बाड़मेर
राजस्थान के बाड़मेर जिलें के शिव तहसील के मौखाब गांव की सरहद में सेना के युद्धाभ्यास के दौरान वायुयान से गिराया एक डोर लोड (बैग) गायब होने से सेना व पुलिस में हड़कंप मचा हुआ था और इसको तलाशने के लिए लंबी कसरत करनी पड़ रही है। डोर लोड में एलएमजी व अन्य गन के करीब 1,377 राउंड थे। वायुयान से यह डोर लोड यहां अभ्यास कर रहे सैनिकों के लिए गिराया गया था, लेकिन सैनिकों को मिलने की बजाय यह अन्य स्थान पर गिरा। सेना के युद्धाभ्यास के दौरान 16 दिसंबर की रात में अलग-अलग वायुयान से कुल 18 डोर लोड गिराए गए। जिसमें 17 डोर लोड तो मिल गए, लेकिन एक नहीं मिला था लेकिन जब इसके पुरे मामले कि खबर पुलिस को मिलती है पुलिस ने इस सर्च आपरेशन में अपनी पूरी ताकात झोक दी पुरे इलाको के को आर्मी ने सील कर दिया था और करीब 72 घंटे बाद पुलिस को ग्रामीणो कि मदद से कामयाबी मिलती है
पुलिस के अनुसार आर्मी की 6 पैरा सीओ 56 एपीओ की चार्ली कंपनी के सुबेदार मेजर अजीत कुमार ने मामला दर्ज करवाया कि क्षेत्र के मौखाब गांव की सरहद में सेना का युद्धाभ्यास चल रहा था।
16 दिसंबर रात्रि को युद्धाभ्यास के दौरान जहाजों से डोर लोड गिराए गए। इस दौरान एक लोड डोर ढूंढने पर नहीं मिला। जो रविवार को 72 घटो बाद पुलिस और आर्मी को सफलता मिली
बताया जा रहा है है जिसमें एलएमजी के 672 राउंड व अन्य राइफल के 705 राउंड थे। सेना ने 17 दिसंबर को लोड डोर की तलाश शुरू की, लेकिन नहीं मिला।
गौरतलब है की इस संबंध में एसपी सवाईसिंह गोदारा को सूचना देने पर 20 दिसंबर को डीएसपी ओमप्रकाश गौतम मय टीम मौके पर पहुंचे। स्थानीय ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों के सहयोग से डोर लोड की तलाश की गई। सेना व पुलिस की संयुक्त अभियान के बावजूद अब तक कोई सुराग नहीं मिला। शनिवार को एसपी सवाईसिंह गोदारा ने भी मौका मुआयना किया था
रेंज से बाहर गिरा लोड डोर
मौखाब गांव की सरहद में चल रहे सेना के युद्धाभ्यास की रेंज में हवाई जहाज से लोड डोर गिराए जाने थे। 17 डोर तो रेंज में गिरे, लेकिन एक रेंज से बाहर भूल से उतर गया। इसके साथ गिराई गई राशन सामग्री व अन्य सामान तो बिखरा हुआ मिला, लेकिन राइफल्स के राउंड का बैग नहीं मिला।
चार दिन चला सेना सर्च ऑपरेशन और फिर मिली सफलता :
सेना ने चौथे दिन सर्च ऑपरेशन के जरिए गायब हुए लोड डोर मिल ही गया। पुलिस को ग्रामीणो कि मदद से कामयाबी मिलती है
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