्ययी उपयोग के बारे में चर्चा की गई। प्रतापगढ़ जिले में पेयजल उपलब्धता की पृष्ठभूमि, जल की रसायनिक गुणवत्ता और वर्तमान स्थितियों पर केन्दि्रत प्रजेंटेशन भी दिया गया। इस दौरान पानी का फिल्ड टेस्ट किट द्वारा जैविक एवं रसायनिक जांच कर इनके निष्कर्ष सभी के सामने रखे गए।

पेयजल जागरुकता सप्ताह में विविध गतिविधियां

कार्यशाला में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिशासी अभियंता सुनील मानवताल ने जलदाय विभागीय गतिविधियों व वर्षा जल पर विशेष जानकारी दी। उन्होंने पेयजल जागरुकता सप्ताह के अन्तर्गत विद्यालयों मेें पोस्टर एवं निबंध प्रतियोगिताएं करवाए जाने की जानकारी भी दी। मानवताल ने प्रतापगढ के संदर्भ में पेयजल समस्या, पेयजल प्रबंधन, वर्षा जल संरक्षण के उपायों आदि पर स्लाइड्स के माध्यम से आंकडों सहित विस्तार से जानकारी दी ।

ब्लॉकस्तरीय कार्यशालाएं मंगलवार को

सप्ताह के अन्तर्गत ब्लॉकस्तरीय पेयजल जागरुकता सप्ताह के अन्तर्गत धरियावद, पीपलखूंट एवं प्रतापगढ़ में ब्लॉकस्तरीय कार्यशालाओं का आयोजन होगा। इसमें ब्लॉकस्तरीय अधिकारीगण, पंचायत समिति सदस्य एवं विभागीय अधिकारीगण हिस्सा लेंगे।

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